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सोमवार, 1 अप्रैल 2019

जे पी कॉलेज नारायणपुर में डेवलपमेंट समिति की बैठक

Gosaingaon Samachar
राजेश भारती की ख़बर 

नारायणपुर (नवगछिया):आज  जेपी कॉलेज नारायणपुर में तिलकामांझी भागलपुर विश्विद्यालय के तीन सदस्यीय अधिकारियों की बैठक नैक मूल्यांकन से संबंधित कॉलेज  प्राचार्य डॉ राजवंश यादव के साथ हुआ। जानकारी देते हुए प्राचार्य श्री राजवंश ने बताया कि बैठक में विवि से सीसीडीसी कृष्ण मुरारी सिंह, विवि अभियंता मो साबीर,विवि नैक समन्वयक मो इकबाल के साथ जेपी कालेज नैक टीम के समन्वयक डॉ कृति गुप्ता, पूर्व  प्राचार्य प्रो नलिन कुमार, डॉ रविन्द्र कुमार श्रीवास्तव, आरके महतो थे। बैठक में चर्चा किया गया कि कॉलेज में नैक मूल्यांकन से पूर्व पुस्तकालय, प्रयोगशाला सहित शुद्ध पेयजल,शौचालय, साइकिल स्टैंड कॉलेज़,कैंटीन  खेल मैदान, कर्मचारी कक्ष आदि को सुसज्जित करने के बारे में विवि को प्रस्ताव भेजा जाए । बैठक में प्राचार्य ने कहा कि अड़तीस लाख से पुस्तकालय के आधुनिकीकरण का काम चल रहा था। यह कार्य पुर्व प्राचार्य के कार्यकाल में हो रहा था जिसमे किसकी स्वीकृति है यह किसी को पता नहीं है। वह बताते हैं कि प्राचार्य को एक लाख तक का कार्य करवाने की अनुमति विवि से है लेकिन अड़तीस लाख का कार्य किसकी अनुमति से हो रहा था इसके जेपीकालेज नारायणपुर में डेवलपमेंट समिति की बैठक
नारायणपुर : सौं को जेपी कॉलेज नारायणपुर में तिलकामांझी भागलपुर विश्विद्यालय के तीन सदस्यीय अधिकारियों की बैठक नैक मूल्यांकन से संबंधित कॉलेज  प्राचार्य डॉ राजवंश यादव के साथ हुआ। जानकारी देते हुए प्राचार्य श्री राजवंश ने बताया कि बैठक में विवि से सीसीडीसी कृष्ण मुरारी सिंह, विवि अभियंता मो साबीर,विवि नैक समन्वयक मो इकबाल के साथ जेपी कालेज8 नैक टीम के समन्वयक डॉ कृति गुप्ता, पूर्व  प्राचार्य प्रो नलिन कुमार, डॉ रविन्द्र कुमार श्रीवास्तव, आरके महतो थे। बैठक में चर्चा किया गया कि कॉलेज में नैक मूल्यांकन से पूर्व पुस्तकालय, प्रयोगशाला सहित शुद्ध पेयजल,शौचालय, साइकिल स्टैंड कॉलेज़,कैंटीन  खेल मैदान, कर्मचारी कक्ष आदि को सुसज्जित करने के बारे में विवि को प्रस्ताव भेजा जाए । बैठक में प्राचार्य ने कहा कि अड़तीस लाख से पुस्तकालय के आधुनिकीकरण का काम चल रहा है।यह कार्य पूर्व प्राचार्य के कार्यकाल में हो रहा था जिसमे किसकी स्वीकृति है यह किसी को पता नहीं है।वह बताते हैं कि प्राचार्य को एक लाख तक का कार्य करवाने की अनुमति विवि से है लेकिन अड़तीस लाख का कार्य किसकी अनुमति से हो रहा था इसके बारे में विवि से जानकारी व निर्देश मांगा गया है।


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