खरीक : कृषि इनपुट अनुदान के लिए ऑन लाइन आवेदन करने वाले किसानों से कॉमन सर्विस सेंटर संचालक मनमाना शुल्क वसूल रहे हैं.खरीक बाज़ार उर्दू चौक स्थित शिवानी डिजिटल कृषि इनपुट अनुदान करने वाले प्रत्येक किसान से प्रति आवेदन ऑनलाइन करने पर डेढ़ ₹100 से ₹200 तक वसूल रहे हैं. जो किसान जल्दी ऑनलाइन इनपुट अनुदान के लिए आवेदन करना चाहते हैं उस से ₹300 तक भी वसूली की जाती है. अवैध वसूली का यही हाल खरीक प्रखंड के गोटखरीक तुलसीपुर ध्रुवगंज तेलघी खैरपुर अकीदतपुर राघोपुर ढोरिया दादपुर,चोरहर लोकमानपुर समेत तेरह पंचायतों का है. कोरोना संकट की मार से किसान जूझ रहे फसलों का सही दाम नहीं मिल रहा है परिवार की माली माली हालत दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है ऐसी स्थिति में किसान भुखमरी के कगार पर आ गए. संकट के इस समय में सीएससी सेंटर और अन्य डिजिटल सेंटरों द्वारा लगातार किसानों से अवैध वसूली की जा रही है जिससे किसान परेशान और हस्तप्रभ हैं.
क्या कहते हैं किसान गनेशपुर के किसान वरिष्ठ भाजपा नेता महेंद्र प्रसाद यादव जदयू प्रखंड अध्यक्ष ललन महतो ने बताया कि किसानों से ऑनलाइन कृषि इनपुट अनुदान के लिए आवेदन करने पर डिजिटल केंद्रों द्वारा खुलेआम प्रति किसान 200 से ₹300 तक अवैध वसूली की जा रही है जबकि इसका न्यूनतम शुल्क मात्र ₹30 है.किसानों से अवैध वसूली करना गलत है. ऐसी कॉमन सर्विस सेंटर और डिजिटल सेंटर संचालकों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए.इसके खिलाफ जिला पदाधिकारी और राज्य सरकार के कृषि मंत्री और मुख्यमंत्री से लिखित शिकायत की जाएगी.
क्या कहते हैं कृषि पदाधिकारी
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