GS
गोसाईं गाँव में स्थित मध्य विद्यालय गोसाईं गाँव में स्वक्षता का नाम दूर पढाई के साथ - साथ ही दूर होते जा रहा हैं । बच्चों को परोसा जा रहा भोजन भी गंदगी व धूल - मिट्टी से भरे पड़े बरामदें में खिलाया जा रहा हैं । जिससे बच्चों में महामारी की आशंका हो रहीं हैं । आज गुरुवार की हालत भी बद से बदतर थी । रसोई घर में जहाँ सफ़ाई नहीं होने के कारण बदबू आ रही थी तो वहीँ बच्चे के खाने के स्थान व खानें को दिए जाने वाले प्लेट भी अच्छी तरह से धुलें नहीं थे ।
*रसोइये की मनमानी से हो रहा स्थिति ख़राब*
विद्यालय में स्वक्षता व भोजन में साफ - सफाई में अनियमितता में रसोइये की ही गलती हैं । रसोइये की मुहजोड़ के कारण कोई भी शिक्षक यहाँ तक की प्रधानाध्यापक भी चुपी साध लेतें हैं ।
*शिक्षक दोषारोपण के कारण हो जाते हैं मौन*
विद्यालय में दोषारोपण का कार्य सबसे अधिक हैं जिससे शिक्षक अपना मुंह बंद रखतें हैं । हालाँकि महिला शिक्षिका द्वारा बाद में बोला जाता हैं । मगर पुरुष चुप रह जाते हैं ।
*लीपापोती का होता रहा हैं खेल*
विद्यालय में ग्रामीण व शिक्षा समिति के लोग कभी - कभी ही आते हैं । किसी ग्रामीण व अन्य किसी के द्वारा शिकायत करने के बाद , बस बात व आवेदन को लीपापोती ही होता हैं ।
*मुखिया को दी जा रही हैं जानकारी*
मध्याह्न भोजन को लेकर जहाँ मुखिया नें स्पष्ठ रूप से कह दिया हैं कि मध्याह्न भोजन में कहीं भी शिकायत हुई तो उन पर बहुत ही सख्ती से कार्यवाही की जायेगी ।
मुखिया को भी जानकारी दी जा रही हैं ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें