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शुक्रवार, 10 जुलाई 2020

मुंगेर में नक्सलियों ने फिर दी दस्तक ,पुलिस की मुखबिरी के आरोप में दो लोगों की हत्या GS NEWS


बिहार के मुंगेर में बैक फुट चल रहे नक्सलियों ने एक बार फिर धमक दी है। खड़गपुर थानाक्षेत्र के जटातरी गांव में नक्सलियों के दस्ते ने गुरुवार की रात धावा बोलकर अरुण राय और वृजनंदन टूडु को पकड़कर अपने साथ ले गये और बघेल पहाड़ी पर गला रेतकर दोनों की हत्या कर दी।
नक्सलियों ने पर्चा भी छोड़ा है। लाल स्याही से लिखे पर्चे में में लिखा है पुलिस मुखबीर पर हमला है। पूंजीपतियों पर अभी हमला करना बांकी है। एसपीओ से अपील है नौकरी से इस्तीफ देकर क्रांतिकारी जनता की शरण में चले आएं। पत्र के नीचे लिखा है भाकपा, माओवादी। शुक्रवार की सुबह परिजन और ग्रामीण दोनों की खोज में निकले तो बधेल पहाड़ी पर शव दोनों का मिला। नक्सली वारदात से लोग दहशत में हैं। इंस्पेक्टर नईमउद्दीन पुलिस बल के साथ घटनास्थल पहुंचकर शव को कब्जे में लिया।    

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौका ए वारदात पर पहुंच कर मामले की छानवीन में जुट गई है। पुलिस का कहना है कि ग्रामीणों से पूदताछ में पता चला कि दोनों पर पुलिस की मुखबिरी करने का शक नक्सलियों को था। इसीलिए नक्सलियों ने दोनों की गला रेतकर नृशंस हत्या कर दी। फिलहाल नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। शव के पास से नक्सली पर्चा भी मिला है, जिसमें मुखबिरी करनेवालों को चेतावनी भी दी गई है

शुक्रवार, 3 जुलाई 2020

मुंगेर :- घरेलू विवाद में बड़े भाई ने चाकू से गोदकर छोटे भाई की की हत्या GS NEWS

मुंगेर के बरियारपुर थाना क्षेत्र के मिर्जाचक गांव में घरेलू झगड़े के बीच बड़े भाई ने चाकू से गोदकर छोटे भाई की हत्या कर दी। 



विवाद पिता से रुपये मांगने को लेकर शुरू हुआ था। घटना देर रात की बताई जा रही है। घटना के बाद सूचना पर पहुंची बरियारपुर पुलिस ने शव को बरामद कर लिया। 


जानकारी के मुताबिक मुंगेर के मिर्जाचक गांव में अर्जुन मंडल के बड़े बेटे बहादुर मंडल ने अपने सगे छोटे भाई कैलाश मंडल उर्फ कैला मंडल की  चाकू मारकर हत्या कर दी। 


पिता अर्जुन मंडल होमगार्ड के सेवानिवृत्त जवान हैं। जानकारी के मुताबिक छोटे बेटे कैलाश मंडल ने पिता अर्जुन मंडल से कुछ रुपये की मांग की थी। नहीं देने पर पिता पर चाकू चला दिया। इसी बीच बड़ा बेटा बहादुर मंडल पहुंचा और अपने पिता का बचाव करते हुए चाकू छीनकर उसी चाकू से कैलाश मंडल की हत्या कर दी।  


बुधवार, 10 जून 2020

छापेमारी करने गई मुंगेर पुलिस ने बुजुर्ग महिला को जमीन पर पटका, मौत पर सड़क जाम GS NEWS




मुंगेर में मारपीट के आरोपी के घर छापेमारी करने गई पुलिस ने आरोपी की वृद्ध मां को कथित रूप से बालों से घसीटकर जमीन पर पटक दिया। घटना में वृद्ध महिला की मौके पर ही मौत हो गई। वृद्ध महिला की मौत से लोग भड़क उठे और सड़क जाम कर दिया। एसपी के कार्रवाई के आश्वासन पर लोगों ने जाम हटाया। 
जानकारी के मुताबिक कोतवाली थाना पुलिस बुधवार को मारपीट के आरोपी राजकिशोर यादव को गिरफ्तार करने के लिए लाल दरवाजा स्थित उसके घर गई थी। इस दौरान उसकी मां 65 वर्षीय सुदामा देवी गेट पर आई और कहा कि बेटा घर में नहीं है। इसी बीच एक पुलिसकर्मी ने उसे धक्का देकर गिरा दिया। इस घटना में बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। 
वहीं मृत महिला के बेटे ने कहा कि पुलिस छापेमारी करने आई तो उसकी मां ने दरवाजा खोला, इसके बाद पुलिस गाली देने लगी और बाल पकड़कर उसकी मां को पटक दिया। इसके बाद मां बेहोश हो गई। इस दौरान घर के अंदर से उसकी भाभी निकली तो पुलिस से कहा कि कम से कम उनकी सास को हॉस्पिटल तक पहुंचा दिजिए। लेकिन पुलिसकर्मी वहां से चले गए।

 महिला की मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गए और शव के साथ सदर हॉस्पिटल के सामने सड़क पर बैठ गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। परिजनों ने आरोप लगाया कि थानेदार ने बुजुर्ग महिला को पटक दिया। जिसके कारण उसकी मौत हो गई है। परिजन थानेदार पर कार्रवाई करने की मांग करने लगे और एसपी मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे।
 लगभग 4 घंटे के बाद डीएसपी हरिशंकर कुमार ने मौके पर पहुंचकर परिजनों को समझा-बुझाकर शांत किया तथा मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद परिजन शांत हुए तथा पुलिस द्वारा शव का पोस्टमार्टम करवाया गया।

गुरुवार, 4 जून 2020

मुंगेर में अपराध की योजना बना रहे 13 अपराधियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार GS NEWS



मुंगेर में अपराध की योजना बना रहे 13 अपराधियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार उनके पास से एक देशी मासकेट,5 देशी कट्टा,3.15 बोर की 13 जिन्दा कारतूस, एवं छुरा, चाकू बरामद  मुंगेर sp लिपी सिंह को गुप्त सूचना मिली कासिम बाजार थाना क्षेत्र के हसनगंज ब्रह्मस्थान के पास एक बगीचे में कुछ अपराधियों के द्वारा अपराध की योजना बनाने के लिए जुटे हुए हैं।

इसी सूचना पर मुंगेर SP लिपी सिंह ने तुरंत ASP हरि संकर प्रसाद के नेत्रित्व में 4 थानों के थाना अध्यक्ष के साथ लेकर एक विशेष टीम का गठन किया और बताए गए स्थान पर छापेमारी की गई इस छापेमारी में 13 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से एक देशी मासकेट,5 देशी कट्टा,3.15 बोर की 13 जिन्दा कारतूस, एवं छुरा, चाकू के साथ पकडाए गए 


अपराधियों से पूछताछ के क्रम में पता चला कि यह सब मिलकर एक बड़ी लूट की घटना को अंजाम देने फिराक में थे। यह सब अपराधियों का पूर्व से ही डकैती, लूट,हत्या,जैसे कई कांडो में इनकी संलिप्ता रही है और यह सब बिहार और झारखंड में भी अपराध कर चुके हैं। 
यह अपराधी लोग मुंगेर जिला के अलग अलग थाना क्षेत्र के रहनेवाले है और सभी पर दर्जनों से अधिक मामले दर्ज है।

शुक्रवार, 27 मार्च 2020

कोरोना संक्रमण को नहीं होने दे मस्तिष्क पर हावी, मानसिक स्वास्थ्य का रखें पूरा ख्याल • भविष्य को मुंगेर : सोचकर घबराने से बचें • जागरूकता और सही जानकारी से जोड़ें नाता • शारीरिक रूप से सक्रिय रहें एवं संतुलित आहार का करें सेवन • आम लोग, संक्रमित एवं स्वास्थ्य कर्मी सभी के लिए बेहतर मानसिक स्वास्थ्य जरुरी GS NEWS



मुंगेर/ 27 मार्च।  कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर भविष्य में होने वाली अनिश्चितता की चिंता, सामान्य सर्दी, खाँसी या बुखार होने पर डर, संक्रमण होने पर अलग-थलग रहने का भय जैसी बातें यदि आपके दिमाग में चल रही हो तो सावधान जो जायें. यह आपको मानसिक रूप से अस्वस्थ कर सकता है. इससे आपका मानसिक स्वास्थ्य काफ़ी प्रभावित हो सकता है. विश्व भर में कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण जन सुमदाय के मन में कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं, जो उन्हें मानसिक रूप से परेशान भी कर रहे हैं. चाहे आम लोग, संक्रमित व्यक्ति या कोरोनावायरस संक्रमण से बचाव में जुटे स्वास्थ्य कर्मी की बात हो, सभी को ऐसे माहौल में सकारात्मक सोच रखने की जरूरत है. बढ़ते संक्रमण के कारण भावनात्मक एवं व्यावाहरिक प्रतिक्रिया लाजिमी है. लेकिन अत्यधिक नकारत्मक प्रतिक्रिया आपके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डाल सकता है. इसको लेकर पुणे के डिपार्टमेंट ऑफ़ साइकाइट्री आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज ने विस्तार से दिशा-निर्देश जारी किया है. 

  
आम व्यक्तियों में भावनात्मक एवं व्यावाहरिक प्रतिक्रियाएं: 
कोरोनावायरस संक्रमण के कारण को लेकर आम व्यक्ति में कई तरह की भावनात्मक एवं व्यावाहरिक प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही है. 
संक्रमण को लेकर भविष्य में होने वाली अनिश्चितिता के प्रति चिंता एवं अवसाद 
संक्रमण प्रसार को लेकर भय 
सामन्य खाँसी, सर्दी एवं बुखार होने पर संक्रमण का भय 
समाज के कुछ लोगों के गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार को लेकर गुस्सा एवं चिडचिडापन 
समाज में गैर-जिम्मेदार व्यवहार पर अनुचित ध्यान देना


संक्रमित व्यक्तियों को भी प्रतिक्रियों से बचने की जरूरत: 
कोरोना संक्रमित व्यक्ति भी कई तरह के नकारत्मक विचारों से ग्रसित हो सकते हैं.
संक्रमित होने के बाद अलगाव में रहने के डर के कारण रिपोर्टिंग से परहेज 
संक्रमित होने पर अनुचित अपराध बोध होना 
सबसे खराब संभावित परिणामों के बारे में चिंता और घबराहट
खुद एवं परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंता 


संदिग्ध व्यक्तियों के क्वारंटाइन होने पर: 
ऊबन और अकेलापन
परिवार के स्वास्थ्य को लेकर चिंता 
संक्रमण के शिकार की आशंका पर अपराध बोध 
महत्वपूर्ण समय में अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं कर पाने का अपराध बोध


स्वास्थ्य कर्मियों को भी सजग रहने की जरूरत:
कोरोनावायरस संक्रमण से लोगों को बचाव करने में जुटे स्वास्थ्य कर्मियों को भी अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखने की जरूरत है. उनके मन में भी संक्रमण को लेकर कई नकारत्मक प्रतिक्रियाएं आ सकती हैं, जो उन्हें हताश एवं परेशान कर सकती है.
संक्रमण के बढ़ते मामलों एवं चुनौतीपूर्ण माहौल में कार्य करने पर चिंता का होना 
गंभीर रोगियों एवं मौतों के बीच अत्यधिक समय तक काम करने से उत्तेजित हो जाना 
कार्य के दौरान विफलता, हताशा, खराब देखभाल एवं  चिड़चिड़ापन की भावना का आना 
कुछ बुरा होने के बारे में अनुचित चिंता, अवसाद, बुरे सपने आदि भी स्वास्थ्य कर्मियों को मानसिक रूप से परेशान कर सकते हैं 
ऐसे में स्वास्थ्य कर्मियों को सचेत रहने की जरूरत है. अपने कार्य की स्पष्टता, कार्य के बीच थोडा अंतराल लेना, अपने खान-पान का ख्याल रखना, चाय एवं कॉफ़ी का सीमित इस्तेमाल कर ऐसे माहौल में अवसाद से स्वास्थ्य कर्मी बच सकते हैं. 


बेहतर मानसिक स्वास्थ्य के लिए यह करें: 
भावना को स्वीकार करें एवं साझा करें 
कोरोना के विषय में विश्वसनीय स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें( विश्व स्वास्थ्य संगठन, सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन, इंडियन कौंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार)
अटकलों और अफवाहों से बचें
हाथ की सफाई एवं सोशल डीसटेंसिंग को अपनाए
शारीरिक रूप से सक्रिय रहें एवं संतुलित आहार लें 
बच्चों एवं पड़ोसियों के लिए रोल मॉडल बनें 
कार्य एवं अवकाश के बीच संतुलन बनायें 
बुजुर्गों का अधिक ख्याल रखें( उन्हें संक्रमण का अधिक खतरा है)  
संक्रमण की रोकथाम में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें

गुरुवार, 26 मार्च 2020

होम क्वारंटाइन को लेकर कार्यपालक निदेशक ने जारी किया दिशा-निर्देश• दूसरे देश या संक्रमित राज्य से लौटने वाले लोगों को 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन में रखने के निर्देश • होम क्वारंटाइन के दौरान जरुरी सावधानी बरतने की सलाह • बेहतर साफ़-सफाई एवं घर वालों से दूरी जरुरी GS NEWS


मुंगेर/ 26 मार्च: देश भर में कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार हाई अलर्ट पर है. राज्य में संक्रमण को रोकने के लिए कई स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं. जिसमें अधिक से अधिक संदिग्ध लोगों की स्क्रीनिंग एवं राज्य भर में आईसोलेशन वार्ड निर्माण शामिल है. इसी कड़ी में दूसरे देश या संक्रमित राज्यों से लौटे बिहार निवासियों के लिए 14 दिनों तक की होम क्वारंटाइन में रखे जाने का फैसला भी शामिल है. इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने सभी जिला अधिकारी एवं सिविल सर्जन को पत्र लिखकर इसके विषय में विस्तार से दिशा निर्देश दिया है. पत्र में बताया गया है कि पूर्व में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय,  भारत सरकार द्वारा होम क्वारंटाइन से संबंधित दिशा-निर्देश की प्रति उपलब्ध करायी गयी थी. पत्र में बताया गया कि यदि कोई व्यक्ति भारत के बाहर से आया हो, विगत 14 दिनों में राज्य के बाहर से अथवा ऐसे क्षेत्रों से वापस आए है, जो कोवीड-19 से संक्रमित हो या ऐसे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में रहे हों अथवा कोवीड-19 संक्रमण वेक व्यक्ति के निवास स्थान के आस-पास चिन्हित क्लस्टर में रहते हों, तो ऐसे सभी लोगों को 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन में रहने की जरूरत है. 

होम क्वारंटाइन में इन बातों का रखें ध्यान: 
पत्र के माध्यम से होम क्वारंटाइन के दौरान जरुरी बातों के ध्यान रखने की बात बताई गयी है. 
ऐसे संदिग्ध व्यक्ति को अपने घर में अपने परिवार से अलग हवादार कमरे में रहना चाहिए, जिसमें बाथरूम एवं टॉयलेट कमरे से ही जुड़ा हो. यदि किसी अन्य सदस्य को उसी कमरे में रहना पड़े तो 1 मीटर की दूरी जरुर बनायें 
मरीज को मास्क का प्रयोग करना है, जिसे प्रत्येक 6 से 8 घंटे के बाद बदलना है. मास्क को अच्छी तरह से निस्तारण करें 
ऐसे व्यक्ति हाथ की निरंतर साफ़-सफाई करें. इसके लिए हैण्ड वाश, साबुन या अल्कोहलयुक्त सेनेटाईजर का उपयोग करें 
ऐसे संदिग्ध व्यक्ति के इस्तेमाल किये कपडे को परिवार के अन्य कपड़ों से अलग डिटरजेंट से साफ़ करने के बाद एवं अलग से सूखा कर ही उपयोग में लाया जाना चाहिए 
ऐसे संदिग्ध व्यक्ति की देख-रेख के दौरान परिवार वालों को हमेशा 1 मीटर की दूरी बनाये रखना चाहिए 
संदिग्ध व्यक्ति के संपर्क में आए तथा उनके द्वारा उपयोग किये जा रहे सभी चीजें जैसे कपडे, बर्तन, सतह, टॉयलेट एवं कमरा आदि को ग्लोब्स पहनकर डिटरजेंट, डेटोल या लाईजोल से साफ़ करें. ग्लोब्स इस्तेमाल करने के बाद हाथों को अच्छी तरह से साफ कर लें 

घर में पीड़ित लोग संदिग्ध व्यक्ति से रहें दूर: 
संदिग्ध व्यक्ति से घर के बड़े बुजुर्ग, गर्भवती महिला, बच्चे, ह्रदय रोगी, मधुमेह रोगी, निमोनिया, दमा, किडनी एवं उच्च रक्तचाप से ग्रसित लोग दूर रहें. इनमें संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है. होम क्वारंटाइन में रहने की अवधि 14 दिनों की निर्धारित की गयी है. लेकिन यदि इसके बीच में संदिग्ध की भेजी गयी सैंपल नेगेटिव नहीं आती है तब तक उन्हें होम क्वारंटाइन में रहना होगा. अगर कोई लक्षण जैसे कि बुखार, खाँसी, सर्दी, साँस लेने में तकलीफ़ महसूस हो तो तुरंत टोल फ्री नंबर 104 या जिले के जिला नियंत्रण कक्ष के नंबर पर कॉल कर चिकित्सकीय सलाह प्राप्त करें. 

होम क्वारंटाइन के दौरान ये न करें: 
किसी भी हालात में घर से बाहर नहीं निकलें और ना ही किसी समारोह में शामिल हों. यहाँ तक परिवार के सदस्यों से भी ना मिलें 
संदिग्ध व्यक्ति घर के किसी भी सामग्री को स्पर्श नहीं करें और ना ही घर के किसी अन्य सदस्य को ही छुएं 
घरेलू सामग्री जैसे बर्तन, कपडे, बेड आदि घर के किसी अन्य सदस्य द्वारा साझा नहीं करें 
हेमशा संदिग्ध व्यक्ति साफ़ कपडे का इस्तेमाल करें

बुधवार, 25 मार्च 2020

मुंगेर : कोरोना से लड़ने में करें सहयोग, लॉकडाउन में अपने एवं परिवार का रखें ख्याल• घर पर रहकर अपने परिवार का रखें ख्याल • 194 सदिग्धों के सैंपल किये गए एकत्रित• 909 यात्रियों को ऑब्जरवेशन पर रखा गया • लगभग 3.73 लाख यात्रियों की ट्रांजिट पॉइंट पर की गयी स्क्रीनिंग GS NEWS


मुंगेर/ 25 मार्च: कोरोनावायरस से लड़ने के लिए देश के साथ राज्य भी पूरी तरह तैयार है. इसके मद्देनजर मंगलवार की रात 8 बजे प्रधानमंत्री द्वारा जारी संदेश में देश के सभी जिलों को लॉकडाउन किया गया है. यद्यपि, कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बिहार के सभी जिलों को पहले से ही लॉकडाउन किया गया है. ऐसे में लोगों से लॉकडाउन में घर से बाहर नहीं निकलने की निरंतर अपील भी की जा रही है ताकि संक्रमण के चक्र को तोड़ा जा सके.

लॉकडाउन में अपने एवं परिवार का रखें ख्याल: 
लॉकडाउन की स्थिति में घर में ही रहने की हिदायत दी जा रही है. कोरोनावायरस संक्रमण से बचाव का यह प्रभावी एवं अंतिम उपाय भी है. घर में रहने के दौरान लोगों को कुछ बातों का विशेष ध्यान देने की जरूरत है ताकि घर के बच्चों एवं बुजुर्गों में संक्रमण को लेकर किसी भी प्रकार का भय उत्पन्न ना हो. 
बुजुर्गों एवं बच्चों के खान-पान पर अधिक ध्यान दें. आहार में फ़ल एवं हरी सब्जियों को शामिल करें.
आपस में एक दूसरे से बात करते रहें ताकि किसी के मन में संक्रमण को लेकर भय व्याप्त ना हो
बुजुर्गों को घर से बाहर निकलने नहीं दें. उनसे बात-चीत करते रहें ताकि उनका मन भी बहलता रहे 
घर के किसी भी व्यक्ति की तबीयत खराब रहती हो तो उनके लिए पर्याप्त मात्रा में दवा खरीद कर रख लें 
लॉकडाउन में घर से निकलने में परहेज करें. जरुरी चीजों की खरीदारी करने के लिए यदि घर से निकलना पड़े तब घर लौटने के बाद हाथों की अच्छी से सफाई करके ही परिवार में किसी सदस्य के समीप जायें

ट्रांजिट पॉइंट पर की जा रही स्क्रीनिंग: 
राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इंडो-नेपाल के 49 ट्रांजिट पॉइंट पर 24 मार्च तक लगभग 3.73 लाख यात्रियों की स्क्रीनिंग की गयी है. जिसमें सुपौल के केवल 1 व्यक्ति में लक्षण पाया गया है. राज्य के 9 मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कुल 194 सैंपल एकत्रित किये गए हैं, जिसमें 175 सैंपल नेगेटिव आए हैं एवं 14 की रिपोर्ट आनी बाकी है. 24 मार्च तक राज्य में कुल 3 मामलों की पुष्टि हुयी है जिनका ईलाज चल रहा है. 

विभिन्न जिलों के बाहर से लौटे 909 यात्रियों को रखा गया ऑब्जरवेशन पर: 
24 मार्च तक 909 यात्रियों को ऑब्जरवेशन पर रखा गया है. जिसमें अररिया के 2, सीतामढ़ी के 7, सारण के 57, भागलपुर के 36, सुपौल के 2, मधुबनी के 63. मधेपुरा के 9, भोजपुर के 21, गया के 55, सिवान के 42, गोपालगंज के 172, पटना के 100, पूर्वी चंपारण के 26, पश्चिमी चंपारण के 74, मुज्ज़फरपुर के 15, रोहतास के 10, समस्तीपुर के 48, वैशाली के 6, दरभंगा के 28, पूर्णिया के 1, कटिहार के 3, नवादा के 9, बेगुसराय के 7, नालंदा के 44, बक्सर के 4, मुंगेर के 12, अरवल के 1, जहानाबाद के 8, कैमूर के 11 एवं बांका के 2 यात्री शामिल है.
 
इन बातों का रखें ख्याल 
यदि घर से बाहर निकलना पड़े तब लोगों से 1 मीटर की दूरी जरुर बनायें 
घर आने के बाद हाथों को 20 सेकंड तक पानी एवं साबुन से धोएं 
बाहर में किसी भी चीज को छूने से परहेज करें 
लॉकडाउन के नियमों के सख्ती से पालन करें