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मंगलवार, 11 अप्रैल 2017

बेगूसराय : हिंदू-मुस्लिम ने साथ मिलकर बनाया हनुमान मंदिर, साथ की पूजा , पढ़ें पूरी ख़बर

बेगूसराय । 

मजहब के नाम पर एक दूसरे का विरोध करने वाले हिन्दू और मुसलमानों के लिए बखरी का हनुमान मंदिर एक सुंदर उदाहरण बना है। बखरी के इस मंदिर का निर्माण हिन्दु और मुसलमानों ने एक साथ मिलकर किया। वहीं मंदिर के लिए जमीन दान देकर एक मुसलमान ने देश के सामने धर्म की एक नई परिभाषा लिख दी है। इस हनुमान मंदिर का निर्माण इस क्षेत्र में आपसी सौहार्द को लेकर चर्चा में बना है।

बेगूसराय जिले में हिंदू और मुस्लिमों ने एकसाथ मिलकर हनुमान मंदिर का जीर्णोद्धार कर सांप्रदायिक सौहार्द की अनोखी मिसाल पेश की है। जिले के बखरी क्षेत्र में इस मंदिर के लिए मुस्लिम परिवारों ने न केवल अपनी जमीन दान दी, बल्कि अपनी क्षमता के हिसाब से आर्थिक मदद की और श्रमदान भी किया।

बताते हैं कि जिले के बखरी के शहीद चौक पर स्थापित प्राचीन हनुमान मंदिर काफी जर्जर हो गया था। मंदिर की मूर्ति भी खंडित हो गई थी।

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शहीद चौक पर स्थापित है मंदिर

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बखरी थाना से महज कुछ ही गज की दूरी पर दशकों पूर्व से हनुमान की खंडित मूर्ति लगी थी। इस मंदिर के लिए अपनी भूमि नहीं होने के कारण जब भी उस मंदिर के निर्माण का प्रयास होता था उस समय तनाव की स्थिति हो जाती थी। परिणाम स्वरूप न मंदिर बन पाता था न मूर्ति।

मंदिर निर्माण को लेकर बैठक बुलाई। जिसमें स्वेच्छा से मो. मुर्तुजा ने मंदिर निर्माण के लिए अपनी जमीन दान में दी है। मो. मुर्तुजा ने बताया कि मंदिर के लिए भूमि दान करने में काफी प्रसन्नता हुई। सभी धर्म के लोगों ने इसकी प्रशंसा की है।

थानाध्यक्ष ने बैठक में स्वयं की पहल

मंदिर निर्माण के लिए आयोजित बैठक की सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने स्वयं पहल की ताकि दोनों सम्प्रदाय के लोगों में आपसी सौहार्द कायम रहे। बैठक में एसएचओ ने आपसी सौहार्दपूर्ण वातावरण को कायम रखते हुए जीर्णशीर्ण मंदिर निर्माण में सहयोग की अपील की।

इसके बाद किसी ने भूमि दान दी, तो किसी ने आर्थिक सहयोग तो किसी ने श्रमदान का आश्वासन ही नहीं दिया बल्कि हिन्दु मुस्लिम एकता की दीवार को और मजबूती प्रदान करते हुए मंदिर निर्माण कार्य को रामनवमी के पूर्व ही पूर्ण कर दिया।

प्राण प्रतिष्ठा के बाद मुस्लिम भाइयों ने की पूजा

रामनवमी के दिन भगवान महावीर के नवनिर्मित मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय पंडितों के द्वारा वैदिक रीति के अनुसार किया गया। इस क्रम में काफी संख्या में हिन्दु व मुस्लिम भाई मौजूद ही नहीं थे बल्कि उत्साह से साथ इस समारोह के विधि व्यवस्था में लगे थे।

प्राण प्रतिष्ठा कार्य पूर्ण होने के पश्चात काफी संख्या में मुस्लिम बंधुओं ने भगवान महावीर की पूजा व प्रसाद ग्रहण कर गंगा जमुनी संस्कृति को और मजबूती प्रदान किया। पूजा के पश्चात पूर्व मुखिया मो. तुफैल, मो. सलाउद्दीन, मो. मुर्तुजा, अनिता देवी आदि ने बताया कि यहां के लोग दशकों से आपसी सौहार्द बनाकर बेहतर माहौल में निवास करते रहे हैं।

सभी एक दूसरे को आफत व विपदा के समय धर्म- सम्प्रदाय को भूलकर मदद करते रहे हैं। वैसे हिन्दू- मुस्लिम जो आपस में नफरत पैदा कर वातावरण को प्रदुषित करते हैं उनके लिए यह मंदिर निर्माण एक प्रेरणा के समान है। यह हनुमान मंदिर हिन्दु और मुस्लिम एकता को सलाम करने की जगह बन गई है।

बखरी में मंदिर का जीर्णोद्धार मुस्लिम परिवारों की मदद से होने की जानकारी जब बेगूसराय के पुलिस अधीक्षक रंजीत कुमार मिश्र को मिली, तो उन्होंने वहां जाकर नेकदिल इंसानों से मुलाकात की और उनकी जमकर तारीफ की। मिश्र ने कहा, 'बखरी के लोगों ने राज्य में ही नहीं, पूरे देश में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की है।

उन्होंने एक अनोखा उदाहरण पेश किया है.' मंदिर समिति के सदस्य और स्थानीय ग्रामीण मोहम्मद सलीम ने कहा, 'अगर हिंदू और मुस्लिम धर्म के नाम पर सियासी रोटी सेंकने वालों के बहकावे में न आकर एकजुट हो जाएं, तो भारत को दुनिया में सबसे शक्तिशाली देश बनने से कोई रोक नहीं सकेगा।'

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