आपदा विभाग ने बाढ़ संबंधित आंकड़ा जारी किया है. विभाग के मुताबिक राज्य के कुल 14 जिलों में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हुई है. सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, खगड़िया, समस्तीपुर, सिवान, मधुबनी और सारण के 113 प्रखंड प्रभावित हैं, इनमें 1059 पंचायत शामिल है.
चलाए जा रहे 19 राहत शिविर
इन जिलों में 53 लाख 67 हजार 182 लोग प्रभावित है. हालांकि 40 लाख 32 हजार 69 की आबादी फिलहाल बाढ़ से बची है. कुल 19 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. राहत शिविरों में 26 हजार 732 लोग रह रहें हैं. वहीं बिहार सरकार के सहयोग से आपदा विभाग कुल 14 जिलों में 1385 कम्युनिटी किचन चला रहा है.
पिछले 24 घंटे में 13 लोगों की मौत
इन कम्युनिटी किचन में इसमें 92 लाख 9 हजार 465 लोग रोजाना भोजन कर रहे हैं. आपदा विभाग के आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में 13 लोगों की मौत हुई है. इसमें दरभंगा में 7, पश्चिम चंपारण में 4 और मुजफ्फरपुर में 2 लोगों की मौत हो गई है. 18 जानवर भी मारे गए हैं.
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ तैनात
बाढ़ के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश जारी किया गया है. मंत्री लक्ष्मेश्वर राय के मुताबिक विभाग बाढ़ को लेकर सचेत है. बिहार के प्रभावित 14 जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम की तैनात की गई है.
आपदा मुख्यालय में टीम रिजर्व
बकौल मंत्री कुल 31 टीमें तैनात है और आपदा मुख्यालय में कुछ टीमों को रिजर्व रखा गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद अपने आवास से बाढ़ की मॉनिटरिंग कर अधिकारियों को निर्देश जारी कर रहे हैं.
राहत शिविरों में रखा जा रहा सोशल डिस्टेंस
आपदा विभाग के अनुसार कोविड-19 के मद्देनजर सोशल डिस्टेंस के तहत राहत शिविरों में लोगों को रखा जा रहा है. महिलाओं बच्चों और बुजुर्गों की अलग व्यवस्था की गई है. राज्य सरकार ने सभी राहत शिविरों में मास्क और सैनीटाइजर की व्यवस्था की है.
बाढ़ को लेकर सचेत
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ऊंचे स्थलों का निरीक्षण कर उन्हें चिन्हित कर लिया गया है. जरूरत के हिसाब से लोगों को राहत शिविर तक पहुंचाया जा रहा है. आपदा प्रबंधन विभाग की हर तरह से बाढ़ को लेकर सचेत है.
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