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गुरुवार, 3 नवंबर 2016

भागलपुर : जिले का एकमात्र सूर्य मंदिर , जहाँ मुस्लिम वर्ग भी करते हैं छठ देते हैं भगवान सूर्य को अर्घ ।

भागलपुर जिले के मिरजाफरी और उस्मानपुर सीमा पर स्थित जिले का एकलौता सूर्य मंदिर के प्रांगण मे हर साल के भाॅति इस साल भी भव्य मेले का आयोजन किया जा रहा हैं। मेला कमिटी के अध्यक्ष महेन्द्र प्रसाद यादव ने बताया मेले में श्रद्धालु के लिए पर्याप्त व्यवस्था की जाती हैं। प्रत्येक वर्ष की भाॅति इस साल भी दिनांक 06-11-2016 को रामधुन व क्वीज प्रतियोगिता 07-11-2016 को दिन में दंगल(अखाड़ा ) रात्रि आर्केस्ट्रा  08-11-2016 को दिन में दंगल(अखाड़ा)  रात्रि आर्केस्ट्रा  09-11-2016 को दिन में दंगल (अखाड़ा) का आयोजन रखा गया हैं।

दंगल में राष्ट्रीय स्तर के पहलवान भाग ले रहे हैं।उत्तर प्रदेश के बनारस से सुरेन्द्र पहलवान ,अयोध्या से मनोहर पहलवान ,झारखंड से हारूण पहलवान , हरियाणा समेत बिहार के विभिन्न जिले से पहलवान भाग लेगे तो वहीँ क्वीज प्रतियोगिता में कई भारी संख्या में युवा छात्र भाग लेंगे।

मंदिर का इतिहास।
इस मंदिर का इतिहास सौ साल से अधिक पुराना हैं।इसी कलबलिया धार से गंगा प्रवाहित होता था।और खरीक प्रखंड के दूर दराज से लगभग सभी लोग इस तट पर आकर अर्घ दिया करते थे।आज भी यहाॅ उस्मानपुर के तीन किलोमीटर के आसपास अपने छठ डाला लेकर आते हैं। पहले यहाॅ भी मंदिर छोटी सी हुआ करते थे।इसके बाद उस्मानपुर के महेश्वर प्रसाद यादव एवं मिरजाफरी के अम्बिका प्रसाद साह के नेतृत्व में समाज के सहयोग से मंदिर को बनाया गया। इसके बाद लगातार महेन्द्र प्रसाद यादव के नेतृत्व में सफल आयोजन करते आ रहे हैं। इस मंदिर का महिमा  अपरमपार  हैं।  जिसके  कथित कहानी भी हैं।पूजा के दौरान माता छठी के लिए कोई भी व्यक्ति व्यवधान नही करते हैं। वही इस दरबार में सच्चे मन से मन्नत मांगनें पर मनोकामना अवश्य पुर्ण होती हैं। मैया  छठी  के कृपा से उस्मानपुर और मिरजाफरी के कई युवा सरकारी स्तर नौकरी कर रहे हैं। और पूरा क्षेत्र धन धान्य से परिपूर्ण हैं।
वही समाजिक समरसता का भी एक मिशाल हैं। इस मेले को सफल बनाने में पड़ोसी मुसलमान परिवारों का भरपूर सहयोग रहता हैं। उन्हे भी अपने पंचायत और क्षेत्र जैसे भव्य मेले के आयोजन पर गर्व होता है और बढ़चढ़ इस मेले में भागीदारी लेते हैं।
मिरजाफरी में कई मुस्लिम परिवार आकर सच्चे मुराद से छठ पूजा के व्रत में सहयोग करते हैं।और पहली और दूसरी अर्घ में क्षेत्र के लगभग मुस्लिम परिवार सूर्य अर्घ समर्पित का साक्षी होते हैं।यह परंपरा मिरजाफरी और उस्मानपुर के बीच जिले का एक मिशाल के रूप में।
वही मुखिया आबिद अंसारी बताया मेरे यहां मेले में सबका भरपूर  सहयोग रहता हैं। और सपरिवार इस मेले में शरीक होता हूॅ। तौफिक आलम् ,नजाकत अंसारी ,चाॅद राजा आदि सभी सपरिवार मैया छठी के मेले में सहयोग के तत्पर रहते हैं ।

मेला कार्यक्रम के सहयोग में महेन्द्र प्रसाद यादव (अध्यक्ष) राजेन्द्र मंडल ,पप्पु यादव सिकंदर यादव ,केशो मंडल ,कैलाश दास रामबरण यादव ,महेश्वर यादव कृष्ण कुमार गुप्ता आदि सभी ग्रामवासी सहयोग रहते हैं।

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