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सोमवार, 12 जून 2017

नवगछिया : महज 3 दिन में ही विधवा हो गयी कालुचक की वंदना , सड़क हादसे का शिकार हो गया दूल्हा 

GS

3 दिन पहले हुई थी युवक की शादी, गोसाईं गाँव के समीप रविवार संध्या सड़क हादसे में हुई मौत

पहलें जानें पूरी घटना :
नवगछिया पुलिस जिला के गोपालपुर थाना क्षेत्र के नया टोला कमलाकुंड निवासी उपेंद्र सिंह के 22 वर्षीय पुत्र सूरज कुमार की मौत देर शाम गोसाईगांव पकड़ा 14 नंबर सड़क पर अनियंत्रित ट्रैक्टर की टक्कर से हो गई. घटना रविवार देर शाम की है जब सूरज अपने घर से मोटरसाइकिल से 14 नंबर सड़क स्थित अमूल जल एजेंसी में पानी लाने जा रहा था. इस दौरान तेतरी की ओर से आ रहे और नियंत्रित ट्रैक्टर ने बाइक सवार सूरज को जोरदार धक्का मार दिया. जिसके बाद सूरज वही मोटरसाइकिल सहित सड़क पर गिर पड़ा. उसके सर में गंभीर चोटें आई, जिसके बाद मौके पर ही सूरज की मौत हो गई. जिसके बाद स्थानीय ग्रामीणों द्वारा युवक को अनुमंडल अस्पताल नवगछिया लाया गया और पुलिस को जानकारी दी गई. वहीं अनुमंडल अस्पताल में पहुंचे परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था. अनुमंडल अस्पताल पहुंचे सूरज के पिता उपेंद्र सिंह ने बताया कि सूरज गुजरात में रहकर रसोईया का काम करता था. वह अपनी शादी को लेकर 20 दिन पहले घर आया था, सूरज की शादी 3 दिन पहले ही 8 तारीख को गोपालपुर के कालूचक गांव में नागेश्वर सिंह की बेटी बंदना से हुई थी. शादी के बाद वह अपनी पत्नी को लेकर अपने गांव आया था. इधर गोपालपुर पुलिस ने युवक को धक्का मारने वाले ट्रैक्टर को जप्त कर लिया है. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि घटना के तुरंत बाद ट्रैक्टर से उतरकर चालक भागने में सफल रहा था. इस मामले में गोपालपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है.

हाथ की मेहंदी सूखने से खून से भर गई मांग , महज 3 दिन में ही विधवा हो गयी वंदना

नवगछिया: गोपालपुर थाना क्षेत्र के कालूचक निवासी नागेश्वर सिंह की पुत्री वंदना कुमारी के हाथों की मेहंदी सूखने से पहले भगवान ने उसका सुहाग उससे छीन लिया. मालूम हो कि 8 तारीख को वंदना की शादी उसके पिता ने बड़ी धूमधाम से कमला कुंड नया टोला निवासी उपेंद्र सिंह के पुत्र सूरज कुमार किया था. परिजनों ने बताया कि सूरज की शादी धूमधाम से हुई थी उसके गांव के कई लोग बाराती बनकर कालूचक गए थे. सूरज भी शादी के बाद काफी खुश था. वह अपने दोस्तों को बता रहा था कि उसकी पत्नी काफी मिलनसार और शांत स्वभाव की है. उस का सौभाग्य है जो उसे इस तरह की पत्नी मिली. मगर भगवान को यह जोड़ी रास नहीं आई और वंदना के वैवाहिक जीवन की शुरूआत से पहले ही उसका सुहाग छीन लिया गया. अपने पति के मौत की खबर सुनते ही वह बेहोश होकर गिर पड़ी. बार-बार वह एक ही बार कह रही थी कि उसका पति अभी जिंदा है. सूरज के पैतृक गांव और उसके ससुराल में सभी लोग मातम में हैं. दोनों घरों में रोने की चीत्कार से पूरा गांव गमगीन हो गया था. वही अनुमंडल अस्पताल पहुंचे परिजनों का भी रो-रो कर बुरा हाल था. सूरज की कहानी को सुनकर हर कोई गमगीन था. सभी का रहते भगवान ना करें किसी के जीवन के साथ इस तरह का मजाक हो ।

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