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सोमवार, 30 मार्च 2020

जरा भी नहीं बरतें लापरवाही, नहीं टला है खतरा- कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या - 961 संदिग्धों के क्वारंटाइन की है जिले में व्यवस्था - 91 बेडों का आइसोलेशन वार्ड मुंगेर में है उपलब्ध - तैयारी को स्वास्थ्य विभाग लगातार कर रहा अपग्रेड GS NEWS


मुंगेर/30 मार्च। देश भर में भले ही लॉकडाउन के छह दिन बीत चुके हैं, लेकिन कोरोनावायरस का खतरा अभी टला नहीं है। कोरोना वायरस कोविड-19 का संक्रमण अब ज्यादा बढ़ने लगा है। यहां से यदि जरा भी लापरवाही हुई तो फिर स्थिति और भी भयावह हो सकती है। ऐसे में खास कर आम जनों पूरी सावधानी बरतने की जरूरत है तथा हर हाल में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन का पालन करना होगा।

तैयारी को लगातार किया जा रहा अपग्रेड
जैसे-जैसे कोरोनावायरस का संक्रमण बढ़ते जा रहा है, वैसे-वैसे स्वास्थ्य विभाग अपनी तैयारियों को भी बढ़ाते जा रही है। जिसमें खास कर क्वारंटाइन तथा आइसोलेशन वार्ड व उसके बेडों की संख्या में लगातार इजाफा किया जा रहा था। एक सप्ताह पूर्व जिले में क्वारंटाइन तथा आइसोलेशन वार्डों को मिला कर कुल बेड की संख्या 181 थी। किंतु उसे अब बढ़ा कर 1052 कर दिया गया है। जिसमें जिले भर में 961 बेडों का क्वारंटाइन वार्ड तैयार किया गया है तथा 91 बेडों का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है। सिविल सर्जन डॉ पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर क्वारंटाइन तथा आइसोलेशन वार्डों में बेडों की संख्या बढ़ायी जा सकती है। 

तीसरे चरण के मुहाने पर पहुंची स्थिति
कोरोना वायरस कोविड-19 की स्थिति अब तीसरे चरण के मुहाने तक पहुंच चुकी है। पूरे बिहार कोरोना का पहला मामला यदि कहीं पाया गया तो वह मुंगेर में पाया गया। सैफ के सैम्पल में कोरोना वायरस का रिपोर्ट पॉजेटिव पाये जाने के बाद से पिछले एक सप्ताह में यह संक्रमण 15 गुणा तक फैल चुका है। अब तक कुल 15 पॉजेटिव केस सामने आ चुके हैं, जिसमें सबसे अधिक मुंगेर का ही कोराना संक्रमित मरीज पाया गया है। जानकारों का मानना है कि कोरोना वायरस को दूसरे चरण तक सामाजिक दूरी बना कर रोका जा सकता है। किंतु तीसरे चरण में पहुंच जाने के बाद यह वायरस समुदाय स्तर पर संक्रमण फैलाना शुरु कर देता है। ऐसे में आगामी 14 अप्रैल तक लॉकडाउन का पालन करना आम-आवाम के जिंदगी के लिए बेहद जरूरी है। 

नये केस पाये जाने पर बढ़ी चिंता
पिछले 22 अप्रैल को सैफ के पॉजेटिव पाये जाने का मामला सामने आया था। जिसके बाद सैफ के सम्पर्क में आये कुल 62 लोगों की सूची तैयार की गयी। किंतु उनमें से 56 लोगों का 24 मार्च को सैम्पल संग्रह हो पाया, जिसे जांच के पटना भेजा गया था। जिनमें से एक महिला तथा एक बालक में कोरोना पॉजेटिव की पुष्टि की गयी तथा शेष 54 लोगों का रिपोर्ट निगेटिव पाया गया। बांकी चिन्हित लोगों ने स्वयं ही मेडिकल कॉलेज भागलपुर पहुंच कर अपना सैम्पल संग्रहित करवा कर जांच के लिए पटना भेजा। उसके बाद 27 मार्च को मुंगेर से 07 लोगों का सैम्पल संग्रह कर जांच के लिए भेजा गया तथा 28 मार्च को यहां से कुल 73 लोगों का सैम्पल संग्रह कर जांच के लिए आरएमआरआई पटना भेजा गया। लगातार संदिग्धों तथा पॉजेटिव केस की संख्या बढ़ते जाने से अब न सिर्फ आम लोगों की, बल्कि जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग की भी चिंता बढ़ने लगी है।

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