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शनिवार, 21 मार्च 2020

मुंगेर : कोरोना वायरस फैले नहीं, जब रहेंगे अपने घरों में-घरों में रहकर खुद को संक्रमण से बचाएंगे-जिला स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर-जनता कर्फ्यू का जिलेवासियों ने किया समर्थन GS NEWS


मुंगेर/ 21 मार्च।  देश इस वक्त एक ऐसी महामारी के दौर से गुजर रहा है जिसमें कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। वायरस के संक्रमण को और ज्यादा फैलने से बचाने के लिए यह जनता कर्फ्यू ज्यादा कारगर होगा। जनता कर्फ्यू के दौरान लोग अपने घर में रहें ताकि कोरोना से संक्रमित लोगों के संपर्क में खुद को संक्रमित होने से बचा सकें। चीन से फैला कोरोना वायरस अब तक दुनिया के कई देशों में अपना प्रकोप बरपा चुका है। इसे देखते हुए बीते गुरुवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से रविवार के दिन जनता कर्फ्यू लगाने की अपील की थी। जनता कर्फ्यू के दौरान आम लोग सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक अपने घरों में रहने की सलाह दी है।

स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर:

सिविल सर्जन डॉक्टर पुरुषोत्तम कुमार ने कहा  स्वास्थ्य विभाग कोरोना से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा  संभावित वायरस के मरीजों और इमरजेंसी सेवा के लिए एक हेल्पलाइन नंबर 06344-228442 शुरू किया गया है। हेल्पलाइन नंबर 24 घंटा कार्य करेगा। यहां रोटेशन के मुताबिक चार कर्मियों की नियुक्ति की गई। इस नंबर पर कोई भी कोरोना वायरस के संभावित मरीज और इमरजेंसी सेवा के लिए कॉल कर सकते हैं। आइसोलेशन वार्ड में ही सभी तरह की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 

क्या है जनता कर्फ्यू:

जनता कर्फ्यू एक ऐसी स्थिति है जिसमें लोग अपने घरों तक सीमित रहते हैं और बहुत ही जरूरी काम होने पर ही परिवार में से कोई एक या दो लोग बाहर निकलते हैं। यानी जनता कर्फ्यू के दौरान घर से तभी निकला जाए जब काम बेहद जरूरी हो। इन जरूरी कामों में सिर्फ अस्पताल जाना, काम पर जाना जैसे काम ही शामिल हो सकते हैं

जनता कर्फ्यू क्यों जरूरी:
भारत में कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में न जाए, इसी कड़ी को तोड़ने के लिए सरकार ने जनता कर्फ्यू लगाया है। जिले वासियों का भी जनता कर्फ्यू के लिए भरपूर समर्थन मिल रहा है। संक्रमण से बचने का एक ही तरीका है जितना हो अपने घर में रहें ताकि कोरोना से संक्रमित लोगों के संपर्क में आकर खुद को संक्रमित होने से बचा सकें। अभी देश में स्थिति नियंत्रण में है अगर इस चरण में सावधानी बरत ली जाएगी तो इस घातक महामारी से जीता जा सकता है।

कर्फ्यू और जनता कर्फ्यू में क्या फर्क है:
कर्फ्यू और जनता कर्फ्यू में एक बड़ा फर्क है। जनता कर्फ्यू लोगों का, लोगों के लिए, लोगों की ओर से खुद पर लगाया गया कर्फ्यू है। ये एक तरह का अनुरोध है। लोगों को अपनी इच्छा से खुद को घरों तक सीमित रखना है। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के लिए यह जनता कर्फ्यू आम जनमानस के लिए बेहद जरूरी है।

जनता कर्फ्यू के दिन खास अपील
देश में बड़ी संख्या में डॉक्टर और कुछ लोग कोरोना के खतरे से लड़ रहे हैं। जो स्वास्थ्य कर्मचारी मरीजों की सेवा कर रहे हैं उनके लिए कोरोना किसी खतरे से कम नहीं है। ऐसे लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपील की है कि अपने घरों के दरवाजों, खिड़कियों और बालकनी में खड़े होकर मानवता की सेवा कर रहे लोगों का आभार व्यक्त करें।

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