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सोमवार, 29 अप्रैल 2019

नवगछिया : नवम में नामांकन के लिऐ लिया गया तीन सौ रुपये मामला उच्च माध्यमिक विद्यालय नारायणपुर का दस छात्रों को वापस की गई अधिक ली  गई राशि अवैध राशि लेना गलत है


अवैध वसूली पर राजेश भारती की रिपोर्ट
Gosaingaon Samachar


नारायणपुर(नवगछिया)-नियम को ताक पर रखकर उच्च माध्यमिक विद्यालय नारायणपुर में नवम कक्षा में नामांकन के लिऐ विद्यालय प्रबंधन ने छात्रों से तीन सौ रुपये वसूले। छात्रा नेहा कुमारी, सरस्वती कुमारी, हिमांशु कुमार, मो किताबुल अली, यशराज, उत्तम कुमार राहुल कुमार, किशन कुमार, अंकित कुमार, राजा कुमार, बिट्टू कुमार, सुजीता कुमारी, शुवानी कुमारी, महताब इंशानियाँ, गोविंद कुमार, आरती कुमारी, राजा बाबू, सूरज कुमार, प्रीति कुमारी, रौशनी कुमारी, डोली कुमारी, मो इसावर अली,प्रियांशु, मो अरशद, मो समिम अली, अविनाश राज राहुल, भोपाल, मनीष, राजा ने बताया कि उच्च विद्यालय नारायणपुर में नवम में नामांकम के लिये तीन सौ रुपये दिया। जिसका कोई रसीद नहीं  दिया गया। छात्रों को गुमराह करने के लिए शिक्षक ने तीन सौ रुपये लेने पर नामांकम के लिये एक फॉर्म दिया। जिसे भरकर जमा करने पर नामांकन होने की बात बताई गई।  इस अवैध वसूली का छात्रों ने विरोध किया तो वसूले गये उनतीस छात्रों में से शहनवाज, दिलखुश, सरस्वती, अमन, मनीष,बिट्टू, राजा, राहुल,  सिद्धार्थ से ज्यादा ली गई राशि वापस किया गया। यही हाल कमोबेस सभी उच्च विद्यालय का है। उत्क्रमित उच्च विद्यालय भवनीपुर में दो सौ पैतालीस रुपये, उच्च विद्यालय रायपुर में दो सौ साथ रुपये लिया जा है।


इस शिकायत पर वयोवृद्ध समाजसेवी सुदामा साह ने विद्यालय पहुंचकर अवैध वसूली नहीं करने की बात प्राचार्य से कहते हुए बताया कि विद्यालय कार्य के लिये विभाग राशि देती है तो छात्रों से वसुली करना गलत है।
नामांकन का क्या है शुल्क- अनुसूचित जाति के छात्रों को नवम में नामांकम के लिऐ एक सौ पचपन रुपये,अन्य जाति के छात्रों को दो सौ पैतीस रुपये शुल्क निर्धारित है।
क्या कहते हैं प्राचार्य- अवैध वसूली के बारे में विद्यालय प्राचार्य शिवेश झा ने बताया कि नियमनानुसार नामांकन में अनुसूचित जाति से एक सौ पचपन रुपये तथा अन्य जाति के छात्रों को दो सौ पैंतीस रुपये निर्धारित है।  अवैध वसूली की बात स्वीकार करते हुये प्राचार्य ने बताया कि विद्यालय में चापाकल सहित अन्य कार्य  करने के लिए नामांकन में सभी से तीन सौ लिया गया है। जिसकी जिम्मेदारी तीन शिक्षकों  को दिया गया है। श्री झा ने बताया की ज्यादा राशि लेने का शिक्षा विभाग से कोई आदेश नहीं है। मौके पर करीब दस छात्रों से अधिक ली गई राशि को वापस किया गया। श्री झा ने कहा कि अब ज्यादा राशि नहीं लिया जायगा।

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