Gosaingaon Samachar
आज नवरात्रि का छठा पूजा हैं मगर आज पूजन का 7वां दिवस हैं । आज गोसाईं गाँव समाचार की टीम पहुंची हैं भागलपुर जिलें के बिहपुर विधान सभा क्षेत्र के खरीक प्रखंड के ध्रुवगंज में स्थित नई दुर्गा मंदिर ।
जो नवगछिया अनुमंडल क्षेत्र के एक प्रमुख मंदिर में से एक हैं । आज से लगभग 62 वर्ष पहले ध्रुवगंज चौक पर ग्रामीणों द्वारा मंदिर का निर्माण किया गया था ।
मंदिर के साथ कई कहानियां जुडी हैं । कहा जाता हैं कि मैया के दरबार में जो भी सच्चे श्रद्धाभक्ति से आता हैं मैया उसकी मुरादें जरूर ही पूरा कर देती हैं । आज दरबार में काफी चहल-पहल हैं , मंदिर परिसर में मांगन बाबा के द्वारा श्रीमद भागवत कथा कही जा रही हैं । जिसमें सैकड़ों लोग उनके मुखारविंद ने निकलनें अनमोल वचन को सुन रहे हैं । मंदिर के पुजारी धीरज कुमार मिश्रा ने बताया मंदिर में वैदिक मंत्रों से पूजा कर मैया को प्रसन्न की जाती हैं । जिसके लिए हर दिन 11 पंडित एक साथ पाठ करतें हैं । ध्रुवगंज न्यू दुर्गा मेला कमिटी भी बनाई गयी हैं । जिसके संयोजक चितरंजन झा व सहयोगी में कुमकुम कुमर, प्रेमरंजन कुमर सहित कई लोग हैं ।
मंदिर प्रांगण में मेला लगना शुरू हो गया हैं । बच्चों का हुजूम खिलौनें दुकान के पास अधिक लगा हैं ।
रचना :
बरुण बाबुल
आज नवरात्रि का छठा पूजा हैं मगर आज पूजन का 7वां दिवस हैं । आज गोसाईं गाँव समाचार की टीम पहुंची हैं भागलपुर जिलें के बिहपुर विधान सभा क्षेत्र के खरीक प्रखंड के ध्रुवगंज में स्थित नई दुर्गा मंदिर ।
जो नवगछिया अनुमंडल क्षेत्र के एक प्रमुख मंदिर में से एक हैं । आज से लगभग 62 वर्ष पहले ध्रुवगंज चौक पर ग्रामीणों द्वारा मंदिर का निर्माण किया गया था ।
मंदिर के साथ कई कहानियां जुडी हैं । कहा जाता हैं कि मैया के दरबार में जो भी सच्चे श्रद्धाभक्ति से आता हैं मैया उसकी मुरादें जरूर ही पूरा कर देती हैं । आज दरबार में काफी चहल-पहल हैं , मंदिर परिसर में मांगन बाबा के द्वारा श्रीमद भागवत कथा कही जा रही हैं । जिसमें सैकड़ों लोग उनके मुखारविंद ने निकलनें अनमोल वचन को सुन रहे हैं । मंदिर के पुजारी धीरज कुमार मिश्रा ने बताया मंदिर में वैदिक मंत्रों से पूजा कर मैया को प्रसन्न की जाती हैं । जिसके लिए हर दिन 11 पंडित एक साथ पाठ करतें हैं । ध्रुवगंज न्यू दुर्गा मेला कमिटी भी बनाई गयी हैं । जिसके संयोजक चितरंजन झा व सहयोगी में कुमकुम कुमर, प्रेमरंजन कुमर सहित कई लोग हैं ।
मंदिर प्रांगण में मेला लगना शुरू हो गया हैं । बच्चों का हुजूम खिलौनें दुकान के पास अधिक लगा हैं ।
रचना :
बरुण बाबुल
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