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रविवार, 12 नवंबर 2017

गोसाईं गाँव : भागवत में मिट्टी के दीये  महत्वपूर्ण ,आरती के बाद घर ले जाएं एवं पुनः दूसरे दिन घर से वापस अनुष्ठान  में लेकर आए: बाल व्यास स्वामी प्रभात प्रियदर्शी

Gosaingaonsamachar

गोपालपुर प्रखंड अंतर्गत गोसाई गांव में सात दिवसीय भागवत कथा में वृंदावन से गंगा किनारे वाला गोसाईगांव पधारें स्वामी प्रभात प्रियदर्शी ने  कथा में कहा कि शोभायात्रा के बाद सभी कलश में जल भरनें वाली भक्तों को जो एक मिट्टी का दीया दिया गया है उस दिए को वह प्रत्येक दिन कथा सुनने में लाएंगे एवं आरती के पश्चात उसे वापस घर ले जाएंगे तथा पुनः अगले दिन उस दिन में दीया घी बाती डालकर कथा से पहले लाएंगे एवं कथा की समाप्ति के बाद आरती करेंगे उस दिए को लेकर घर जाएंगे यह सात दिनों तक चलेगा, यह इसलिए ऐसा है कि उस दीये का रोशनी जोड़ता है, हम जहां निवास करते हैं, अपनें परिवार के धन संपत्ति, समृद्धि , सुख शांति इत्यादि बनाये रखता हैं । वह दीया जो  श्रीमद् भागवत कथा में उपस्थित रहा है  वह घर तक पहुचें जिससे  घर एवं यज्ञ स्थल के बीच जुड़ाव होता है और इसका, प्रभाव आप हम  देख भी  सकते हैं पहले दिन श्रीमद्भागवत कथा में महात्म्य कही गयी ।  जिसमें कथा क्यों कैसे, कहाँ , किसने किसको , कहाँ कही थी एवं इससे लाभ, करने की विधि, इन सारी चीजें के बारे में प्रमुखता से बताई गई यह  7 दिनों तक चलता रहेगा।

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