कुल पाठक

सोमवार, 23 मार्च 2020

बिहार - कोरोना वायरस की पुष्टि होने पर राज्य सरकार हाई अलर्ट. GS.NEWS

बिहार - कार्यपालक निदेशक ने दिया रैपिड रिस्पोंस टीम को सक्रीय करने का निर्देश 
संक्रमित मरीज के गृहक्षेत्र के 3 से 5 किलोमीटर वर्गफल तक होगा पूर्ण लॉकडाउन 
संक्रमित मरीज एवं उनके परिवारजनों पर रखी जाएगी निगरानी 
पटना 23 मार्च-  राज्य में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद राज्य सरकार हाई अलर्ट पर है. पूरे राज्य में 31 मार्च तक पूर्ण लॉकडाउन का आदेश दिया गया है. राज्य में बाहर से आने वाले लोगों की निगरानी की जा रही है और सभी रेलवे स्टेशन एवं हवाईअड्डों पर निगरानी कड़ी कर दी गयी है. बाहर से आने वाले लोगों की जांच मेडिकल टीम द्वारा किया जा रहा है.
पटना में कोरोना वायरस की पुष्टि होने पर कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार सरकार, मनोज कुमार ने जरुरी दिशानिर्देश जारी किये हैं. इसके तहत उन्होंने पत्र जारी कर जरुरी दिशानिर्देश दिए हैं और पूरा स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में है.
रैपिड रिस्पोंस टीम को किया जायेगा सक्रीय:
पत्र के माध्यम से बताया गया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को नियंत्रित करने हेतु रैपिड रिस्पोंस टीम को तत्काल प्रभाव से सक्रीय किया जाये. यह टीम कोरोना वायरस के मरीजों की पूरी जानकरी सूचीबद्ध कर स्वास्थ्य विभाग को देगी. इसमें मरीजों की पूरी जानकारी, उनके गृहक्षेत्र एवं उनके परिवारजनों का विस्तृत विवरण शामिल होगा.
माइक्रोप्लान द्वारा जमा की जाएगी जरुरी जानकारी:
संक्रमित मरीज के गृहक्षेत्र जहाँ से संक्रमण की शुरुआत हुई है उसके 3 से 5 किलोमीटर वर्गफल दायरे में आनेवाले सभी घर, सरकारी उपक्रम, शॉपिंगमॉल, स्वास्थ्य संस्थान को चिन्हित किया जायेगा और उसके उपरान्त 3 से 5 किलोमीटर तक कन्टेनमेंट जोन निर्धारित किया जायेंगे. साथ ही जरुरी सेवाओं के अलावा किसी भी व्यक्ति अथवा वाहनों का क्षेत्र में निकलना वर्जित होगा. क्षेत्र के सभी स्वास्थ्य संस्थान भी इस मैपिंग का हिस्सा होंगे और उन्हें कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के बारे में प्रतिदिन रिपोर्टिंग करनी होगी.
संक्रमित मरीज एवं उनके परिवारजनों पर रखी जाएगी निगरानी:
जिस भी क्षेत्र में संक्रमित मरीज पाए जायेंगे वहां क्षेत्र के स्वास्थ्यकर्मी अपने क्षेत्र की कड़ी निगरानी रखेंगे. वे मरीज तथा उसके परिवारजनों की सूची तैयार करेंगे. स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित मरीज व परिवार द्वारा मरीज के लिए चिन्हित केयरटेकर  को मास्क उपलब्ध कराएँगे. मरीज को घर में अलग रखा जायेगा जबतक उसकी जांच स्वास्थ्य पदाधिकारियों द्वारा न हो जाये.
रोग निगरानी पदाधिकारी द्वारा राखी जाएगी फ्लू एवं श्वास सम्बन्धी मरीजों पर नजर:
फ्लू एवं श्वास सम्बन्धी लक्षणों वाले मरीजों पर रोग नियंत्रण पदाधिकारियों द्वारा चिन्हित संक्रमित क्षेत्र में नजर रखी जाएगी. संक्रमित क्षेत्र में पिछले 14 दिनों में फ्लू एवं श्वास सम्बन्धी लक्षणों वाले मरीजों को चिन्हित कर उनकी जांच करायी जाएगी ताकि कोरोना वायरस की पुष्टि हो सके.
जिला सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने बताया सभी बिन्दुओं की कड़ी निगरानी होगी और प्राप्त निर्देशों का सख्ती से पालन किया जायेगा. लोग अपने घरों में रहें और कोरोना वायरस के खतरे से लड़ाई में स्वास्थ्य विभाग और राज्य सरकार को अपना सहयोग दें.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें