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शनिवार, 5 नवंबर 2016

कार्तिक मास में जरूर करें हवन भगवान भी होंगें खुश , वातावरण भी होगी शुद्ध : अंजनी

GS:
कातिक मास में घर में हवन का कार्य अवश्य करना चाहिए क्योकि हवन में बहुत ही पुण्य है तथा इसका महत्त्व ऋषि मुनि से लेकर विद्वानों ने भी बताया हैं । पौराणिक काल में भी ऋषिमुनि द्वारा हवन किया जाता था । हवन अथवा यज्ञ भारतीय परंपरा अथवा हिंदू धर्म में शुद्धीकरण का एक कर्मकांड है। कुण्ड में अग्नि के माध्यम से देवता के निकट हवि पहुँचाने की प्रक्रिया को यज्ञ कहते हैं। हवि, हव्य अथवा हविष्य वह पदार्थ हैं जिनकी अग्नि में आहुति दी जाती है (जो अग्नि में डाले जाते हैं).हवन कुंड में अग्नि प्रज्वलित करने के पश्चात इस पवित्र अग्नि में फल, शहद, घी, काष्ठ इत्यादि पदार्थों की आहुति प्रमुख होती है। ऐसा माना जाता है कि यदि आपके आस पास किसी बुरी आत्मा इत्यादि का प्रभाव है तो हवन प्रक्रिया इससे आपको मुक्ति दिलाती है। शुभकामना, स्वास्थ्य एवं समृद्धि इत्यादि के लिए भी हवन किया जाता है।

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