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गुरुवार, 21 मई 2020

गोपालपुर में बिना किसी सुविधा के प्रवासी मजदूर स्कूल में हो रहे क्वारंटाइन GS NEWS

 गोपालपुर - बिहार सरकार के बडे -बडे दावों के बीच बिना किसी सुविधा के गंगा के कटाव से विस्थापित होकर महानगरों में मजदूरी कर अपने परिवार का भरण -पोषण करने वाले दो दर्जन प्रवासी मजदूर क्वारंटिन हो रहे हैं स्कूल में.गोपालपुर प्रखंड के सैदपुर पंचायत के बुद्धूचक के रामानुज ठाकुर पिता स्व विन्देश्वरी ठाकुर ने बताया कि हमलोग फरीदाबाद से ट्रेन के द्वारा 17 मई को बरौनी आये.बरौनी से भागलपुर होते हुए गोपालपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजा गया.पीएचसी से स्क्रीनिंग कर मध्य विद्यालय नवटोलिया भेजा गया.परन्तु उस विद्यालय में स्थानीय ग्रामीणों द्वारा नहीं रहने दिया गया.इसके बाद हमलोगों को प्रखंड मुख्यालय बुलाया गया .जहाँ से हमलोगों को मध्य विद्यालय वीरनगर भेजा गया.जहाँ आज तक हमलोग बिना किसी सुविधा के रहने को विवश हैं .ना तो बिजली की व्यवस्था की गई और ना ही भोजन पानी की.स्थानीय वार्ड सदस्य द्वारा चूडा -दालमोट उपलब्ध करवाया गया .घर से भी भोजन मँगाने की इजाजत नहीं दी जा रही है.

क्वारेंटाइन सेंटर पर खर्च का ब्यौरा-

भोजन, नाश्ता पर 250 रुपये से लेकर 300 रुपये तक खर्च प्रतिदिन एक प्रवासी मजदूर पर 
सामान्य मेन्यू-चूडा  या अंकुरित चना -मूँग व गुड,दो केला तथा चाय या दूघ 200एमएल सुबह का नाश्ता

दिन का भोजन-

चावल ,दाल, मौसमी सब्जी, सलाद व पापड, शाम का नाश्ता-भूजा या छोटा बिस्कुट पैकेट एवं चाय. 

रात का भोजन-

चावल या रोटी, दाल, मौसमी सब्जी, सलाद, दूध 200 एमएल प्रति वयस्क पुरुष /महिला- थाली, कटोरा, ग्लास, बेडशीट, तकिया, लुँगी, धोती, गंजी, गमछा, साडी,साया, ब्लाउज, सेनटरी नेपकीन, पैंट शर्ट, फ्रॉक-पैंट छह सौ रुपये का बाल्टी, मग, साबुन, सैंपू, तेल , कंघी,आइना, टुथब्रश, पेस्ट, मास्क, सेनेटाइजर, मच्छरदानी व दरी. 

कहती है बीडीओ

बीडीओ प्रियंका ने बताया कि सरकार के नये गाइडलाइन के अनुसार अब संबंधित पंचायत के मुखिया जी के द्वारा क्वारंटाइन केन्द्र चलाया जायेगा. वीरनगर स्कूल में ततकाल सभी तरह की सुविधा उपलब्ध करवा दी जायेगी.

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