GS:
आपदा प्रबंधन द्वारा आम नागरिकों को भेजा जाने वाला संदेश मजाक बनता जा रहा हैं । आपदा से बचने तथा समय पूर्व आने वाली मैसेज समय बीत जाने के बाद आती हैं । बिहार में वर्षा , ओलावृष्टि से कई दर्जन की मौत होने के बाद बिहार सरकार का तरकीब उसकी पोल खोल रहा हैं । मान लें की आज अगर 11 से 2 बजे दिन तक संकट हैं तो मैसेज 3 बजे या 3 बजे के बाद आएगा । समय बीत जाने के बाद मैसेज सिर्फ मजाक बन जा रहा हैं ।
वहीँ लोगों को सही जानकारी नहीं मिलनें पर वो खेतों तथा अन्य खुलें स्थानों पर काम करनें चलें जाते हैं । जिनपर खतरा मंडराते रहता हैं ।
आपदा प्रबंधन द्वारा आम नागरिकों को भेजा जाने वाला संदेश मजाक बनता जा रहा हैं । आपदा से बचने तथा समय पूर्व आने वाली मैसेज समय बीत जाने के बाद आती हैं । बिहार में वर्षा , ओलावृष्टि से कई दर्जन की मौत होने के बाद बिहार सरकार का तरकीब उसकी पोल खोल रहा हैं । मान लें की आज अगर 11 से 2 बजे दिन तक संकट हैं तो मैसेज 3 बजे या 3 बजे के बाद आएगा । समय बीत जाने के बाद मैसेज सिर्फ मजाक बन जा रहा हैं ।
वहीँ लोगों को सही जानकारी नहीं मिलनें पर वो खेतों तथा अन्य खुलें स्थानों पर काम करनें चलें जाते हैं । जिनपर खतरा मंडराते रहता हैं ।
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