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सोमवार, 29 अक्तूबर 2018

अनदेखी : ठग सा महसूस कर रहे शिक्षिकों ने कहा - अतिथि शिक्षक बनकर की बड़ी भूल , टूट रहा हैं भरोसा योगदान के चौथे महीने समाप्ति पर , लेकिन नहीं मिला पारिश्रमिक


लखीसराय :
 बिहार राज्य के विभिन्न विद्यालयों में शिक्षा देने वाले अतिथि शिक्षक के ऊपर काशी का जीवन गुजारने को विवश है जबकि सरकार द्वारा इन शिक्षकों को प्रतिदिन ₹1000 की पारिश्रमिक पर बहाल किया गया है इस साल जुलाई से अतिथि शिक्षक जिले के विभिन्न स्कूलों में बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं 3 महीने से ज्यादा वक्त गुजर गए लेकिन इन्हें अब तक पारिश्रमिक नहीं मिला है यह अपने संस्थानों एवं कोचिंग सेंटरों को छोड़ अतिथि शिक्षक बने आवेदन फॉर्म जमा करने से मेधा सूची के प्रकाशन तक और प्रतिस्पर्धा के बाद अतिथि शिक्षक बने अब यह इससे बड़ी भूल मान रहे हैं अतिथि शिक्षक ने कहा कि उम्मीद लेकर आए थे लेकिन यहां निराशा मिल रही है इनको पारिश्रमिक कब तक मिलेगा इसकी जानकारी ना तो स्कूल प्रधान को है ना ही शिक्षा विभाग के अधिकारी को सरकार से कोई दिशा-निर्देश नहीं मिला है जिले में अंग्रेजी गणित फिजिक्स केमिस्ट्री बायोलॉजी सहित कुल 6 विषयों के लिए अतिथि शिक्षक की बहाली निकाली गई थी आवेदन जमा हुए थे


प्लस टू के बाहर शिक्षक पढ़ा रहे नवमी और दशमी को

जिले के कई ऐसे भी प्लस टू स्कूल है जहां 12वीं के कोई भी विद्यार्थी नहीं है ऐसे में अतिथि शिक्षक नौवीं एवं दसवीं की कक्षा ले रहे हैं जबकि सरकार का अस्पष्ट निर्देश है कि अतिथि शिक्षक केवल 12 वीं एवं 12 वीं की कक्षा लेंगे इन शिक्षकों से अन्य कोई काम नहीं लिया जाएगा ऐसे में शिक्षक भी मजेदार में फंसे हुए हैं उन्हें पारिश्रमिक मिलेगा या नहीं यह सोच चिंतित हो रहे है भरोसा टूटता जा रहा है वहीं कई विद्यालयों में अतिथि शिक्षक की सेवा नवमी एवं दसवीं कक्षा में भी ली जा रही है


जीवन की भूल मान रहे अतिथि शिक्षक

के आर के आदर्श हाई स्कूल में केमेस्ट्री विषय के लिए अतिथि के रूप में बहाल बाल्मीकि कुमार यादव ने कहा कि वह मुंगेर राजकीय पोलटेक्निक कॉलेज कॉलेज में अतिथि शिक्षक थे ।
उम्मीद के साथ यहां आए  लेकिन अब  ठगा सा महसूस कर रहें हैं । भौतिकी के शिक्षक संटू कुमार ने कहा कि इसके पहले अपना कोचिंग सेंटर चलाते थे लेकिन अब वह भी बंद हो गया


 पारिश्रमिक के लिए नहीं मिला कोई दिशा-निर्देश


अतिथि शिक्षक के लिए सरकार से कोई दिशा-निर्देश नहीं मिला है ऐसे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा अतिथि शिक्षकों के पारिश्रमिक के भुगतान के लिए कौन सी प्रक्रिया होगी पैसे कहां से आएंगे ऐसी कोई भी जानकारी विभाग के पास नहीं है ऊपर से जैसा भी आदेश आएगा वैसा किया जाएगा

रमेश पासवान
 डीपीओ
 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षा


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