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गुरुवार, 20 सितंबर 2018

अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में बैज्ञानिकों ने कहा बर्मी कंपोष्ट से बढती है धरती की उर्वरा शक्ति

Gosaingaon Samachar

वैज्ञानिकों ने किसानों के साथ की परिचर्चा
नारायणपुर - जे.पी. कालेज नारायणपुर में गुरुवार को एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में इंटिग्रेटेड मेनेजमेंट काप डिजिज बाटनीकल एप्रोच पर विभिन्न देशों से आए बैज्ञानिकों ने किसानों के साथ परिचर्चा की.सेमिनार का उद्धघाटन प्राचार्य डा.विभांशू मंडल,पुर्व प्राचार्य नलिन कुमार, सेवानिवृत्त प्रो.शिवेंद्र किशोर झा, कनवेनर टीएनबी बाटनी विभाग के एच के चौरसिया,वर्धमान विश्वविद्यालय के डा.अभिजीत बंदोपाध्याय,प्रो ए मिश्रा ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित कर किया.कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डा.विभांशू मंडल व संचालन प्रो.कृति गुप्ता ने किया.सेमिनार में बैज्ञानिकों ने बताया कि एकदिवसीय सेमिनार का मुख्य उद्देश्य रासायनिक खादों से धरती की कम हो रही उर्वरा शक्ति पर चिंतन करना है.रासायनिक खाद से धरती की उर्वरा शक्ति में कमी के साथ ही मिट्टी और जलवायु से अभिक्रिया करके पेड़ पौधों में हानिकारक तत्व का निर्माण करता है.जिसे फसल के माध्यम से हमलोग उसे भोजन में इस्तेमाल करते हैं.कोलकत्ता विश्व विधालय  वनस्पति विज्ञान के हेड प्रो.कृष्णानंदन आचार्य ने बताया कि बर्मी कंपोष्ट जैविक खाद के प्रयोग से धरती की उर्वरा शक्ति को बढाया जा सकता है.बैज्ञानिकों ने किसानों को कंपोष्ट बर्मी वाश बनाने की विधी सरल व अनुमानित कम दरों पर बताया.साथ ही कहा कि इस प्रकार की खाध व किटनाशक दवाई मिट्टी एवं फसल के लिए लाभदायक एवं उपजाऊ होती है.प्रो पी.के शुक्ला ने कम लागत में मशरुम की खेती करने व स्वास्थ्य के लिए लाभदायक बताया.कार्यक्रम के पुर्व अतिथियों को महाविद्यालय परिवार एवं छात्रा ने स्वागत गान के साथ पुष्प गुच्छ व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया.मौके पर डा.राजवंश यादव, डा.सतेंद्र कुमार, प्रो.शैलैन्द्र कुमार, प्रो.अनुप कुमार, प्रो राजकिशोर महतों, प्रो.ऋतिका गौतम,डा.राजीव कुमार,रीतेश कुमार,अबुल आसीम,संजय यादव, जलफुक्कार अली,कुमूद पोद्दार,बिनोद यादव,सुदामा साह,सकलदेव सिंह, महेंद्र सिंह,रणवीर झा,सुमन मिश्रा,प्रशांत शंकर मिश्र,पवन मिश्र,अमोल, सुनील, अमित, सहित महाविद्यालय के छात्र छात्रा का सराहनीय योगदान रहा.

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