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मंगलवार, 31 मार्च 2020

मुंगेर : कोरोना को लेकर डायबिटीज़ और अस्थमा के मरीजों को विशेष सतर्कता जरूरी GS NEWS


डायबिटीज के मरीजों को खून में चीनी की मात्रा को रखना चाहिए नियंत्रित 
संक्रमण से बचने के लिए अस्थमा के मरीज इनहेलर लेते रहें और बरतें सावधानी 

मुंगेर/31 मुंगेर। कोरोना वायरस किसी को भी संक्रमित कर सकता है लेकिन उन लोगों को इससे ज़्यादा ख़तरा है जिन्हें पहले से कोई स्वास्थ्य समस्या है या जो उम्रदराज हैं। जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज़ जैसी बीमारियां हैं उनको कोरोना वायरस से ज़्यादा ख़तरा है। इसके लक्षण अन्य बीमारियों से मिलते-जुलते हैं. जैसे सर्दी-जुकाम, खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ़। इंटरनेशनल डायबिटीज़ फेडरेशन के मुताबिक भारत में 2019 तक डायबिटीज के मरीजों की संख्या 7.7 करोड़ थी। कोरोना वायरस से संक्रमित कई लोगों को डायबिटीज भी बताई जा रही है. हालांकि, ऐसे कितने मरीज़ हैं इसका आँकड़ा उपलब्ध नहीं है। अगर आपको पहले से कोई बीमारी है तो ये ज़रूरी नहीं कि आपको कोरोना वायरस का संक्रमण दूसरों के मुक़ाबले जल्दी हो जाए लेकिन संक्रमण के बाद हालात अन्य मरीज़ों से ज़्यादा गंभीर हो सकते हैं।


डायबिटीज़ होने पर क्या करें

कोविड-19 डायबिटीज़ के मरीजों में कॉम्प्लिकेशन पैदा कर सकता है. अगर आपको डायबिटीज़ है और खांसी, बुखार, सांस लेने में दिक्क़त होती है तो अपना ब्लड शुगर नापते रहें और डॉक्टर से सलाह लें। इसके लिए खान- पान का ध्यान रखना चाहिए, जिससे खून में चीनी की मात्रा को नियंत्रित रखा जा सके। साथ ही घर पर ही हल्का - फुल्का व्यायाम करते रहना चाहिए।  

अस्थमा होने पर क्या करें

जिन लोगों को अस्थमा है वो डॉक्टर द्वारा बताया गया अपना इनहेलर लेते रहें। इससे किसी वायरस के चलते होने वाले अस्थमा दौरे का ख़तरा कम हो जाएगा। अपना इनहेलर हर दिन साथ रखें। अगर आपका अस्थमा बढ़ रहा है तो ऐसे में हेल्पलाइन नंबर से संपर्क करें। अस्थमा के मरीज घर से बिल्कुल भी बाहर ना निकलें और अगर जरूरत पड़ने पर बाहर निकल भी हैं तो, संक्रमण से बचे रहने के लिए पूरे दिशा-निर्देशों का गंभीरतापूर्वक पालन करें।

पहले से कोई बीमारी है तो सावधानी बरतनी चाहिए

जिन लोगों में हाई बल्ड प्रेशर, सांस संबंधी समस्या या कमज़ोर प्रतिरक्षा क्षमता है उन्हें कोरोनावायरस से बचने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए। कोरोनावायरस के कारण भी सांस संबंधी समस्या हो जाती है। वायरस गले, श्वसन नली और फेफड़ों पर असर डालता है। ऐसे में पहले से कोई दिक्कत होने पर इलाज करना और चुनौतीपूर्ण बन जाता है। अगर फ्लू के लक्षण दिखते हैं तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। कोरोना वायरस का इलाज इस बात पर आधारित होता है कि मरीज़ के शरीर को सांस लेने में मदद की जाए और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जाए ताकि व्यक्ति का शरीर ख़ुद वायरस से लड़ने में सक्षम हो जाए।

ऐसे लोगों को विशेष ध्यान देने की जरूरत, चिकित्सीय जांच करवाते रहें

डिप्टी डायरेक्टर के पद से सेवानिवृत्त मुंगेर जिले के डॉ के. के. वाजपेयी ने कहा ये देखा गया है कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण बूढ़ों और पहले से ही सांस की बीमारी (अस्थमा) से परेशान लोगों, कमज़ोर प्रतिरक्षण प्रणाली, मधुमेह और हृदय रोग जैसी परेशानियों का सामना करने वालों के गंभीर रूप से बीमार होने की आशंका अधिक होती है। ऐसे लोगों में संक्रमण से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। अस्थमा के मरीज हमेशा इनहेलर लेकर साथ रहे और इसका समय-समय पर उपयोग करते रहें। साथ ही डायबिटीज के मरीज अपना ब्लड शुगर जांच करवाते रहें और चिकित्सक से सलाह लेते रहें।

मुंगेर : कोरोना संक्रमण से प्रभावित नहीं होगा पोषण पुनर्वास केंद्र, चिकित्सकीय जटिलतायुक्त कुपोषित बच्चों की होगी भर्ती GS NEWS


कोविड 19 के मानकों के अनुसार बच्चों और उनकी माताओं का रखा जायेगा ध्यान  
कार्यपालक निदेशक ने जारी किया दिशा-निर्देश
शीघ्र ही पोषण पुनर्वास केन्द्रों में कर्मियों की होगी बहाली  

मुंगेर/ 31 मार्च: कोरोनावायरस के संबंधित मामले देश के साथ अब राज्य में भी बढ़ रहे हैं. कोरोना की रोकथाम एवं इससे बचाव को लेकर बिहार सरकार द्वारा कई अहम कदम भी उठाये जा रहे हैं. इसी कड़ी में पोषण पुनर्वास केन्द्रों के संचालन को लेकर भी राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा एक अहम फैसला लिया गया है. कोरोना संक्रमण के कारण अब राज्य के पोषण पुनर्वास केंद्र बंद नहीं होंगे. इन केन्द्रों में चिकित्सकीय जटिलतायुक्त कुपोषित बच्चों की भर्ती जारी रहेगी. कोविड 19 के निर्धारित मानकों के अनुसार सभी पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भर्ती होने वाले कुपोषित बच्चों एवं उनकी माताओं को कोरोना संक्रमण से बचाव किया जाएगा.  इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने सभी सिविल सर्जन को पत्र लिखकर विस्तार से दिशा निर्देश दिया है. 

पोषण पुनर्वास केंद्र में सिर्फ चिकित्सकीय जटिलतायुक्त कुपोषित बच्चों की होगी भर्ती:
पत्र के माध्यम से बताया गया है कि पोषण पुनर्वास केंद्र में सिर्फ जटिलतायुक्त कुपोषित बच्चों की भर्ती की जाएगी. इन केन्द्रों में कोविड 19 के प्रस्तावित मानकों (कोविड 19 एस.ओ.पी) के अनुसार बच्चों और उनकी माताओं का ध्यान रखा जायेगा. कोरोनावायरस महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है ताकि इन केन्द्रों पर अल्प कुपोषित बच्चों व उनकी माताओं की संख्या में कमी लायी जा सके और केन्द्रों के संचालन में कोई असुविधा न आये.

संतोषप्रद कार्य करनेवाली स्वयंसेवी संस्थाओं के अनुबंध का होगा विस्तार:
पत्र के माध्यम से बताया गया है कि जिन पोषण पुनर्वास केन्द्रों का संचालन स्वयंसेवी संस्थानों द्वारा किया जा रहा है, उनके संतोषप्रद कार्य के आलोक में उनका अनुबंध 30 जून तक सशर्त बढ़ाया जा सकता है.  पत्र में बताया गया है जिन स्वयंसेवी संस्थाओं का संचालन संतोषप्रद नहीं पाया जाता है वहां जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से आवश्यक मानव बल की प्रतिनियुक्ति कर उक्त केंद्र का संचालन जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा किया जायेगा. जहाँ इन केन्द्रों का संचालन जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा किया जा रहा है, वहां मार्च 2020 के बाद भी जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा ही संचालन जारी रखा जायेगा. 
  
एफडी एवं सीबीसीइ पदों की जल्द होगी नियुक्ति:
पत्र के माध्यम से बताया गया है कि सीबीसीइ( कम्युनिटी बेस्ड केयर एक्सटेंडर) एवं एफडी पदों की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और शीघ्र इसे पूरा कर लिया जायेगा. इससे पोषण पुनर्वास केन्द्रों में मानव बल की कमी को दूर किया जा सकेगा और केन्द्रों के सुचारू रूप से संचालन में मदद मिलेगी. जब तक इस नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी नहीं कर ली जाती है तब तक सम्बंधित जिला स्वास्थ्य समिति वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सभी स्वीकृत पदों पर कर्मियों की स्थानीय व्यवस्था कर पोषण पुनर्वाव केंद्र का संचालन सुचारू रूप से जारी रखेगी.

एक अनोखी रचना : हम ‘कोरोना’ फतह कर पाएँगे ।। -- आकाश गोस्वामी


“ पतझड़ करते हैं लाख कोशिश,
    फिर भी ये उपवन मरा करते कहाँ ?
    चंद मुखड़ों की नाराज़गी से,
     ये दर्पण कभी टूटा करते कहॉं? “

चट्टान सी खड़ी है मुसीबत, हम
 सागर की लहर बन टकराएँगे,
बिखर रहा है इंसान ज़र्रा-ज़र्रा,
हम आत्मविश्वास की कंधी से,
‘कोरोना’ के डर को संवार लाएँगे।
हॉं! हम ‘कोरोना’ फतह कर पाएँगे ।।

भविष्य का खाका,वर्तमान में खींच,
अपने इस जहां को,बचा ले जाएँगे।
होगा बेशक ‘महामारी’ दुनिया के लिए,
हम ‘भारतवासी’ इसके अंत का, 
क़ाफ़िला,ख़ुद ही बनते चले जाएँगे ।।
हॉं! हम ‘कोरोना’ फतह कर पाएँगे ।।

हम अंतर्तम की ज्वाला से, इस
धरती में आग लगा सकते हैं ।
हम डमरू की प्रलय ध्वनि से, 
भीषण संहार नचा सकते हैं । 
तेरी क्या बिसात हैं ‘कोरोना’ ?
हम काल के माथे से यकीनन 
तेरा ज़िक्र-जहां मिटा सकते हैं ।
हॉं! हम ‘कोरोना’ फतह कर सकते हैं ।।

भय-विस्मय का अंत कर,अब
दुनिया में ऐलान ये करना हैं,
साथ मिलकर ही भारत में अब
‘कोरोना’ का अंत करना हैं ।
कदमों की ताल से अपनी,
अपनत्व का बादल सजा देंगे,
डूब रही हो अर्थव्यवस्था फिर भी 
हम जन-जन में हिम्मत का,
निवेश आपार कर जाएँगे ।
हॉं! हम ‘कोरोना’ फतह कर जाएँगे ।।

आशाओं के धागें जोड़-जोड़ संग,
इंसानियत की अनोखी चादर बुनना हैं,
मुहिम तो बहुत लड़ी है हमने, अब
बस! ‘कोरोना’ फतह करना हैं ।
हॉं! हमें ‘कोरोना’ फतह करना हैं ।।
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नवगछिया के स्टेशन रोड में नहीं लगा सब्जी मंडी , लेकिन बाज़ार में नहीं कम रहा लोगों की भीड़ GS NEWS


नवगछिया : कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अखिल भारतीय लॉक डाउन  को लेकर नवगछिया बाजार में स्टेशन रोड में लगने वाली सब्जी मंडी में लगनें वाली भीड़ को देखते हुए स्थानीय प्रशासन द्वारा स्टेशन रोड से सब्जी मंडी को हटाकर राजेंद्र कॉलोनी और इंटर स्तरीय उच्च विद्यालय में सब्जी मंडी को शिफ्ट किया गया हैं । जिसे लेकर नवगछिया स्टेशन रोड में सब्जी मंडी नहीं लगी ।

कुछ दुकानदारों ने राजेंद्र कॉलोनी में अपनी दुकानें लगाई कई सब्जी वालों ने मेन रोड में ठेले पर अपनी सब्जी को बेचा जिससे मेन रोड में काफी भीड़ देखी गई हर दिन की भांति मंगलवार को  भी मेन रोड में लोगों की भीड़ काफी  थी  । 

स्थानीय लोगों का कहना हैं कि आवश्यक सेवा की दुकानों को छोड़कर बाकी दुकानें भी नवगछिया में खुलने से काफी भीड़ नवगछिया बाजार में सुबह 7:00 बजे से 10:00 बजे तक लग जाती है जिससे नवगछिया बाजार में जाम की समस्या तक उत्पन्न हो जाती है हालांकि 10:00 बजे के बाद नवगछिया में सन्नाटा छा जाता है लेकिन शाम होते-होते फिर नवगछिया बाजार के लोग रोड पर नजर आने लगते हैं । बाज़ार के हड़िया पट्टी में कई तरह की दुकानें जैसे कपड़े, रेडीमेड , खैनी , सजावट , पूजा सामग्री सहित कई तरह की दुकानें खुल जाती हैं और ग्राहकों की भीड़ लग जाती हैं । नवगछिया के कई सामाजिक संस्था के मीडिया प्रभारी अशोक केडिया नें बताया कि सुबह प्रशासन नहीं रहने के कारण बहुत से दुकानदारों के द्वारा अपनी दुकान के खुलनें से इस तरह की समस्या उत्पन्न हो जाती है इस पर प्रशासन को पहल करने की आवश्यकता है ।

सोमवार, 30 मार्च 2020

कोरोना से लड़ने में बच्चों का करें सहयोग , आपका सकारात्मक व्यवहार है जरुरी • हर बच्चे के साथ अलग से समय बिताएं• अपने बच्चे की जरूरतों को सुनें • अच्छा व्यवहार करने पर बच्चे की करें प्रशंसा • किशोर-किशोरियों की पसंद का रखें ख्याल GS NEWS


मुंगेर / 30 मार्च: दिन व् दिन कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि हो रही है. इसको लेकर लोगों के मन में डर भी बढ़ता जा रहा है. ऐसी परिस्थिति में बच्चे एवं किशोर भी मानसिक रूप से परेशान हो रहे हैं. बच्चों एवं किशोरों के स्कूल एवं कॉलेज बंद हों के कारण वे घर पर बैठने को मजबूर हैं. बाल्यवस्था एवं किशोरवस्था उत्साह एवं उर्जा का समय होता है. ऐसे में यदि उन्हें अचानक घर पर बैठना पड़ जाए तो उनके मानसिक स्वास्थ्य पर यह प्रतिकूल असर भी डालता है. इसलिए ऐसे समय में जरुरी है कि घर के माता-पिता बच्चों एवं किशोरों को अधिक समय दें. उनकी समस्या सुनें एवं उनके साथ गुणवत्तापूर्ण समय व्यतीत करें ताकि उनके ऊपर संक्रमण का डर हावी ना हो सके. इसको लेकर पेरेंटिंग फॉर लाइफ लॉन्ग हेल्थ, द यूरोपियन रिसर्च काउंसिल, यूनिसेफ,सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन, द लीवरहुलम ट्रस्ट, द इकोनॉमिक एंड सोशल रिसर्च काउंसिल एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसी अन्य संस्थाओं के सहयोग से दिशा-निर्देश जारी किया गया है. 

हर बच्चे के साथ समय बिताने के लिए अलग समय तय करें:
पूरे देश में लॉकडाउन के कारण बच्चे घर पर रहने को मजबूर हैं. वह घर से बाहर निकलकर ना अपने दोस्तों से मिल सकती हैं और ना ही अपने पसंद के खेल बाहर खेल सकते हैं. इसलिए यह जरुरी है कि माता-पिता घर के हर बच्चे के साथ समय बिताने के लिए अलग समय तय करें. यह सिर्फ 20 मिनट या उससे अधिक समय के लिए भी हो सकता है. समय का निर्धारण माता-पिता अपने सुविधा के अनुसार करें. हर रोज एक ही समय हो सकता है ताकि बच्चे इस समय का इंतजार करें. 

अपने बच्चे से पूछें कि वे क्या चाहते हैं:
बच्चे से जरुर पूछें कि घर पर रहकर वे क्या करना चाहते हैं. इससे बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ेगा एवं यदि बच्चे अपने पसंद की चीजें करेंगे तब वे कोरोना संक्रमण की बातें सोचने से कुछ देर मुक्त हो सकेंगे. साथ ही वे आपके और करीब आ सकेंगे. 

अपने बच्चे के साथ ऐसे बिताएं समय: 
गाना गायें, चम्मच एवं बर्तनों से संगीत बनायें 
उनके चेहरे के भाव और आवाजों को दोहराएँ 
कप या ब्लॉक को एक के ऊपर दूसरे को रखें 
किताब पढ़ कर या चित्र दिखाकर, एक कहानी बताएं 
स्कूल के काम में बच्चों की मदद करें 

किशोर-किशोरियों की भावनाओं का भी रखें ख्याल:
बच्चों के साथ घर के किशोर एवं किशोरियों की भावनाओं का भी ऐसे समय में ख्याल रखें. उनसे भी बात करें एवं उनके मन में चल रही बातों को जानने की कोशिश करें. 
उनकी पसंदीदा चीजों जैसे खेल, टीवी शो एवं उनके दोस्तों के बारे में बात करें 
साथ में व्यायाम करें 
उनकी हॉबी के बारे में बात करें 
उनकी बातें सुनें, उनकी तरफ देखें. उनपर अपना पूरा ध्यान दें 

आपका सकारात्मक व्यवहार है जरुरी: 
अपने बच्चे के प्रति अभी आपके सकारात्मक व्यवहार की अधिक जरूरत है. कोरोना संक्रमण की बातें सुनकर घर के बच्चे अधिक डर सकते हैं. इसलिए अभी आपको अपने व्यवहार में परिवर्तन लाने की सख्त जरूरत है. 
यह जरुर करें: 
अच्छा व्यवहार करने पर अपने बच्चों की प्रशंसा करें 
बच्चों को घर में रहकर अपनी मर्जी की कुछ चीजें करने की छूट दें 
बच्चों पर गुस्सा ना करें. बच्चों से प्यार से बात करें 
अपने बच्चों की जरूरतों को सुनें एवं उनपर ध्यान दें

मुंगेर : कोरोना से लड़ने की तैयारी पूरी, वेंटिलेटर सहित अन्य सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता में आएगी तेजी GS NEWS


भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड करेगा 30000 वेंटिलेटर का निर्माण 
11 भारतीय कंपनियाँ को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों के निर्माण के लिए किया गया चिन्हित 
21 लाख पीपीई बॉडी कवरल्स निर्माण करने के दिए गए निर्देश 
प्रतिदिन 6000 बॉडी कवरल्स की जगह 15000 कवरल्स का होगा निर्माण 
देश के अस्पतालों में अभी तक 3.34 लाख व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों की है उपलब्धता 
प्रेस सूचना ब्यूरो भारत सरकार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी जानकारी 

पटना/ 30 मार्च: देश में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर इससे निपटने की भी तैयारी भारत सरकार द्वारा तेज कर दी गयी है. देश में कोवीड-19 की रोकथाम और प्रबंधन की उच्चतम स्तर पर निगरानी की जा रही है और राज्यों के सहयोग से विभिन्न कार्रवाई शुरू की गई है. पीपीई( व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों), मास्क और वेंटिलेटर की आवश्यकता को पूरा करने के लिए इनके  उत्पादन करने वाले उद्योग चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं और चिकित्सा कर्मियों के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण बनाने की कोशिश कर रहे हैं. कोरोना के गंभीर मरीजों को वेंटिलेटर की जरूरत होती है. इसे ध्यान में रखते हुए भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड को वेंटिलेटर निर्माण करने की जिम्मेदारी दी गयी है. साथ ही सभी दवा कंपनियों ने सरकार को आश्वासन दिया है कि इस संकट के दौरान दवाओं की कोई कमी नहीं होगी. यहां तक कि ऑटो निर्माता भी वेंटिलेटर विकसित करने और उत्पादन करने के लिए काम कर रहे हैं. कोरोना से लड़ने के लिए देश भर में  चिकित्सा कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है एवं किसी भी आपातकालीन स्थिति से लड़ने की तैयारी मुकम्मल की जा रही है. इसको लेकर प्रेस सूचना ब्यूरो भारत सरकार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर की जा रही तैयारियों को लेकर विस्तार से जानकारी दी है.  

प्रतिदिन 6000 से की जगह 15000 बॉडी कवरल्स का होगा निर्माण: 

व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट का उपयोग अलगाव क्षेत्रों और गहन देखभाल इकाइयों में काम करने वाले चिकित्सा कर्मियों द्वारा किया जाता है ताकि उन्हें संक्रमण से बचाया जा सके. ये अभी तक देश में निर्मित नहीं हो रहे थे. कोरोना जैसे आपदा को देखते हुए एवं  निकट भविष्य में उत्पन्न होने वाले पीपीई की भारी आवश्यकता की संभावना के मद्देनजर भारत सरकार ने देश में उनके निर्माण को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय प्रयास किए हैं. कपड़ा मंत्रालय और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय इस प्रयास में एक साथ काम कर रहे हैं. घरेलू निर्माताओं को इसके लिए प्रोत्साहित भी किया जा रहा है. अब तक 11 घरेलू निर्माताओं को गुणवत्ता परीक्षण में सफलता भी मिली है. इन निर्माताओं को  21 लाख पीपीई कवरल्स निर्माण के ऑर्डर भी दिए गए हैं.  वर्तमान में वे प्रति दिन 6000 से 7000 कवरल्स की आपूर्ति कर रहे हैं, जो अगले सप्ताह के अंदर प्रति दिन 15,000 तक बढ़ने की उम्मीद है. एक और निर्माता ने आज अर्हता प्राप्त की है और उन्हें 5 लाख कवरल्स का ऑर्डर भी दिया गया है. 

 
सिंगापुर स्थित ऑनलाइन प्लेटफार्म करेगा 10 लाख पीपीई किट की आपूर्ति: 

अब तक, देश भर के विभिन्न अस्पतालों में 3.34 लाख पीपीई उपलब्ध हैं. भारत सरकार द्वारा लगभग 60,000 पीपीई किट पहले ही खरीद और आपूर्ति की जा चुकी है. भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी ने चीन से 10,000 पीपीई की व्यवस्था की है जो प्राप्त भी हुए हैं और वितरित किए जा रहे हैं. 4 अप्रैल तक अन्य 3 लाख दान किए गए पीपीई कवरल्स आने हैं. 3 लाख पीपीई के लिए एक आदेश कारखानों के साथ रखा गया है. पीपीई किट के विदेशी स्रोतों को भी दुनिया भर में मांग में भारी वृद्धि का सामना करना पड़ रहा है. विदेश मंत्रालय के माध्यम से उनसे संपर्क किया जा रहा है. सिंगापुर स्थित ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की पहचान की गई है जो 10 लाख पीपीई किट की आपूर्ति कर सकता है और उन्हें खरीदने के लिए विदेश मंत्रालय के माध्यम से एक आदेश दिया गया है. कोरिया में स्थित एक और आपूर्तिकर्ता, जिसकी वियतनाम और तुर्की में उत्पादन कंपनियों के साथ टाईअप है, को 1 लाख से अधिक पीपीई किटों की दैनिक उत्पादन क्षमता के साथ पहचान की गयी है. इस कंपनी को 20 लाख पीपीई किटों की आपूर्ति के लिए विदेश मंत्रालय के माध्यम से आदेश दिए गए हैं. 

प्रतिदिन 1 लाख मास्क बनेंगे, देश के अस्पतालों में अभी 11.95 लाख एन-95 मास्क उपलब्ध: 
 

N95 मास्क का निर्माण दो घरेलू उत्पादकों द्वारा किया जा रहा है. वे इस समय प्रति दिन 50,000 मास्क की आपूर्ति करने में सक्षम हैं, लेकिन अगले सप्ताह के भीतर प्रति दिन 1 लाख मास्क बनाने की क्षमता बढ़ा रहे हैं. डीआरडीओ स्थानीय निर्माताओं के साथ मिलकर प्रति दिन लगभग 20,000 एन-99 मास

जरा भी नहीं बरतें लापरवाही, नहीं टला है खतरा- कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या - 961 संदिग्धों के क्वारंटाइन की है जिले में व्यवस्था - 91 बेडों का आइसोलेशन वार्ड मुंगेर में है उपलब्ध - तैयारी को स्वास्थ्य विभाग लगातार कर रहा अपग्रेड GS NEWS


मुंगेर/30 मार्च। देश भर में भले ही लॉकडाउन के छह दिन बीत चुके हैं, लेकिन कोरोनावायरस का खतरा अभी टला नहीं है। कोरोना वायरस कोविड-19 का संक्रमण अब ज्यादा बढ़ने लगा है। यहां से यदि जरा भी लापरवाही हुई तो फिर स्थिति और भी भयावह हो सकती है। ऐसे में खास कर आम जनों पूरी सावधानी बरतने की जरूरत है तथा हर हाल में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन का पालन करना होगा।

तैयारी को लगातार किया जा रहा अपग्रेड
जैसे-जैसे कोरोनावायरस का संक्रमण बढ़ते जा रहा है, वैसे-वैसे स्वास्थ्य विभाग अपनी तैयारियों को भी बढ़ाते जा रही है। जिसमें खास कर क्वारंटाइन तथा आइसोलेशन वार्ड व उसके बेडों की संख्या में लगातार इजाफा किया जा रहा था। एक सप्ताह पूर्व जिले में क्वारंटाइन तथा आइसोलेशन वार्डों को मिला कर कुल बेड की संख्या 181 थी। किंतु उसे अब बढ़ा कर 1052 कर दिया गया है। जिसमें जिले भर में 961 बेडों का क्वारंटाइन वार्ड तैयार किया गया है तथा 91 बेडों का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है। सिविल सर्जन डॉ पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर क्वारंटाइन तथा आइसोलेशन वार्डों में बेडों की संख्या बढ़ायी जा सकती है। 

तीसरे चरण के मुहाने पर पहुंची स्थिति
कोरोना वायरस कोविड-19 की स्थिति अब तीसरे चरण के मुहाने तक पहुंच चुकी है। पूरे बिहार कोरोना का पहला मामला यदि कहीं पाया गया तो वह मुंगेर में पाया गया। सैफ के सैम्पल में कोरोना वायरस का रिपोर्ट पॉजेटिव पाये जाने के बाद से पिछले एक सप्ताह में यह संक्रमण 15 गुणा तक फैल चुका है। अब तक कुल 15 पॉजेटिव केस सामने आ चुके हैं, जिसमें सबसे अधिक मुंगेर का ही कोराना संक्रमित मरीज पाया गया है। जानकारों का मानना है कि कोरोना वायरस को दूसरे चरण तक सामाजिक दूरी बना कर रोका जा सकता है। किंतु तीसरे चरण में पहुंच जाने के बाद यह वायरस समुदाय स्तर पर संक्रमण फैलाना शुरु कर देता है। ऐसे में आगामी 14 अप्रैल तक लॉकडाउन का पालन करना आम-आवाम के जिंदगी के लिए बेहद जरूरी है। 

नये केस पाये जाने पर बढ़ी चिंता
पिछले 22 अप्रैल को सैफ के पॉजेटिव पाये जाने का मामला सामने आया था। जिसके बाद सैफ के सम्पर्क में आये कुल 62 लोगों की सूची तैयार की गयी। किंतु उनमें से 56 लोगों का 24 मार्च को सैम्पल संग्रह हो पाया, जिसे जांच के पटना भेजा गया था। जिनमें से एक महिला तथा एक बालक में कोरोना पॉजेटिव की पुष्टि की गयी तथा शेष 54 लोगों का रिपोर्ट निगेटिव पाया गया। बांकी चिन्हित लोगों ने स्वयं ही मेडिकल कॉलेज भागलपुर पहुंच कर अपना सैम्पल संग्रहित करवा कर जांच के लिए पटना भेजा। उसके बाद 27 मार्च को मुंगेर से 07 लोगों का सैम्पल संग्रह कर जांच के लिए भेजा गया तथा 28 मार्च को यहां से कुल 73 लोगों का सैम्पल संग्रह कर जांच के लिए आरएमआरआई पटना भेजा गया। लगातार संदिग्धों तथा पॉजेटिव केस की संख्या बढ़ते जाने से अब न सिर्फ आम लोगों की, बल्कि जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग की भी चिंता बढ़ने लगी है।

भारत सरकार के निर्देश का पालन  करें  तभी कोरोना जैसी महाविनाश की भट्टी में जानें से रूकेगें - स्वामी  आगमानंद जी महाराज GS NEWS

 नवगछिया :  वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर देश भर में लॉकडाउन है. लोग इस संक्रमण से बचने के लिए घर अंदर बने हूए है. इसी क्रम  में श्रीशिवशक्तियोग पीठ नवगछिया के पीठाधीश्वर परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज ने कहा कि  वर्तमान समय संपूर्ण विश्व मानवता कोरोना वायरस से भया क्रांत है दुनिया भर के बड़े-बड़े शक्तिशाली और पूंजीपति देश भी शक्ति और धन के प्रताप और प्रभाव से इस कोरोना  से लड़ने में अपनी असमर्थ  प्रकट कर रहे हैं विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार अभी तक इसकी कोई दवाई भी ना बन सकी है . यह जंगल में आग की तरह फैलने वाली महा वैश्विक महामारी है विश्व के सभी देशों के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री विश्व स्वास्थ संगठन एवं इस बीमारी की रोकथाम के लिए गए  निर्देशों का पालन समस्त जनता हरसंभव कर रहे है. हर व्यक्ति मॉस , रुमाल गमछा से अपने मुंह को ढक कर रखें साबुन से बार-बार हाथ धोते रहें सैनिटाइजर का उपयोग करें अपने आप को स्वच्छ व साफ सुथरा रखने का प्रयास करें प्रति व्यक्ति सामने वाले से कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखें सोशल डिस्टेंस यानी सामाजिक दूरियां बनाए रखना सबसे उत्तम उपाय है किसी भी प्रकार की भीड़-भाड़ से बच कर अपने-अपने घरों में सुरक्षित रहें तभी  इस बीमारी की श्रृंखला टूट सकती है और इसी से इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है सूर्य की किरणों के तेज बढ़ने से महामारी की फैलने की गति की तीव्रता में कमी आएगी ऐसी उम्मीद की किरणें शवों पर दिखाई पड़ रही है इन्हीं सब कारणों से 1 दिन जनता कर्फ्यू लगा कर फिर से 14 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है विश्व मानवता की सुरक्षा भारत देश वासी बखूबी से भारत सरकार के द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन कर रहे हैं और करना भी चाहिए विश्व के तमाम देशों को भी सतर्क होकर  प्रयास करना चाहिए . सब का परम धर्म और कर्तव्य है  कोरोनावायरस से महामारी जैसी महाविनाश की भट्टी में जाने से रोकें तभी विश्व का कल्याण संभव है समस्त श्री शिवशक्ति योगपीठ परिवार का इस  महा अभियान में राष्ट्र एवं विश्व परिवार के साथ हैं और सभी मांगों को इस पुनीत कार्य में शामिल होने का विनम्र आग्रह है  हम आप सभी प्राकृति से छेड़छाड़ ना करने का  संकल्प लेते हुए अपने अनेक  दुर्लभ जीवों का अपना  आहार न बनाने का वर्जन करते हुए भगवान भगवती से मन ही मन वैश्विक महामारी को रोकने के लिए प्रार्थना करें .

नवगछिया में छत पर हुआ चैती छठ , विडिओ कॉल कर रिश्तेदारों को दिलाया अर्घ GS


नवगछिया में  नोवेल कोरोना को लेकर नगर के सत्संग भवन रोड की मालती देवी नें हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी चैती छठ का व्रत परबैतनी के रूप में की , इस बार उन्होनें नवगछिया गोपाल गौशाला में नहीं कर अपनें घर के छत पर की जिसमें महज परिवार के कुछ लोग ही थे । मौक़े पर उनके पुत्र आकाश कुमार नें बताया कि हर वर्ष  चैती छठ में अपनें पूरे परिवार के परिजन शामिल होतें थे घर में त्योहार को लेकर भीड़ भरा रहता था लेकिन इस बार कोविड19 कोरोना महामारी को लेकर महज 3 - 4 जो परिवार के हैं वो ही सिर्फ़ शामिल हुए हैं अपनें परिवार के सभी लोगों को विडिओ कॉलिंग कर छठ पूजा में अस्तलचलगामी सूर्य को अर्घ दिलवाया हैं । 

मौक़े पर परबैतनी मालती देवी नें कहा कि नोवेल कोरोना वायरस जैसे महामारी से नवगाछिया सहित देशवासियों को बचाने के इस बार मैनें पूरी मन से आराधना की हैं बिहार सहित देश आज जिस परिस्थिति में गुजर रहा है जो काफी दुखद और चिंतनीय विषय है देश के आम आवाम को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है साथ ही साथ निचले तबके के लोगों को सही से भोजन नहीं मिल पा रहा है लॉक डाउन जो सरकार के द्वारा देशवासियों को सुरक्षित रखने के लिए लगाया गया है उसमें तो समस्या लोगों को उत्पन्न हो ही रहा है। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि जब लोग घर में रहेंगे तो तभी देश और वह स्वयं सुरक्षित रहेंगे अपने को बचाना है और साथ-साथ देशवासियों को भी बचाना है।

रविवार, 29 मार्च 2020

नवगछिया : लाँक डाउन में जनता ने माना पुलिस वाले है देश के रियल हीरो GS NEWS

विशाल  कश्यप की रिपोर्ट 

भारत सहित आसपास के देशों में कोरोना वायरस कि माहमारी से कोहराम मचा हुआ। इस विकट स्थिति से निपटने के लिए प्रधानमंत्री ने लाँक डाउन कर,नागरिकों से घर में रहने कि अपील की।जिसके बाद लोगों ने खुद को घरों में महफूज कर लिया।कारण एक दूसरो से दूरी बने रहे ओर वायरस कि वजह से किसी कि मौत नही हो।इस विकट परिस्थितियों में देश के हर राज्य के पुलिस प्रशासन ने रियल हीरो का काम किया है।एक ओर जहां लोग अपने अपने घरों में दुबके पडे हैं वही इन पुलिस एंव डाक्टरों के कंधो पर देश की हर एक नागरिक कि जिम्मेदारी हेतु ड्यूटी पर तैनात है।रात दिन लोगों की सेवा में लगे हैं। पुलिस प्रशासन अपनी जान एंव भूख कि प्रवाह किए बगैर फँसे लोगों को खाने के साथ साथ कुछ नगद मदद कर उनके मसीहा बन रहे।राहगीरों ने पुलिस प्रशासन का ये रूप देख माना कि ये सच मुच के "रियल हीरो" है।वहीं इस सब के बीच युवाओं ने बढ चढ कर यथा संभव  फंसे लोगों को एंव आसपास के गरीब भूखे लोगों को खाना खिला रहे हैं।इस काम में भवानीपुर के युवा सद्दाम हुसैन, राजा झा, धर्मेंद्र यादव,उप मुखिया सुधीर यादव, व्यावसायि पवन गुप्ता,गोकुल यादव,उचित यादव, राँबिन कुमार, बिहार पुलिस राजेश शर्मा,एंव राजीव यादव के द्रारा खाना बना कर रिक्शा चालक,ठेला चालक,मजदूरों को घूम घूम कर उनके जगह तक पहुंचने का काम कर रहे हैं।इन लोगों ने बताया कि हमलोगों के द्रारा 10,15लोगो को खाना बाँटा जा रहा है जिससे कि हमारे आसपास रहने वाले लोगों कि भूखे से मौत ना हो। सद्दाम हुसैन ने बताया कि हमलोग का इंसानियत बनता है। कि हमलोग ऐसे विकट परिस्थिति में एक जूट होकर लोगों की सेवा में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले ओर इस कोरोना वायरस को हराकर इसे जड़ से खत्म कर दे।वही घमैन्द यादव ने कहा कि हमारे गांव के 100से अधिक लोग पंजाब के मणिमाजरा थाना क्षेत्र में फँसे हुए हैं उनके पास अब पैसे से लेकर राशन तक नहीं बचा है।उसको वहां से निकालने के लिए मणिमाजरा के सांसद एवं थानाध्यक्ष से बात की जा रही है जल्द ही उनको खाना एंव आने कि व्यवस्था की जाऐगी।

नवगछिया : अर्जुन कॉलेज ऑफ एजुकेशन ने मुख्यमंत्री राहतकोष में दिये दो लाख 50 हजार रुपये GS NEWS


नवगछिया - वैश्विक आपदा कोरोना वायरस कोविद 19 के संकट की घड़ी में नवगछिया के रंगरा प्रखंड स्थित अर्जुन कॉलेज ऑफ एजुकेशन की तरफ से मुख्यमंत्री राहतकोष में दिये दो लाख 50 हजार रुपये की साहायता राशि चेक के माध्यम से दिया है. अर्जुन मेमोरियल ट्रस्ट की अध्यक्ष नीलम देवी और सचिव राजीव रंजन ने सरकार को उक्त रूपये बिहार के लाचार मजदूरों की सलामती के लिये खर्च करने की सलाह दी है. अर्जुन मेमोरियल ट्रस्ट के सचिव राजीव रंजन ने कहा है कि कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिये सबों को मदद के लिये आगे आना चाहिये. श्री रंजन ने कहा कि इस विपदा की घड़ी में सरकारें अच्छा काम कर रही हैं. उन्होंने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने अपने घरों में रहें और सुरक्षित रहें.

नवगछिया में लोगों के घरों तक भोजन पहुंचा रहे हैं फाइटर जेम्स - अपना मोबाइल नंबर किया सार्वजनिक GS NEWS


नवगछिया में ताईक्वांडो के राष्ट्रीय खिलाड़ी फाइटर जेम्स अपने मुहल्ले में लोगों के घर तक भोजन और राहत सामग्री पहुंचा रहे हैं. फाइटर जेम्स ने इस कार्य के लिये अपना मोबाइल नंबर भी जारी किया है. जेम्स ने कहा कि वैसे तो सुबह उठते ही वे यह पता लगाने का प्रयास करते हैं कि किनके घर मे चूल्हा जलने की स्थिति नहीं है. या फिर फोन करने पर वे मदद करते हैं. जेम्स ने अपना मोबाइल नंबर 6203207689 जारी किया है. जेम्स ने कहा कि इस विपदा की घड़ी में सुरक्षित करना और पेट भरना सबसे बड़ी समस्या है. सुरक्षा लोगों के खुद के हाथ मे तो भोजन के लिये नगर के सक्षम लोगों को जरूर आगे आना चाहिये.

नवगछिया में सीएनजीएन ने ब्लीचिंग पाउडर और सेनीटाइजर का किया छिड़काव GS NEWS

नवगछिया में सामाजिक संस्था सीएनजीएन ने रविवार को नवगछिया नगर पंचायत के  वार्ड नंबर 16 और 21 में सैनिटाइजर और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया. इस अवसर पर  मीडिया प्रभारी अशोक केडिया ने कहा कि यह कार्यक्रम सभी वार्डों में चलाया जाएगा. इस अवसर पर संस्था के संरक्षक श्रीधर कुमार, मीडिया प्रभारी अशोक केडिया, सचिव राजीव गुप्ता, पीयूष कुमार, शिव शक्ति समीर, काशी गुप्ता  प्रमोद यादव,पुलकित मंडल,सन्तोष गुप्ता और अन्य सदस्य भी मौजूद थे.

नवगछिया के पांच लोग होम कवारेन्टाइन, नगर पंचायत ने दी घर में रहने की सलाह GS NEWS

नवगछिया नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी ने नगर के पांच लोगों को होम कवारेन्टाइन घोषित करते हुए सबों के घर पर एक इश्तेहार चिपकते हुए लॉक डाउन तक घर के अंदर रहने, खुद भी बचने और औरों को भी बचने की सलाह दी है. होम कवारेन्टाइन घोषित किये गये लोगों में कुल तीन घरों के पुरूष सदस्य और दो महिला सदस्य हैं.

नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में सौ से अधिक लोगों की जांच GS NEWS

नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में रविवार को भी सौ लोगों की जांच की गयी. नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में स्थाई रूप से कोरोना संदिग्ध लोगों का प्राथमिक जांच किया जा रहा है तो रविवार से चलंत जांच की व्यवस्था भी की गयी है.

नवगछिया : सब्जी मंडी में लगनें वाले भीड़ को लेकर दो स्थानों पर बनाया गया सब्जी बिक्री केंद्र GS.NEWS



नवगछिया - लॉक डाउन के बाद नवगछिया सब्जी मंडी में लग रही भीड़ को देखते हुए अनुमंडल प्रशासन ने स्टेशन रोड से सब्जी मंडी को हटा कर दो जगहों राजेन्द्र काॅलनी मैदान एवं हाई स्कुल के मैदान में शिप्ट करने का निर्णय लिया है. अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश कुमार एव अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रवेन्द्र भारती ने इसके लिये पहल करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दिया है. राजेन्द्र कॉलोनी में सब्जी मंडी लगाने के लिये जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों के सदस्यों से बातचीत भी की गयी है. रविवार को नवगछिया स्टेशन रोड में दुकान लगाने वाले सब्जी दुकानदारों को दोनों जगहों में से एक जगह पर अपनी मर्जी से दुकान लगाने का निर्देश भी दिया जा चुका है. जानकारी दी गयी है कि नवगछिया स्टेशन रोड से हटा कर सब्जी मंडी को दो भाग में विभक्त कर देने से एक साथ लोगों की अत्यधिक भीड़ भी जमा नहीं होगी और कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया जा सकेगा. नवगछिया के पूर्वी और उत्तरी क्षेत्र के इलाके रंगरा और गोपालपुर प्रखंड के लोगों के अलावा हरनाथचक के लोग हाई स्कूल के ग्राउंड में लगने वाले सब्जी मंडी में खरीददारी करेंगे तो नवगछिया के पश्चिम और दक्षिण इलाके नवगछिया ग्रामीण और शहर के लोगों को राजेंद्र कॉलोनी के मैदान में सब्जी खरीदने में सहूलियत होगी. लॉक डाउन के बाद देखा जा रहा था कि सुबह 7:00 बजे से लेकर 10:00 बजे तक नवगछिया स्टेशन रोड में लगने वाली सब्जी मंडी में आम दिनों की तरह ही लोग सब्जी की खरीदारी करते थे और सोशल डिस्टेंसिंग का जरा भी पालन नहीं करते थे. नवगछिया के स्थानीय लोगों ने प्रशासन के इस कदम को सराहनीय बताया है. स्थानीय लीगों और जनप्रतिनिधियों ने दोनों जगह पर जाकर स्थल का निरीक्षण किया है. निरीक्षण के क्रम में पार्षद प्रतिनिधि मनीष सिंह, पंकज कुमार भारती, विशाल गुप्ता, डब्लू कुमार, सुमित कुमार, नवीन कुमार, अमित कुमार, पंकज गुप्ता, रामचन्द्र झा, सुनील कुमार, संजय चौधरी, घनश्याम यादव , एवं अन्य लोग मौजूद थे.

नवगछिया के घायल युवक की पटना में इलाज के दौरान हुई मौत GS NEWS


नवगछिया के नया टोला निवासी गुलशन कुमार उर्फ गुड्डू की मौत आज पटना मे इलाज के दौरान हो गई मालूम हो कि राजेंद्र कॉलोनी में अपराधियों ने गुलशन पर गोली चलाई थी जिसका इलाज मायागंज के बाद पटना में चल रहा था कुछ देर पहले इलाज के दौरान उसकी मौत पटना में हो गई। हमारे संवाददाता के द्वारा हर समय इस घटना पर करि नजर राखी जा रही थी।मौत की खबर सुनते ही पूरा शहर शोक में है, घर में मातम छाया हुआ है, परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। शव का पोस्टमार्टम पटना अस्पताल में कर दिया गया है। परिजन शव को लेकर नवगछिया के लिए रवाना हो चुके हैं।

नवगछिया में सपत्नीक वार्ड पार्षद बाँट रहें राहत सामग्री GS NEWS


नवगछिया के समाजसेवी साहू वार्ड पार्षद अजय कुमार प्रमोद ने अपने वार्ड संख्या 16 में अखिल भारतीय कर्फ्यू में नवगछिया की वर्तमान स्थिति को देखते हुए सैकड़ों  लोगों के बीच जरूरतमंद वाली सामान का वितरण किया ।


वहीं मौके पर सैकड़ों परिवार को राहत सामग्री बांटी गई इस कार्य के लिए नवगछिया के कई गणमान्य लोगों ने भी वार्ड पार्षद के कार्यों को सराहा ।

मौके पर वार्ड पार्षद अजय कुमार प्रमोद ने कहा कि इस विषम परिस्थिति में जनता का सेवा करना परम कर्तव्य है मैं भी आगे बढ़कर सहयोग करने के लिए तैयार हूं उन्होंने कहा कि नवगछिया अनुमंडल सहित गोपालपुर विधानसभा व भागलपुर लोकसभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को भी आगे आना चाहिए और राशन व जरूरत की सामान को घर-घर पहुंचाने का कार्य करना चाहिए मौके पर वार्ड पार्षद की पत्नी रश्मि रथी ने भी कई दर्जन महिलाओं को कई तरह की राहत सामग्री का वितरण किया ।

शनिवार, 28 मार्च 2020

कोरोना को लेकर संवेदनशील दिख रही गांव की महिलाएं-महिलाएं लोगों से घरों में ही रहने को कर रही है प्रेरित-टीवी, इंटरनेट, लूडो, शतरंज और अंताक्षरी से कर रही मनोरंजन-घर की छतों से ही हो रहे है पड़ोसियों से दीदार और बातें GS NEWS


मुंगेर/28 मार्च। कोरोनावायरस के संक्रमण को लेकर पूरी दुनियां के लोग चिंतित है। इस वैश्विक महामारी से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बना रहे सरकार ने एहतियात कदम उठाते हुए लॉकडाउन घोषित कर दिया है। ऐसे में गांव और शहर की सड़कें और गलियां सूनी पड़ी है। ग्रामीण बाहर से आने वाले लोगों की पहचान होते ही फौरन मुखिया और थाने को इसकी सूचना देते हैं। पिछले चार दिनों से शाम 7 बजते ही शहर और गांव में ऐसा लगता है मानो रात के 11-12 बज रहे हो। ऐसे में जहां पुरुष लॉकडाउन के महत्व को समझ रहे वहीं गांव और शहर की महिलाएं भी कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर संवेदनशील दिखती है। घर के कोई सदस्य या बच्चे घर से अगर निकलने की कोशिश करते है तो घर में मौजूद महिलाएं उन्हें रोकती है। साथ ही उन्हें कोरोना वायरस के बारे में जानकारी देती है और साफ-सफाई पर विशेष ख्याल देने की बात करती है।

गांव की महिलाएं लॉकडाउन का कर रही है पालन :

अब जब 14 अप्रैल तक 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित है ऐसे में कामकाज के बाद महिलाएं घर में बैठे-बैठे बोर नहीं हो इसके लिए अपने घर के दरवाजे पर ही बच्चों के साथ मनोरंजन कर रही है। पीएम नरेंद्र मोदी के आह्वान का समर्थन करती हुई बकरी गांव की मालती देवी और धपरी की उर्मिला देवी ने कहा कि इस समय हम सभी को लॉकडाउन का पालन करना चाहिए। वही जमालपुर की बेबी कुमारी ने कहा कि पड़ोस की महिलाएं भी दूसरे घरों में संक्रमण को रोकने चलते नहीं जा रही.ऐसे में गप-शप भी बंद है और गांव व मोहल्ले की गतिविधियों भी अपनी छतों से देख रही है। गांव की महिलाएं कोरोना वायरस को लेकर लगाए गए लॉकडाउन का पालन करती दिख रही है। लोग घरों में रहकर खुद को कोरोना से बचा रहे हैं। 

व्वाट्सएप पर मैसेज भेजकर भी किया जा रहा जागरूक 

हवेली खड़गपुर के धपरी गांव की वार्ड पार्षद हेमलता केसरी और उषा देवी बताती हैं कि महिलाओं के बीच कोरोना से बचाव को लेकर जागरूक किया जा रहा है। महिलाओं को साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने की बात कहीं जा रही है। जागरूकता के साथ-साथ बेवजह तनाव में लोग न रहे इसके लिए व्वाट्सएप पर मैसेज भेजकर भी जागरूक किया जा रहा है। वही धपरी के मुखिया विभाष चंद्र निराला ने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों की सूची तैयार की जा रही है। इसकी सूचना प्रशासन को हर दिन दी जाती है। ताकि जरूरत पड़ने पर संदिग्ध लोगों की जांच हो सकें। 

टीवी सीरियल, लूडो और शतरंज में बच्चे हैं मशगूल

घर के कामकाज के बाद घर में ही परिवार की अन्य महिला सदस्य और बच्चियों के साथ टीवी पर शुरू हुए रामायण, देश-विदेश में कोरोना से जुड़े समाचार, फिल्म आदि देखकर मन बहला रही है तो कई महिलाएं और बच्चियां घर में लूडो, शतरंज और अंताक्षरी से मनोरंजन कर रही है। ऐसी स्थिति अब इन महिलाओं के दिनचर्या में शामिल होने लगा है। कोरोनोवायरस संक्रमण को लेकर ग्रामीण इलाके के लोग जागरूक दिख रहे हैं। लोग घरों में रहकर खुद को कोरोना से बचा रहे हैं।

अपने छत से दूसरे पड़ोसियों का ले रही हाल

इधर शाम ढलने के साथ शोर-गुल भी थम जा रहे है। शाम में पड़ोस की महिलाएं भी एक दूसरे के घर नहीं आ रही। शाम के वक्त अपने-अपने छतों पर लोगों की अच्छी खासी चहल-पहल देखी जा रही है। पड़ोस की महिलाओं से बातचीत का सिलसिला भी एक छत से दूसरे छत तक होती दिखती है। छतों पर हो रहे बातचीत से घर में बनाए गए व्यंजन और कार्य की चर्चा हो रही है। लेकिन वहां भी कोरोना की चर्चा पीछा नहीं छोड़ रहा। कोरोना वायरस फैलते संक्रमण के चैन को तोड़ने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने की बात कहती हैं।

शुक्रवार, 27 मार्च 2020

नवगछिया में क्लीन नवगछिया ग्रीन नवगछिया की हुई एक अहम बैठक GS NEWS


नवगछिया - क्लीन नवगछिया ग्रीन नवगछिया द्वारा कोरोना वायरस को लेकर लिया गया कई निर्णय इसकी जानकारी संस्था के मीडिया प्रभारी अशोक केडिया ने दी. सभी सदस्य सोशल डिस्टेंसिग के साथ मास्क पहने हुए थे एवं सेनेटाइजर से हाथ पोछने के बाद ही बैठक की शुरुवात की थी.
बैठक की अध्यक्षता कर रहे अध्यक्ष चंद्रगुप्त साह ने कहा कि कोरोना वायरस आज भारत ही नहीं पूरे विश्व को अपने चपेट में लिया हुआ है इस विपत्ति काल में हम लोगों को गरीब निःसहाय लोगों के लिए जो भूखे प्यासे रह रहे हैं उन लोगों को नवगछिया की अग्रिम संस्था क्लीन नवगछिया ग्रीन नवगछिया द्वारा सत्तू मुड़ी दालमोट नमक साबुन आदि का वितरण किया जाएगा. जिससे निःसहाय लोगों को भोजन प्राप्त हो सके. साफ सफाई पर भी विशेष ध्यान देते हुए संस्था द्वारा रविवार को नगर में ब्लीचिंग पाउडर एवं सैनिटाइजर से छिड़काव किया जाएगा. संस्था के अध्यक्ष चंद्रगुप्त साह ने सरकार से आग्रह किया है कि मिडिल क्लास के व्यवसाई के लिए भी ध्यान देना चाहिए जो अपना व्यवसाय को बंद किए हुए हैं उन्हें भी सरकार द्वारा मदद की आवश्यकता है उन्होंने नगर के नागरिकों से आग्रह किया कि वे अपने घर में रहे बहोत जरूरी हो तो ही बाजार करने के लिए निकले और बाजार कर वापस अपने घर में ही रहे. बताते चलें कि जब-जब समाज में किसी तरह की विपत्ति आती है तो नवगछिया की अग्रणी संस्था क्लीन नवगछिया ग्रीन नवगछिया  समाज में लोगों की मदद करने के लिए हमेशा तत्पर रहती है आज भारतवंशी जिस विपत्ति से गुजर रहे है इस विपत्ति काल में समाज की सभी संस्थाओं को आगे आने की जरूरत है. इस बैठक में संस्था के अध्यक्ष चंद्रगुप्त साह, संयोजक श्रीधर शर्मा, सचिव राजीव गुप्ता, मीडिया प्रभारी अशोक केडिया, कोषाध्यक्ष विक्रम भुडोलिया, समीर गुप्ता, राकेश चिरानिया, सूचित गाड़ोदिया इस बैठक में उपस्थित थे. संस्था के संयोजक श्रीधर कुमार ने कहा कि सामाजिक जरूरत पर संस्था की बैठक अब सोशल साइट व्हाट्सअप्प कॉलिंग पर ही होगी.

नवगछिया में 15 से 20 रुपये किलो बिक रहा हैं दूध , लेने वाला नहीं मिल रहा GS NEWS

नवगछिया में लॉक डाउन के वजह से मवेशी पालक की स्थिति काफी दयनीय हो गयी है. अनुमंडल में सभी मिठाई की दुकान एवं आने जाने वाले साधन बंद हो जाने के कारण किसान का दूध कोई भी दहियार लेने को नहीं आता है. जिसके वजह से पशुपालकों को जो भी दूध होता है वह दूध सिर्फ रोजाना लेने वाले ग्रामीण ही लेते हैं. बाकी सारा दूध रखा रह जाता है, जिसके वजह से दूध नहीं बिकने के कारण किसान बहुत दुखी है और दूध की कीमत में भी भारी गिरावट हो गई है. जहां दूध 40 से 45 रुपए किलो बिकता था वहीं आज 15 से ₹20 किलो में भी कोई दूध लेने वाला नहीं मिलता है.

नारायणपुर - खाधान्न कालाबाजारी के विरोध में डीलर के घर उपभोक्ता ने किया हंगामा GS.NEWS

 

 नारायणपुर - सीओ, एमओ, थानाध्यक्ष ने जांच में स्टॉक में मिला पांच बोरा चावल एवं दो बोरी गेहूं मात्र 
डीलर गिरफ्तार
 नगड़पारा उत्तर पंचायत के नारायणपुर गॉव में शुक्रवार को डीलर द्वारा खाद्यान्न कालाबाजारी के विरोध में महिला, पुरुष उपभोक्ता ने जमकर हंगामा किया,उपभोक्ता का आरोप था कि डीलर राजकिशोर पासवान सभी से राशनकार्ड लेकर खाद्यान्न कालाबाजारी कर हमलोगों को टाल मटोल कर रहे हैं. ग्रामीणों की सुचना पर पहुंचे आपुर्ति पदाधिकारी अजीत कुमार सिंह, अंचलाधिकारी रामजपी पासवान, भवानीपुर थानाध्यक्ष नीरज कुमार, प्रमुख प्रतिनिधि मंटु यादव, मुखिया नरेंद्र कुमार घटनास्थल पर पहुंचे. जांच के क्रम में डीलर पदाधिकारी को चकमा देकर घर के पीछे मकई खेत के रास्ते फरार हो गए. इस दौरान ग्रामीण एवं भवानीपुर पुलिस डीलर को ढुंढने की मशक्कत की लेकिन असफल रहे. देर संध्या लगभग आठ बजे गुप्त सुचना पर सअनि सुभाष यादव पुलिस बल के साथ रायपुर गांव से डीलर को गिरफ्तार किया. पदाधिकारी द्वारा स्टॉक की जांच में मात्र 5 बोरी चावल, दो बोरी गेहूं, 39 लीटर किरासन पाया गया. आपुर्ति पदाधिकारी अजीत कुमार सिंह ने डीलर के खिलाफ कालाबाजारी के आरोप में लगभग 50 उपभोक्ता के बयान पर भवानीपुर ओपी में प्राथमिकी दर्ज कराई. मुखिया नरेंद्र कुमार ने बताया कि पुर्व में भी डीलर ने आठ माह का गरीबों का नवाला 2013 में पदाधिकारी की मिलीभगत से गबन कर मुंह से छिन लिया था. थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने बताया कि गिरफ्तार डीलर को शनिवार को स्वास्थ्य जांच के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जाएगा.


2. 

मारपीट, प्राथमिकी


प्रतिनिधि नारायणपुर - भवानीपुर थाना क्षेत्र के कुशाहा गॉव में दो पक्षों में मारपीट को लेकर भवानीपुर पुलिस ने जख्मी रोहित शर्मा व भोला शर्मा का इलाज पीएचसी नारायणपुर में करवाया.कुशाहा निवासी जख्मी भोला शर्मा ने गॉव के ही रामबरण शर्मा, विजय शर्मा,लगीन शर्मा,भवेश शर्मा, राजीव शर्मा,राहुल शर्मा के विरुद्ध घर में घुसकर जबरन घर से पुरे परिजनों को गाली गलौज व मारपीट कर बाहर निकालने का आरोप लगाते हुए भवानीपुर ओपी में प्राथमिकी दर्ज की है. उक्त जानकारी थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने दी.

नवगछिया - देश के कई हिस्सों में फंसे हैं नवगछिया के दो हजार से अधिक लोग GS.NEWS

कोरोना और भूख दोनों से लड़ रहे हैं जिंदगी की जंग
सबों की है इच्छा किसी तरह पहुंच जायें अपने गांव
 दिल्ली, नोयडा, तेलंगाना, हरियाण में फंसे हैं कई मजदूर
 देश के कई हिस्सों में नवगछिया के दो हजार से ज्यादा
मजदूर फंसे हुए हैं. शुक्रवार को बात सामने आयी है कि तेलंगाना, यूपी के
नोयडा और राजधानी दिल्ली के अलग अलग जगहों पर बड़ी संख्या में मजदूर अखिल
भारतीय लॉक डाउन में फंस गये हैं. सभी जगहों पर काम बंद हो गया है.
ठेकेदारों ने अपना पल्ला झार लिया है. ऐसी स्थिति में मजदूरों के समक्ष
सबसे बड़ी समस्या भोजन की समस्या है. ऐसे मजदूर एक तरफ भूख तो दूसरी तरफ
कोरोना वायरस से जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं. सभी मजदूर अपने अपने घर आना
चाह रहे हैं लेकिन लॉक डाउन में कोई उपाय नहीं सूझ रहा है. शुक्रवार को
बड़ी संख्या में अलग अलग जगहों पर रहने वाले मजदूरों ने अपना वीडियो
नवगछिया के पुलिस पत्रकारों और प्रशासनिक पदाधिकारी, जनप्रतिनिधियों को
भेज कर सहयोग करने की अपील की है. दूसरी तरफ देश के अलग अलग हिस्सों में
फंसे मजदूरों के परिजन अनहोनी की आशंका से सहमे हुए हैं.
दिल्ली में फंसे मजदूरों के लिए पास में ही की गयी खाने की व्यवस्था

दिल्ली के महरौली विधानसभा के वसंतकुंज मसूदनपुर में फंसे नवगछिया के
कोसी पार कदवा, तेतरी और बगड़ी गांव के दो सौ मजदूरों के लिए दिल्ली
सरकार के एक शिविर में भोजन की व्यवस्था की गयी है. नवगछिया के पूर्व
सांसद अनिल कुमार यादव के पहल के बाद महरौली के स्थानीय प्रशासन ने कहा
कि जल्द ही लोगों की सुध ली जायेगी. इधर सभी मजदूर दिल्ली से नवगछिया आना
चाह रहे हैं. जिसके लिए किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं हो पा रहा है.

तेलंगाना में फंसे मजदूरों को उपलब्ध करवाया गया भोजन

खरीक के तुलसीपुर और जमालदीपुर गांव के एक सौ से ज्यादा मजदूर फंसे हुए
थे. जब मजदूरों ने फेसबुक पर अपना वीडियो वायरल किया तो युवा राजद के
प्रदेश प्रवक्ता अरूण कुमार ने उक्त बातों से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी
यादव को अवगत कराया. नेता प्रतिपक्ष की पहल से वहां फंसे मजदूरों के लिए
भोजन और कोरोना से लड़ने के लिए संसाधनों की व्यवस्था की गयी है.

दिल्ली के लाजपत राय मार्केट, लाल किला के पास फंसे हैं पचगछिया के 116 मजदूर

दिल्ली के लाजपत राय मार्केट, लाल किला के पास फंसे हैं पचगछिया के 116
मजदूर लॉक डाउन के बाद से फंसे हुए हैं. सबों को रहने के लिए प्रयाप्त
जगह नहीं है. सबों ने एक वीडिया भेज कर नवगछिया के स्थानीय प्रशासन और
जनप्रतिनिधियों से मदद करने की गुहार लगायी है. फंसे मजदूर मो अफजल, मो
हामीद, मो अफरोज ने बताया कि यहां उनलोगों के समक्ष सबसे बड़ी समस्या
भोजन और रहने की है. या तो दिल्ली सरकार उनलोगों के यहां रहने की समुचित
व्यवस्था करे या फिर नवगछिया भेजने की कृपा करे.


नोयडा में फंसे 50 से अधिक मजदूर

यूपी के नोयडा में 50 से अधिक मजदूर फंसे हुए हैं. मजदूरों ने स्थानीय
जनप्रतिनिधियों से बात कर मदद करने की गुहार लगायी लेकिन लेकिन कोई भी
लॉक डाउन के कारण कुछ भी कर पाने में सक्षम नहीं है. इधर हरियाणा के
सोनीपथ, यूपी के गोरखपुर में नवगछिया के मजदूरों के फंसे होने की बात
सामने आ रही है. रंगरा के जहांगीरपुर वैसी के तीस मजदूरों के भी दिल्ली
में फंसे होने की सूचना है.

भीख मांग कर खाने को मजबूर हैं यूपी में फंसे कदवा के ग्यारह मजदूर


लॉक डाउन में कदवा के और भी 11 मजदूर हरियाणा व यूपी में फंसे हुए हैं.
खैरपुर पंचायत के बिंदटोली गांव निवासी त्रिवेणी सिंह, सिकेन्दर मंडल व
विपिन मंडल के साथ कुल 6 मजदूर 21 मार्च को लोकमान तिलक एक्स से घर आ रहे
थे. लेकिन 22 मार्च को यूपी के इलाहाबाद में छौकी स्टेशन पर गाड़ी रुक
जाने पर वे लोग वहीं उतर गए. कहीं किसी प्रकार की साधन व्यवस्था नहीं
मिलने पर सभी लोग बगल के मस्का गांव पहुंच गए. जहां 5 दिन से लोग दूसरे
से मांग कर खा रहे हैं. नहीं मांगने पर भूखे बेचैन रहना पड़ता है. उधर
कदवा दियारा के बोड़वा टोला के सुबोध कुमार साह, रोशन कुमार साह, संतोष
साह व सोनू कुमार के साथ एक अन्य मजदूर हरियाणा के गुड़गांव में कपासीरा
बॉर्डर समीप करीब 1 सप्ताह से फंसे हुए हैं. काम बंद होने पर सभी को
ठेकेदार ने छुट्टी कर दिया है. पास में जो कुछ पैसे थे वह भी खाने पीने
में खत्म हो गया.  सुबोध ने बताया मांग कर किसी तरह अपनी भूख मिटा रहे
हैं. यूपी में फंसे त्रिवेणी सिंह के साथ अन्य मजदूरों ने वीडियो जारी कर
नवगछिया पदाधिकारियों से मदद करने की मांग कर रहे हैं. बाहर फंसे हरियाणा
व यूपी में इन सभी मजदूरों को किसी प्रकार की मदद किसी द्वारा नहीं मिल
पा रही है.

नवगछिया बाजार में सुबह सात बजते ही शुरू हो जाती है जिंदगी की जद्दोजहद GS.NEWS

 नवगछिया : दिनभर कर्फ्यू जैसा माहौल तो सुबह सात से दस बजे तक बाजारों में उमड़ पड़ती है भीड़
पुलिस की सख्ती के बावजूद भी तीन घंटे के लिये दुकान खोल देते हैं कई छोटे दुकानदार  सुबह सात बजते ही नवगछिया में जिंदगी की जद्दोजहद शुरू हो जाती है. बाजार में आम दिनों की तरह ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती है. किसी को राशन तो किसी को सब्जी लेना है तो कोई दवा लेने बाजार आता है. सात बजे से दस बजे तक लॉक डाउन का असर नहीं के बराबर रहता है. लेकिन 10:00 बजे के बाद लॉग डाउन पूरी तरह से प्रभावी हो जाता है. 7:00 बजे से लेकर 10:00 बजे तक नवगछिया बाजार में आने वाले अधिकांश लोग एक दूसरे से दूरी बनाकर नहीं के बराबर रहते हैं. इसका कारण है कि बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही होती है और उस हिसाब से दुकान के आगे ना तो पर्याप्त जगह है और ना ही अतिरिक्त संसाधन. कुछ दुकानदारों ने ग्राहकों को दूरी बनाकर रखने के लिए गोल घेरा जरूर बनाया है लेकिन अधिकांश दुकानों पर स्थिति पूरी तरह से अव्यवस्थित रहता है.  हालांकि इस दौरान नवगछिया बाजार में चप्पे-चप्पे पर पुलिस मौजूद रहती है लेकिन संसाधनों के अभाव में वह भी कुछ कर पाने में सक्षम नहीं रहते हैं.

कपड़ा पॉलिथीन तंबाकू के दुकान भी खुल जाते हैं

नवगछिया बाजार में सुबह 7:00 बजे से लेकर 10:00 बजे तक कई ऐसी दुकानें भी खुल जाती हैं जिन्हें सरकार द्वारा लॉक डाउन की अवधि तक बंद रखने का निर्देश दिया गया है. ऐसे दुकानों में एक दो कपड़े के भी दुकान है जो कि नवगछिया के प्रतिष्ठित कपड़े की दुकानें हैं. इसके अलावा अधिकांश छोटे दुकानदार अपनी दुकानों को 3 घंटे के लिए खोलते हैं. कई छोटे दुकानदारों ने बताया कि 3 घंटे में अगर कुछ बिक्री हो जाती है तो उन लोगों के दिन भर की रोजी रोटी का खर्चा निकल जाता है इसलिए वह लोग नियमों का उल्लंघन करके दुकान खोल रहे हैं. नवगछिया बाजार के क्लीन नवगछिया ग्रीन नवगछिया के मीडिया प्रभारी अशोक केडिया ने बताया कि लॉक डाउन की अवधि लोगों को हर हालत दुकानों को बंद रखना होगा नहीं तो कोरना जैसी महामारी से नवगछिया भी पीड़ित हो जाएगा.


मायूस होकर घर लौटे तीन रिक्शा चालक


लॉक डाउन के कारण सबसे भयावह स्थिति बिहारी मजदूर और रिक्शा ठेला चलाने वाले लोगों की है. नवगछिया के वैशाली चौक पर 7:00 बजते ही तीन रिक्शा चालक सवारी का इंतजार करते दिख रहे थे.  लेकिन तीनों को सवारी नहीं मिली जिसके कारण वे लोग मायूस होकर घर लौटे. रिक्शा चालकों ने बताया कि उनलोगों का घर तभी चलता है जब वह उनलोगों को भाड़ा मिलता है. लॉक डाउन के कारण रोजी रोटी पर आफत है. अभी तो पहले से जमा मामूली रकम से उन लोगों ने राशन लाया है लेकिन आगे दिन उन लोगों का गुजारा कैसे होगा यह उन लोगों के समझ से परे है. आजाद हिंद मोर्चा के अध्यक्ष राजेंद्र यादव ने कहा कि बिहारी मजदूरों रिक्शा चालकों ठेला चालकों और समाज के हाशिए पर बैठे लोगों को मदद की जरूरत है. इस विपदा की घड़ी में सामाजिक संगठनों को भी आगे आना चाहिए. साथ ही सरकार द्वारा घोषित तय रकम और अनाज का वितरण जल्द से जल्द करना चाहिए.



कहते हैं थानाध्यक्ष


नवगछिया के थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर राज कपूर कुशवाहा ने कहा कि लॉक डाउन का हर संभव पालन किया जा रहा है. जो लोग लॉक डाउन का पालन नहीं करेंगे वह अब कार्रवाई के लिए तैयार रहें.

नवगछिया पुलिस के प्रयास से लुघियाना मे फंसें मजदूरों को मिली मदद GS.NEWS

  गोपालपुर के रहने वाले कुछ मज़दूर और उनके परिवार लुधियाना पंजाब में फँसे हुए हैं. उनके पास खाने और रहने के लिए पर्याप्त साधन नहि हैं. फंसे
लोगों ने जब नवगछिया पुलिस से संपर्क किया तो नवगछिया पुलिस ने पंजाब पुलिस से संपर्क कर ऐसे लोगों के खाने और रहने का इंतजाम करा दिया है.

कहती है एसपी

नवगछिया की एसपी निधि रानी ने कहा है कि नवगछिया के जो भी मजदूर देश के
अलग अलग हिस्सों में फंसे हैं वे लोग नवगछिया पुलिस के अधिकृत नंबरों पर
सूचना करें.

मुंगेर : लॉकडाउन के दौरान नवजात की देखभाल में नहीं रहे कोई कसर • आशा का अवश्य रखें मोबाइल नंबर, बुखार व उल्टी पर दें सूचना• नियमित स्तनपान पर दें ध्यान • नवजात को बीमार लोगों से रखें दूर GS NEWS


मुंगेर, 27 मार्च। कोरोना संक्रमण व इसकी रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग जहां एक ओर पूरी सर्तकता से संदिग्ध मामलों की पुष्टि करने में लगा है, वहीं दूसरी ओर अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं को भी मुहैया कराने में भी कोई कमी नहीं है. जिला के सदर सहित प्राथमिक अस्पतालों में स्वास्थ्य कर्मचारी पूरी मुस्तैदी से प्रसव कराने, नवजात शिशुओं की देखभाल करने व उनसे जुड़ी सभी आपात स्थितियों से सामना करने के लिए तैयार है. प्रसूति व उसके परिवार को नवजात की देखभाल के बारे में बारीक से बारीक जानकारी दी जा रही है, इस लॉकडाउन की स्थिति में परिवार के सदस्यों को बहुत अधिक परेशान होने की जरूरत नहीं हो.

सदर पीएचसी के चिकित्सक  डॉ सुनील झा ने बताया कोरोना संक्रमण को लेकर कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना जरूरी है ताकि नवजात को लेकर अस्पताल न भटकना पड़े. वर्तमान हालात में सभी अस्पताल आने से बच रहें तो बेहतर है घर पर उसकी इस प्रकार देखरेख की जाये कि वह बीमार नहीं पड़े. माता नियमित रूप से अपने बच्चे को स्तनपान कराये और भीड़ भाड़ वाली जगहों से बचें. नवजात के साथ घर में एकांत रहना भी वर्तमान समय की मांग है. इसके साथ मां व्यक्तिगत व नवजात की साफ सफाई का ध्यान रखे. 


इन बातों का ध्यान जरूर रखें: 

सबसे पहले हाथों को साबुन से धोकर साफ कर लें और इसके बाद बच्चे को स्तनपान करायें. स्तनपान रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है.  चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी प्रसूति से नियमित स्तनपान की सलाह दे रहे हैं. ऐसे समय में भी माताएं बिना डरे शिशु को नियमित स्तनपान जरूर करायें. 

नवजात की साफ सफाई समय समय पर करते रहें. साफ सफाई किसी भी प्रकार के संक्रमण को रोकता है. नवजात के नैपकिन को बदलते रहें. अधिक देर तक नैपकिन के गीला रहने से उसे संक्रमण हो सकता है. सूती कपड़ों का इस्तेमाल बेहतर है. 


नवजात शिशु को सुबह के समय गुनगुनी धूप में लेकर 15 मिनट तक जरूर बैंठे. धूप से बच्चे का इम्यून सिस्टम भी मजबूत होत है. जांडिस वाले शिशु के लिए सुबह की धूप काफी लाभदायक है. धूप से नवजात शिशुओं को विटामिन-डी मिलता है. यह हड्डियों के विकास के लिए जरूरी है. इससे उसकी वजन व लंबाई बढ़ती है. 

यदि घर में सामान्य सर्दी, खांसी व बुखार के मरीज हो तो भी मां उनसे दूर रहने की पूरी कोशिश करें. नवजात को भी दूर रखने में ही भलाई है. सर्दी जुकाम वाले पास पड़ोस के दूसरे लोगों को भी प्रसूति व बच्चे के बहुत करीब नहीं आने दें.  प्रसूति कच्चे व अधपके मांस का सेवन से पूरी तरह बचें.

चिकित्सक से परामर्श कर नवजात के लिए कुछ आवश्यक दवाई अपने पास रखें. बुखार, उल्टी व दस्त जैसी समस्या होने पर आशा व संबंधित स्वास्थ्यकर्मी को जरूर बतायें.

कोरोना संक्रमण को नहीं होने दे मस्तिष्क पर हावी, मानसिक स्वास्थ्य का रखें पूरा ख्याल • भविष्य को मुंगेर : सोचकर घबराने से बचें • जागरूकता और सही जानकारी से जोड़ें नाता • शारीरिक रूप से सक्रिय रहें एवं संतुलित आहार का करें सेवन • आम लोग, संक्रमित एवं स्वास्थ्य कर्मी सभी के लिए बेहतर मानसिक स्वास्थ्य जरुरी GS NEWS



मुंगेर/ 27 मार्च।  कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर भविष्य में होने वाली अनिश्चितता की चिंता, सामान्य सर्दी, खाँसी या बुखार होने पर डर, संक्रमण होने पर अलग-थलग रहने का भय जैसी बातें यदि आपके दिमाग में चल रही हो तो सावधान जो जायें. यह आपको मानसिक रूप से अस्वस्थ कर सकता है. इससे आपका मानसिक स्वास्थ्य काफ़ी प्रभावित हो सकता है. विश्व भर में कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण जन सुमदाय के मन में कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं, जो उन्हें मानसिक रूप से परेशान भी कर रहे हैं. चाहे आम लोग, संक्रमित व्यक्ति या कोरोनावायरस संक्रमण से बचाव में जुटे स्वास्थ्य कर्मी की बात हो, सभी को ऐसे माहौल में सकारात्मक सोच रखने की जरूरत है. बढ़ते संक्रमण के कारण भावनात्मक एवं व्यावाहरिक प्रतिक्रिया लाजिमी है. लेकिन अत्यधिक नकारत्मक प्रतिक्रिया आपके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डाल सकता है. इसको लेकर पुणे के डिपार्टमेंट ऑफ़ साइकाइट्री आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज ने विस्तार से दिशा-निर्देश जारी किया है. 

  
आम व्यक्तियों में भावनात्मक एवं व्यावाहरिक प्रतिक्रियाएं: 
कोरोनावायरस संक्रमण के कारण को लेकर आम व्यक्ति में कई तरह की भावनात्मक एवं व्यावाहरिक प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही है. 
संक्रमण को लेकर भविष्य में होने वाली अनिश्चितिता के प्रति चिंता एवं अवसाद 
संक्रमण प्रसार को लेकर भय 
सामन्य खाँसी, सर्दी एवं बुखार होने पर संक्रमण का भय 
समाज के कुछ लोगों के गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार को लेकर गुस्सा एवं चिडचिडापन 
समाज में गैर-जिम्मेदार व्यवहार पर अनुचित ध्यान देना


संक्रमित व्यक्तियों को भी प्रतिक्रियों से बचने की जरूरत: 
कोरोना संक्रमित व्यक्ति भी कई तरह के नकारत्मक विचारों से ग्रसित हो सकते हैं.
संक्रमित होने के बाद अलगाव में रहने के डर के कारण रिपोर्टिंग से परहेज 
संक्रमित होने पर अनुचित अपराध बोध होना 
सबसे खराब संभावित परिणामों के बारे में चिंता और घबराहट
खुद एवं परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंता 


संदिग्ध व्यक्तियों के क्वारंटाइन होने पर: 
ऊबन और अकेलापन
परिवार के स्वास्थ्य को लेकर चिंता 
संक्रमण के शिकार की आशंका पर अपराध बोध 
महत्वपूर्ण समय में अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं कर पाने का अपराध बोध


स्वास्थ्य कर्मियों को भी सजग रहने की जरूरत:
कोरोनावायरस संक्रमण से लोगों को बचाव करने में जुटे स्वास्थ्य कर्मियों को भी अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखने की जरूरत है. उनके मन में भी संक्रमण को लेकर कई नकारत्मक प्रतिक्रियाएं आ सकती हैं, जो उन्हें हताश एवं परेशान कर सकती है.
संक्रमण के बढ़ते मामलों एवं चुनौतीपूर्ण माहौल में कार्य करने पर चिंता का होना 
गंभीर रोगियों एवं मौतों के बीच अत्यधिक समय तक काम करने से उत्तेजित हो जाना 
कार्य के दौरान विफलता, हताशा, खराब देखभाल एवं  चिड़चिड़ापन की भावना का आना 
कुछ बुरा होने के बारे में अनुचित चिंता, अवसाद, बुरे सपने आदि भी स्वास्थ्य कर्मियों को मानसिक रूप से परेशान कर सकते हैं 
ऐसे में स्वास्थ्य कर्मियों को सचेत रहने की जरूरत है. अपने कार्य की स्पष्टता, कार्य के बीच थोडा अंतराल लेना, अपने खान-पान का ख्याल रखना, चाय एवं कॉफ़ी का सीमित इस्तेमाल कर ऐसे माहौल में अवसाद से स्वास्थ्य कर्मी बच सकते हैं. 


बेहतर मानसिक स्वास्थ्य के लिए यह करें: 
भावना को स्वीकार करें एवं साझा करें 
कोरोना के विषय में विश्वसनीय स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें( विश्व स्वास्थ्य संगठन, सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन, इंडियन कौंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार)
अटकलों और अफवाहों से बचें
हाथ की सफाई एवं सोशल डीसटेंसिंग को अपनाए
शारीरिक रूप से सक्रिय रहें एवं संतुलित आहार लें 
बच्चों एवं पड़ोसियों के लिए रोल मॉडल बनें 
कार्य एवं अवकाश के बीच संतुलन बनायें 
बुजुर्गों का अधिक ख्याल रखें( उन्हें संक्रमण का अधिक खतरा है)  
संक्रमण की रोकथाम में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें

दिल्ली से फ़रियाद : कोरोना से बच भी गए तो पेट की भूख से कौन बचाएगा .??

विशाल कश्यप की रिपोर्ट 

भारत सहित कई देशों के लोग जहां कोरोना वायरस की माहमारी से जूज रहे। वही बिहार राज्य के सैकड़ों मजदूर मजदूरी करने राजधानी दिल्ली शहर में गए । लेकिन अचानक से कोरोना वायरस कि माहमारी के चलते लाँक डाउन कि स्थिति रहने के कारण प्रतिदिन कमाने खाने वालो सैकड़ों मजदूर रिक्शा चालक आँटो चालक, एंव कम्पनी में काम करने वाले मजदूरों की भूख मरी की नौबत आ चुकी है।दिल्ली के मसूदपुर विधानसभा क्षेत्र के बसंत कुंज में मूलरूप से बिहार के भागलपुर जिले के कदवा थाना क्षेत्र कदवा बगडी टोला के निवासी सभी फँसे व्यक्ति एक ही परिवार के सदस्य बताये जा रहे हैं जिनका नाम दयानंद यादव पिता शालो यादव उम्र 25 वष, विधानंद यादव पिता शालो यादव उम्र 22 वष, रामदेव यादव उम्र 45, छगुँली यादव पिता नागेश्वर यादव उम्र 35 वष,विनोद यादव पिता नागेश्वर यादव उम्र 30 वष, अनमोल यादव पिता नागेश्वर यादव उम्र 26 वष अशोक कुमार पिता मणि यादव उम्र 38 वष का भूख से बुरा हाल है।अब ना तो इनके पास राशन बचा है ना ही भाडे या खाने के लिए पैसा। और ऊपर से जिस किराए के मकान में वो रहते उससे भी मकानमालिको द्रारा झगडा कर समान सहित सभी सदस्यों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। बहुत विनती के बाद फिर से एक दो दिन में रुम खाली कर देने की शत पर फिर से उन्हें रूम में रहने दिया।अभी तक दिल्ली सरकार या बिहार राज्य सरकार कि तरफ से ऐसे फसे लोगों के लिए कोई भी कदम नहीं उठाया गया है।पूरे देश को कोरोना वायरस कि माहमारी कि प्रकोप से बचाने के लिए प्रधानमंत्री ने देश में लाँक डाउन कर के एक अच्छा फैसला लिया है। लेकिन ऐसे फैसले लेने के बाद किसी भी सरकार या संगठनों कि नजर उन गरीब मजदूरों पर नहीं पडी जो दिन में कमाते तो उनका चूल्हा जलता नही तो इनकी ओर इनका परिवार पानी से ही पेट भर कर रह जाता। उनके लिए 21दिन का लाँक डाउन 21साल के बराबर लग रहा। ऐसे में राज्य सरकार को ये जरूर सोचना चाहिए उन गरीब मजदूरों के लिए कैसे ओर क्या व्यवस्था की जाए जिससे वो सही सलामत अपने घर पर इंतजार में आँखो बिछाई अपने परिजनों से मिल सके।जहाँ तक संभव हो इनकी मदद सरकार या प्रशासन को करनी चाहिए जिससे कि इनकी मौत भूख की वजह से होने से बच जाए। वहीं परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।पत्नी ने रोते हुए एक ही बात कह रही कि मेरे पति को कोई जल्द से जल्द मेरे पास भेज दे। उसके बाद वो यही मजदूरी कर लेगें लेकिन दिल्ली नही भेजेंगे। हमलोगों कही जा भी नहीं सकते जिससे कि किसी को आवेदन या जानकारी दे अवगत कराया जाए।परिजनों ने बताया कि कोई भी मेरी बात एसडीओ सर मुकेश कुमार को तक पहुँचा दे। जिससे कि मेरे पति एंव परिवार के सदस्य वहां से सकुशल घर आ सके।अब देखना ये होगा कि नवगछिया प्रशासन अधिकारीयों द्रारा या क्षेत्रीय नेता जी के द्रारा गरीब मजदूरों के लिए क्या उपाय किया जाता।

गुरुवार, 26 मार्च 2020

नवगछिया के अनुमंडल अस्प्ताल में 72 रोगियों की जांच, दो रेफर GS NEWS


नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में गुरूवार को कोविड 90 के 72 रोगियों की प्राथमिक जांच की गयी. जिसमें दो संदिग्धों को दूसरे चरण की जांच के लिए जेएलएनएमसीएच मायागंज रेफर किया गया.

नवगछिया : एक माह का वेतन देंगे मुख्यमंत्री राहत कोष में विधायक गोपाल मंडल GS NEWS


नवगछिया : जनता दल यूनाइटेड के विधानसभा के सचेतक सह गोपालपुर विधानसभा के विधायक नरेन्द्र कुमार नीरज उर्फ़ गोपाल मंडल ने अपने एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का फैसला किया है और सचेतक होने के नाते पार्टी के अन्य विधायकों से भी इस संबंध में बात करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि कोरोना वाइरस पूरे विश्व के लिए गंभीर समस्या है ऐसे में एक-एक जनता को सुरक्षित रखना हमारी पहली प्राथमिकता है. देश के प्रधानमंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री लगातार आम जनता के हित में काम कर रहे हैं. कोरोना वाइरस से लड़ाई हमें सरकार का सहयोग करने की जरूरत है. इस वायरस से बचने का एकमात्र उपाय लाॅकडाउन है. सभी सरकारी कर्मचारियों को भी अपने एक महीने का वेतन राहत कोष में देना चाहिए. जनता सुरक्षित रहेगी तभी देश सुरक्षित रहेगा. अस्पतालों की स्थिति को और दूरस्थ करने की जरूरत है. पूलिस आम जनता को लाॅकडाउन का सख्ती से पालन करने के लिए जागरूक करें ना कि आम जनता पर अत्याचार करें. सभी राशन, सब्जी और दूध वालों से आग्रह है कि मानवता के नाते उचित मूल्य पर सामान बेंचे. वहीं जदयू जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार सिंह ने विधायक के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंनें कहा कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार के राहत पैकेज के कारण आम जनता को लाॅकडाउन के दौरान किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी. हम सब आम जनता को सहयोग करने के लिए तत्पर हैं. जदयू व्यवसायिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष शिव कुमार पंसारी ने भी विधायक के फैसले का स्वागत किया है. साथ सभी दुकानदारों से भी आम जनता को हर संभव सहयोग करने की अपील की है.

नवगछिया में आदेश व सख्ती के बाद भी सड़क पर मटरगश्ती करनें निकल रहे है लोग GS NEWS


नवगछिया : लॉकडॉन के घोषित होने के बाद भी नवगछिया शहर की सड़कों पर लोगों की भीड़ जमा हो जा रही है. सड़को पर अनावश्यक रूप से लोग आ जा रहे है. प्रशासन स्तर से लगातार लोगों को भीड़ नहीं लगाने एवं अपने अपने घरों में  रहने की अपील की जा रही है. लेकिन कुछ लोगों पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है. गुरुवार को नवगछिया शहर में सुबह से लेकर दोपहर बाद तक लोग अपने अपने घरों में रहे. लेकिन शाम ढलते ही लोग घर से निकल गए. जिसके कारण शहर की सड़कों पर भीड़ जमा हो गई. नवगछिया के बुद्धिजीवी का कहना है कि अगर नवगछिया में लोगों का इसी तरह घर से निकलना और चौक चौराहे पर जमावड़ा करना लगा रहा तो कोरोना से लड़ना बहुत मुश्किल है. हमें  सरकार के नियमों का पालन करना चाहिए और अपने घर पर ही रहना चाहिए. स्थानीय लोगो ने पुलिस प्रशासन से सड़कों पर अनावश्यक भीड़ न हो इसको लेकर सख्ती बरतने की भी बात कही है. लोगों का कहना है कि प्रशासन के बिना सख्ती बरते लोग पर असर नहीं पड़ेगा. लोगों ने कहा कि भीड़ ने लगे इसको लेकर शहर की सभी दुकानें संध्या  पूर्ण रूप से बंद करने का आदेश जारी किया गया है. आदेश के बाद गुरुवार को शहर की सभी दुकानें बंद थी लेकिन इसके बावजूद भी लोग सड़क पर अनावश्यक रूप से घूम रहे थे.

- गैस की गाड़ी आने की सूचना मिलने पर जमा हो गई लोगों की भीड़


नवगछिया बाजार में गुरुवार को भारत गैस एजेंसी में गैस की गाड़ी आने की खबर मिलते ही गैस एजेंसीके कार्यालय में कार्यालय खुलते ही गैस सिलेंडर लेने के लिए उपभोक्ताओ की भीड़ जमा हो गई. लोगों की भीड़ जमा होने के बाद इसकी सूचना पर नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रेम सागर उर्फ डब्लू यादव मौके पर पहुंचे जहां उन्होंने लोगों को दूरी बनाकर कतारबद्ध होने को कहा लेकिन इसके बावजूद भी लोग नहीं मान रहे थे. इस दौरान इसकी सूचना नवगछिया एसपी निधि रानी को मिली. सूचना मिलते ही एसपी ने नवगछिया थानाध्यक्ष को पुलिस बल के साथ स्थल पर भेज. जहां पुलिस की सख्ती के बाद लोग एक मोटर की दूरी बनाकर कतार में खड़े हुए और गैस सिलेंडर प्राप्त किया.


अखबार से नहीं फैलता है कोरोन, यह केवल अफवाह हैं - सुरक्षित है अखबार निश्चिंत होकर पढ़े : एसडीओ मुकेश कुमार GS NEWS

नवगछिया एसडीओ के नाम से अखबार बंद होने की सोशल मीडिया पर फैलाई गई अफवाह को एसडीओ मुकेश कुमार ने खारिज कर दिया है. एसडीओ ने सोशल मीडिया पर जारी किए गए अपील को गलत ठहराया है. उन्होंने कहा कि अखबार बंद नहीं है. सोशल मीडिया पर हमने भी वह पोस्ट देखा है उसमें लिखा हुआ है कि अखबार का प्रयोग नहीं करें लेकिन ऐसा नहीं हैं। ये गलत तरीके से प्रचारित है. अखबार का प्रयोग बिल्कुल सुरक्षित है. कोरी वायरस से उसका कोई लेनादेना नहीं है. अखबार का प्रकाशन ऑटोमेटिक तरिके से सेनेटिलाईज कर होता है. अखबार के सनेटिलाईज होने के बाद ही वितरण होता है. इसलिए अखबार का प्रयोग लोगों को बंद करने की आवश्यकता नहीं है. आज के समय मे जब सभी लोग अपने घर पर है ऐसी स्थिति में लोगों  को सूचनाओं के लिए अखबार एवं टेलीविजन की जरूरत पड़ती हैं. इसके अलावा समय को पास करने के लिए लोगों को अखबार एवं टेलीविजन की जरूरत है ऐसी स्थिति में अखबार का प्रकाशन मुद्रण एवं वितरण सभी सुरक्षित है. वहीं उन्होंने कहा कि लोग सार्वजनिक अखबार नहीं पढ़े. एसडीओ ने कहा कि गांव घरों में ऐसा देखा जाता है कि एक ही अखबार पूरा मुहल्ला पढ़ता हैं. लोगों को इस चीज से बचने की जरूरत है.

नवगछिया में SDO और SDPO ने देर शाम संयुक्त रूप से किया गश्त - लोगों से कहा बेवहज घरों से बाहर नहीं निकलें GS NEWS


नवगछिया : गुरूवार को देर शाम नवगछिया के अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश कुमार और एसडीपीओ प्रवेंद्र भारती ने नवगछिया बाजार में घूम घूम कर लोगों को बेवजह घरों से नहीं निकलने की सलाह दी. एसडीओ ने कहा कि नवगछिया में पूरी तरह से लॉक डाउन का पालन किया जा रहा है. सभी दुकानों को नियम के अनुसार ही खोलने और बंद करने के लिए कहा गया है. कुछ अनावश्यक लोग बेवजह घूम रहे हैं. ऐसे लोगों को भी घरों से न निकलने को कहा गया है. अगर ऐसे लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आयेंगे तो कार्रवाई की जायेगी.

राजधानी दिल्ली में फंसे नवगछिया के दो सौ मजदूर- नहीं है खाने के इंतजामात, दो दिनों से भूखे हैं सभी - नहीं सुन रहा कोई - अपने अपने घर आना चाहते हैं सभी मजदूर GS NEWS


नवगछिया  : कोरोना वायरस कोविड 90 को लेकर अखिल भारतीय स्तर पर हुए लॉक डाउन में नवगछिया के विभिन्न गांवों के 200 मजदूर राजधानी दिल्ली के महरौली विधानसभा के वसंतकुंज मसूदपुर में फंसे हुए हैं. देर शाम मजदूरों ने एक वीडियो भेज कर गोसाईं गांव समाचार  को अपनी आप बीती बताते हुए पुन: नवगछिया आने की इच्छा व्यक्त की है. मजदूरों के फंसे होने की सूचना पर भाजपा नेता सह पूर्व सांसद अनिल कुमार यादव ने फोन कर मजदूरों का हाल चाल लिया है और सभी मजदूरों को नवगछिया लाने के लिए गृहमंत्रालय से बात चीत भी की है. अनिल यादव ने कहा है कि सभी मजदूर उनके घर के लोग हैं और सबों को वह व्यक्तिगत रूप से जानते हैं. जल्द से जल्द सबों को नवगछिया लाने का प्रयास शुरू कर दिया है.

 
तीन दिनों से भूखें है, न है पास में पैसे, अब मकान मालिक भी मकान खाली करने को लेकर दे रहा अल्टीमेटम

 

कदवा भरोसा सिंह टोला के शैलेंद्र पोद्दार ने कहा कि लॉक डाउन घोषित होते ही उनलोगों का काम बंद हो गया. वे लोग दिहाड़ी मजदूरी करते हैं और ठेकेदार के अंदर काम करते हैं. अब उनलोगों के पास पैसे भी नहीं है जिससे वे लोग राशन की व्यवस्था कर सकें. उपर से कोरोना को लेकर मकान मालिक जल्द से जल्द मकान खाली करने कह रहा है. वे लोग सड़क पर निकलते हैं तो पुलिस उनलोगों को मारपीट कर पुन: किराये के मकान में भेज देती है. दो सौ लोगों में एक सौ ऐसे लोग हैं जिनकी मजदूरी का पैसा अब तक ठेकेदार द्वारा भुगतान नहीं किया गया है. ऐसी स्थिति में सौ से भी अधिक लोग दो दिनों से भूखें हैं. यातायात का कोई भी साधन नहीं होने के कारण वे लोग लाचार और बेबस हैं. कई लोगों ने रोते हुए नवगछिया के जनप्रतिनिधियों से अपील किया है कि उनलोगों को जल्द से जल्द घर ले जाने की व्यवस्था करें अन्यथा कोरोना तो बाद में उनलोगों को मारेगा, उससे पहले उनलोगों की मौत भूख से हो जायेगी. तेतरी निवासी श्रवण साह, कदवा भरोसा सिंह टोला के बिजल साह, विक्की पोद्दार, वीरू पोद्दार, श्रीराम साह, मृत्युंजय शर्मा, शंकर साह, कैलाश साह, बगड़ी के प्रकाश साह, बद्री साह आदि लोग दिल्ली में फंसे हुए हैं.

कहते हैं पूर्व सांसद

पूर्व सांसद अनिल यादव ने कहा कि सभी मजदूर परेशानी में हैं. जल्द से जल्द सबों को नवगछिया लाने का इंतजाम किया जा रहा है. नि:संदेह वे सफल भी होंगे.  

मुंगेर : कोरोना संक्रमण के बीच नवजात की देखभाल पर भी दें ध्यान • बच्चे को समय पर स्तनपान कराना जरूरी • बच्चे को स्पर्श करने से पहले हाथों की करें अच्छे से सफ़ाई• नवजात को बीमार होने से बचाएं GS NEWS


कोरोनावायरस संक्रमण की ख़बरें हर तरफ से आ रही है. इस बीच सभी का ध्यान इस संक्रमण से बचाव का अधिक हो चुका है, जो जरुरी भी है. लेकिन ऐसे में नवजात की देखभाल भी उतना ही जरुरी हो जाता है. कोरोनावायरस को लेकर लॉकडाउन की स्थिति में नवजात की सेहत ख़राब होने पर चुनौतियाँ बढ़ सकती है. इस लिहाज से नवजात को बीमार होने से बचाने की भी अधिक जरूरत है ताकि लोगों को अपने नवजात को दिखाने के लिए अस्पताल जाने की नौबत नहीं आए. 

स्तनपान को रखें नियमित:

शिशु के लिए स्तनपान अमृत समान होता है. 6 माह तक केवल स्तनपान करने से शिशु कई गंभीर बीमारियों जैसे डायरिया एवं निमोनिया से बचा रहता है. साथ ही इससे शिशु के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास होता है. कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए नवजात देखभाल की जरूरत अधिक बढ़ जाती है. इसके लिए परिवार वालों को सावधानियां बरतने की जरूरत है ताकि नवजात को कोई भी संक्रमण ना हो सके. 

इन बातों का रखें विशेष देखभाल: 

अधिक से अधिक बार बच्चे को स्तनपान कराएँ 
स्तनपान कराने से पहले माताएं अपनी स्वच्छता का ख्याल रखें. हाथों को अच्छी तरह साबुन से धोकर एवं साफ़ कपडे पहनकर ही बच्चे को स्तनपान कराएँ 
घर के किसी सदस्य में सर्दी, खाँसी या बुखार के लक्षण हों तो बच्चे को स्पर्श ना करें 
नवजात को गर्मी के कारण स्नान नहीं कराएँ 
बच्चे को साफ़ कपडा ही पहनाएं 
बच्चे को घर से बाहर नहीं ले जाएँ 

संक्रमण की स्थिति में माता बरतें सावधानी: 

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोवीड-19 से संक्रमित माताओं द्वारा स्तनपान कराने से संक्रमण का प्रसार बच्चे तक नहीं होता है. लेकिन इसके लिए संक्रमित माता को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. 
बेहतर श्वसन स्वच्छता के साथ सुरक्षित रूप से स्तनपान करें
अपनी नवजात शिशु की त्वचा को पकड़ कर रखें
अपने बच्चे के साथ एक अलग कमरा साझा करें 
अपने बच्चे को छूने से पहले और बाद में अपने हाथों को अच्छी तरह साफ़ करें 
स्पर्श करने वाले सभी सतहों की भी नियमित सफाई करें 

बेहतर देखभाल कम करेगी आपकी चुनौती: 

कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर देश के सभी राज्यों में लॉकडाउन की घोषणा की गयी है. इसलिए यदि ऐसी स्थिति में आपके नवजात की सेहत बिगडती है तब समस्या बढ़ सकती है. इसके लिए जरुरी है कि नवजात की घर पर ही अच्छे से देखभाल की जाए. इसमें स्तनपान के साथ कंगारू मदर केयर एक प्रभावी उपाय हो सकता है. इससे नवजात में हाइपोथर्मिया की समस्या से भी निज़ात मिलेगा एवं कम वजन के बच्चों के वजन में भी वृद्धि होगी. यदि नवजात को डायरिया की भी समस्या होती है तब घबराने की जरूरत नहीं है. ऐसे में नवजात को स्तनपान कराते रहना चाहिए. 6 माह से कम उम्र के बच्चों को ऊपर से पानी या किसी और पेय पदार्थ को देने से बचना चाहिए. यदि तब भी डायरिया प्रबंधन नहीं हो पाए, तब चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए.

होम क्वारंटाइन को लेकर कार्यपालक निदेशक ने जारी किया दिशा-निर्देश• दूसरे देश या संक्रमित राज्य से लौटने वाले लोगों को 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन में रखने के निर्देश • होम क्वारंटाइन के दौरान जरुरी सावधानी बरतने की सलाह • बेहतर साफ़-सफाई एवं घर वालों से दूरी जरुरी GS NEWS


मुंगेर/ 26 मार्च: देश भर में कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार हाई अलर्ट पर है. राज्य में संक्रमण को रोकने के लिए कई स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं. जिसमें अधिक से अधिक संदिग्ध लोगों की स्क्रीनिंग एवं राज्य भर में आईसोलेशन वार्ड निर्माण शामिल है. इसी कड़ी में दूसरे देश या संक्रमित राज्यों से लौटे बिहार निवासियों के लिए 14 दिनों तक की होम क्वारंटाइन में रखे जाने का फैसला भी शामिल है. इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने सभी जिला अधिकारी एवं सिविल सर्जन को पत्र लिखकर इसके विषय में विस्तार से दिशा निर्देश दिया है. पत्र में बताया गया है कि पूर्व में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय,  भारत सरकार द्वारा होम क्वारंटाइन से संबंधित दिशा-निर्देश की प्रति उपलब्ध करायी गयी थी. पत्र में बताया गया कि यदि कोई व्यक्ति भारत के बाहर से आया हो, विगत 14 दिनों में राज्य के बाहर से अथवा ऐसे क्षेत्रों से वापस आए है, जो कोवीड-19 से संक्रमित हो या ऐसे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में रहे हों अथवा कोवीड-19 संक्रमण वेक व्यक्ति के निवास स्थान के आस-पास चिन्हित क्लस्टर में रहते हों, तो ऐसे सभी लोगों को 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन में रहने की जरूरत है. 

होम क्वारंटाइन में इन बातों का रखें ध्यान: 
पत्र के माध्यम से होम क्वारंटाइन के दौरान जरुरी बातों के ध्यान रखने की बात बताई गयी है. 
ऐसे संदिग्ध व्यक्ति को अपने घर में अपने परिवार से अलग हवादार कमरे में रहना चाहिए, जिसमें बाथरूम एवं टॉयलेट कमरे से ही जुड़ा हो. यदि किसी अन्य सदस्य को उसी कमरे में रहना पड़े तो 1 मीटर की दूरी जरुर बनायें 
मरीज को मास्क का प्रयोग करना है, जिसे प्रत्येक 6 से 8 घंटे के बाद बदलना है. मास्क को अच्छी तरह से निस्तारण करें 
ऐसे व्यक्ति हाथ की निरंतर साफ़-सफाई करें. इसके लिए हैण्ड वाश, साबुन या अल्कोहलयुक्त सेनेटाईजर का उपयोग करें 
ऐसे संदिग्ध व्यक्ति के इस्तेमाल किये कपडे को परिवार के अन्य कपड़ों से अलग डिटरजेंट से साफ़ करने के बाद एवं अलग से सूखा कर ही उपयोग में लाया जाना चाहिए 
ऐसे संदिग्ध व्यक्ति की देख-रेख के दौरान परिवार वालों को हमेशा 1 मीटर की दूरी बनाये रखना चाहिए 
संदिग्ध व्यक्ति के संपर्क में आए तथा उनके द्वारा उपयोग किये जा रहे सभी चीजें जैसे कपडे, बर्तन, सतह, टॉयलेट एवं कमरा आदि को ग्लोब्स पहनकर डिटरजेंट, डेटोल या लाईजोल से साफ़ करें. ग्लोब्स इस्तेमाल करने के बाद हाथों को अच्छी तरह से साफ कर लें 

घर में पीड़ित लोग संदिग्ध व्यक्ति से रहें दूर: 
संदिग्ध व्यक्ति से घर के बड़े बुजुर्ग, गर्भवती महिला, बच्चे, ह्रदय रोगी, मधुमेह रोगी, निमोनिया, दमा, किडनी एवं उच्च रक्तचाप से ग्रसित लोग दूर रहें. इनमें संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है. होम क्वारंटाइन में रहने की अवधि 14 दिनों की निर्धारित की गयी है. लेकिन यदि इसके बीच में संदिग्ध की भेजी गयी सैंपल नेगेटिव नहीं आती है तब तक उन्हें होम क्वारंटाइन में रहना होगा. अगर कोई लक्षण जैसे कि बुखार, खाँसी, सर्दी, साँस लेने में तकलीफ़ महसूस हो तो तुरंत टोल फ्री नंबर 104 या जिले के जिला नियंत्रण कक्ष के नंबर पर कॉल कर चिकित्सकीय सलाह प्राप्त करें. 

होम क्वारंटाइन के दौरान ये न करें: 
किसी भी हालात में घर से बाहर नहीं निकलें और ना ही किसी समारोह में शामिल हों. यहाँ तक परिवार के सदस्यों से भी ना मिलें 
संदिग्ध व्यक्ति घर के किसी भी सामग्री को स्पर्श नहीं करें और ना ही घर के किसी अन्य सदस्य को ही छुएं 
घरेलू सामग्री जैसे बर्तन, कपडे, बेड आदि घर के किसी अन्य सदस्य द्वारा साझा नहीं करें 
हेमशा संदिग्ध व्यक्ति साफ़ कपडे का इस्तेमाल करें

बुधवार, 25 मार्च 2020

नवगछिया शहर में दूसरे दिन भी नगर पंचायत द्वारा किया गया सेनेटिलाईज GS NEWS


कोरोना वायरस के मद्देनजर नवगछिया नगर पंचायत द्वारा लगातार घर के खिड़की दरवाजे एवं दुकानों को सैनिटाइज करने के लिए छिड़काव किया जा रहा है। नवगछिया नगर पंचायत के अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रेमसागर उर्फ डब्लू यादव ने बताया कि बुधवार को नगर पंचायत के 4 वार्ड में सैनिटाइज का छिड़काव किया गया। गुरुवार से शहर में ब्लीचिंग पाउडर एवं  चुने का भी छिड़काव शुरू कर दिया जाएगा और साथ में साथ ही सैनिटाइज का भी छिड़काव जारी रहेगा। उन्होंने  लोगों से सरकार द्वारा घोषित लोकडाउन  के मध्य नजर  घर में रह कर कोरोना वायरस पर नियंत्रण करने में सहयोग करने की अपील की है।

नवगछिया में SDM एवं SDPO ने थौक विक्रेताओं के साथ की बैठक, दिए निर्देश कहा - आवश्यक वस्तु निर्धारित मूल्य पर बेचे दुकानदार, कालाबाजारी की शिकायत मिलने पर होगी कार्रवाई GS NEWS

नवगछिया अनुमंडल कार्यालय में कोरोना वायरस को लेकर एहतियात को लेकर नगर पंचायत क्षेत्र के खाद्यपदार्थ विक्रेताओं के साथ बुधवार को एसडीओ मुकेश कुमार की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में एसडीपीओ प्रवेंद्र भारती एवं नगर पंचायत कार्यपालक पदाधिकारी संजीव कुमार, नगर अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रेम सागर उर्फ डब्लू यादव शामिल हुए। एसडीओ मुकेश कुमार ने बैठक के दौरान  सभी थोक विक्रेताओं को बताया कि लोकडॉन की घोषणा के बाद काफी संख्या में आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी की शिकायत हो रही है। लोगों के द्वारा बताया जा रहा है कि आलू, प्याज, आटा, चावल, तेल की कीमत दुकानदारों द्वारा अधिक मूल्य लिया जा रहा है। इस संदर्भ में अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि किसी भी परिस्थिति में आवश्यक वस्तुओं की अधिक कीमत नहीं ली जाएगी। अगर इस प्रकार का मामला प्रकाश में आता है तो संबंधित विक्रेताओं के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। एसडीओ ने  सभी दुकानदार अपने-अपने दुकान पर मूल्य एवं स्टाक उपलब्धता की सूची लगाने के निर्देश दिया है। बैठक के दौरान थोक विक्रेता रंजन केडिया एवं विनोद भगत द्वारा बताया गया कि थोक में आटा की उपलब्धता नहीं है। उपलब्ध होते हैं आपूर्ति कर दी जाएगी। कार्यपालक पदाधिकारी संजीव कुमार सुमन ने बताया कि लोग सब्जी खरीदने के लिए  बाहर आ जाते हैं। इससे भीड़ लगी रहती है। अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि कि  सब्जी विक्रेताओं के पास बैरिकेडिंग लगाकर एवं दूर दूरी बनाकर निर्धारित स्थानों पर  सब्जी की बिक्री करेंगे। ठेला के द्वारा प्रत्येक मोहल्ले में घर घर जाकर सब्जी की बिक्री की जाएगी। दवा दुकानदार अपने काउंटर के पास बैरिकेडिंग लगाएंगे ताकि लोग काउंटर के पास नहीं आए और दूरी से दवाई लेंगे। अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा यह भी बताया गया कि कोई भी दुकान नहीं खुले रहेंगे। कोई भी लोग  बाहर नहीं निकलेंगे। अगर कोई व्यक्ति बिना किसी कार्य के घर से बाहर निकलते हैं तो उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। किसी भी परिस्थिति में आवश्यक वस्तुओं की कलाबाजरी नहीं होगी। लोगों को उचित मूल्य पर आवश्यक वस्तु उपलब्ध होगी।