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रविवार, 14 अक्तूबर 2018

नवरात्रि स्पेशल पोस्ट (6/11 ) :- चलिए आपको भगवती स्थान तुलसीपुर जाने मंदिर एवं देवी कृपा के बारे में

Gosaingaon Samachar

माता भवानी दुर्गा के आज छठे रूप षष्ठी कात्यायनी के चरणों में लाल पुष्प , सिंदूर अर्पित कर श्रद्धा की दीप जलाने चलतें हैं आज नवगछिया अनुमण्डल के खरीक प्रखंड के तुलसीपुर गाँव ।

तुलसीपुर चौक, तेतरी ज़ीरो माइल से पश्चिम जानें वाली सड़क से महज 2 किलोमीटर की दुरी पर हैं । चौक के दाहिने अर्थात उत्तर मुह गाँव की मुख्य सड़क हैं । चौक पर हाट बाजार लगनें के कारण थोड़ी भीड़ लगती हैं । खैर उसे नजरअंदाज करते हुए भीड़ को चिरतें आगे लगभग 200 कदम पर  माँ भगवती का स्थान हैं ।
मंदिर का मुख्य पूर्व की और मुख्य द्वार सामनें की और हैं ।
गाँव में एक ही भगवती का मंदिर हैं और लोग श्रद्धा और आराधना हेतु हमेशा 365 दिन कोई ना कोई जरूर नज़र आता हैं । आज मंदिर में काफ़ी हलचल हैं । बाजें पर नवाह पाठ पूरें गाँव में गूंज रही हैं ।

मैया के इस दरबार में कई रोचक तथ्य हैं । यहाँ नवरात्री में 9 दिनों तक 24 घंटे का नवाह पाठ होता हैं । अर्थात पुरे दुर्गापूजा पाठ होता हैं । मैया अपनें भक्तों को वर देनें हेतु स्वगं विराजमान हैं ।  दरबार में पटैत द्वारा दुर्गा सप्तसी का पाठ जारी हैं ।
महिलाओं का एक जत्था पूजन अर्चना में लीन हैं ।
मैया के इस दरबार में काफ़ी रौनक हैं । गर्भगृह के सामने दुर्गा पूजा नवमी व दशमी में होनें वाले महाहवन के लिए बड़े साइज का हवन कुंड बनाया गया हैं । जिसमें हवन का कार्य होता हैं । दरबार में चारों और उच्च किस्म की टाइल्स मार्बल लगें हुए हैं । फूलों व बेलपत्र से दरबार के सामने का हिस्सा बगीचें की तरह बना हुआ हैं ।
दरबार में विराजमान मैया दुख पल भर में हर लेती हैं अगर कोई साँचे व पवित्र मन से मैया का आराधना करें तो ।
इस दरबार में बलि प्रथा बिलकुल निषेध हैं । सिर्फ धुप,दीप ,फूल माला व प्रवित्र मन से किये प्रार्थना  से ही मैया प्रसन्न हो जाती हैं ।

रचना :
बरुण बाबुल



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