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रविवार, 18 सितंबर 2016

मकंदपुर चौक : दो थ्री फिप्टिन व 79 चक्र कारतूस के साथ चार अपराधी पकड़ाए

मकंदपुर चौक : दो थ्री फिप्टिन व 79 चक्र कारतूस के साथ चार अपराधी पकड़ाए

*चार लोगों में दो का रहा है पुराना आपराधिक इतिहास*

*शातिर संजो सिंह कई जघन्य मामलों में रहा है आरोपित*

GS:  नवगछिया थाना और गोपालपुर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर मकंदपुर चौक के पास एक आॅटो से अवैध हथियार के साथ चार शातिर अपराधियों को धर दबोचा है. गिरफ्तार सभी आरोपी खरीक स्टेशन के पास अवस्थित भवनपुरा नया टोला के निवासी है. गिरफ्तार अपराधियों में दो का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. अपराधियों में संजो सिंह, संजय मंडल, परितोष कुमार, अगरी मंडल हैं. मालूम हो कि संजो सिंह का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. पुलिस ने अपराधियों के पास से दो 315 रेगुलर रायफल, 79 चक्र जिंदा कारतूस, तीन
मोबाइल फोन बरामद किया है जबकि पुलिस ने बीआर 10 पीए 6554 नंबर का एक पियाजो आॅटो रिक्शा को भी जब्त कर लिया है. पुलिस पदाधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की. देर शाम आॅटो खरीक से चल कर नवगछिया बाजार की ओर जा रहा था. लेकिन गोपालपुर व नवगछिया पुलिस ने समय रहते ही आॅटो को मकंदपुर चौक पर ही रोक दिया और चारों अपराधियों से पूछ ताछ करने लगी. इसी क्रम में जब आॅटो की तलाशी ली गयी तो दो रायफल और एक झोला गोली देख पुलिस की आंखें खुली रह गयी. सभी
अपराधियों को मौके से ही दबोच लिया गया. देर शाम सभी अपराधियों को नवगछिया मॉडल थाने पर नवगछिया के एसपी पंकज सिंहा और एसडीपीओ मुकुल कुमार
रंजन ने सघन पूछ ताछ की है. पुलिस ने अपराधियों की निशानदेही पर संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी भी की है. छापेमारी में नवगछिया नवगछिया मुकुल कुमार
रंजन, नवगछिया के थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर संजय कुमार सुधांशु, परवत्ता थानाध्यक्ष एके आजाद, अनि जवाहर सिंह, केडी यादव, अनि संतोष कुमार व पुलिस बलों की भी भागीदारी थी.

संजो का रहा है पुराना आपराधिक इतिहास

भवनपुरा नया टोला निवासी संजो सिंह उर्फ संजो मंडल का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. संजो करीब 25 वर्ष से अपराध की दुनियां में सक्रिय है. करीब एक वर्ष पहले खरीक रेलवे स्टेशन पर हुई गोली बारी में संजो को गोली
लगने की बात जग जाहिर हुई थी. खरीक स्टेशन पर शातिर पिंटू यादव और संजो सिंह के बीच गोली बारी हुई थी. लंबे इलाज के बाद संजो की जान बची थी.
दूसरी तरफ करीब दो वर्ष पहले भवानीपुर के विपिन यादव और एक अन्य के दोहरे हत्याकांड में भी संजो नामजद आरोपी रहा हे. मालूम हो कि उक्त हत्याकांड में भवानीपुर के कुमोदी यादव द्वारा हत्या की सुपारी देने की बात जगजाहिर हुई थी. दोहरे हत्याकांड में कुमोदी यादव और संजो के साथ साथ करीब 15 अपराधियों के नाम सामने आये थे. उक्त हत्याकांड में कुमोदी जेल भी जा
चुका है. मालूम हो कि कुमोदी यादव विनोद यादव हत्याकांड में भी नामजद आरोपी है. सूत्र बता रहे हैं कि पिछले दिनों से विनोद यादव हत्याकांड के करीब तीन आरोपी व अन्य करीब 12 आरोपी कोसी दियारा में गतिविधि कर रहे हैं. जिसमें मील टोला के पिंटू, शातिर छोटुवा यादव और कुमोदी यादव का नाम सामने आ रहा है. सूत्र बता रहे हैं उक्त हथियार छोटुवा को देने के लिए
सभी अपराधी नवगछिया बाजार के रास्ते कोसी दियारा जा रहे थे. लेकिन समय रहते पुलिस ने अपराधियों की इस मंशा को नाकाम कर दिया. कहा जा रहा है कि संजो का कुमोदी के साथ पुराना संबंध रहा है. जबकि नवगछिया बाजार में ही एक राजनीतिज्ञ को संजो का संरक्षणकर्ता होने की बात कही जा रही है. ग्रामीण सूत्र बताते हैं गोली लगने के बाद संजो को पुलिस की सहानुभूमि मिली थी. जिसका फायदा उठाते हुए संजो ने फिर से एक नया गिरोह खड़ा कर
लिया. इन दिनों नवगछिया के बदलते अपराध समीकरण में संजो सक्रिय भागीदारी दिखाने के मूड में था.

कहते हैं एसपी

नवगछिया के एसपी पंकज सिंहा ने कहा कि सभी गिरफ्तार आरोपियों से पूछ ताछ की जा रही है. सबों का आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है. पुलिस को पूछताछ के दौरान अपराधियों ने कई राज बताये हैं. निशानदेही पर देर रात तक छापेमारी भी की जा रही है.

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