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सोमवार, 18 फ़रवरी 2019

⚡हेपेटाइटिस बी,पीलिया से अब नहीं जाएगी जान - वैद्य ताहिर मस्तान⚡प्राचीन चिकित्सा पद्धति जड़ी-बूटी द्वारा होता है ईलाज

विज्ञापन : राजेश भारती नारायणपुर
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नारायणपुर (नवगछिया)- प्रखंड के मधुरारपुर गाँव का सत्तर वर्षीय वैद्य ताहिर मस्तान एन्ड सन्स  पच्चीस सालों से जड़ी-बूटी द्वारा  हेपेटाइटिस बी (एक्यूट), खूनी या वादी बबासीर का ईलाज कर रहे हैं। वैद्य ताहिर बताते हैं कि जोंडिस(BLURIBEN) वाले वैसे रोगी जिसके लीवर में सूजन (SGOT, SGPT) है। इसका भी जड़ी बूटी से समुचित ईलाज किया जाता है। गैस्टिक, ल्यूकोरिया,महावारी का भी ईलाज प्राचीन  चिकित्सा पद्धति जड़ी बूटी से करते हैं। निःसंतान दंपत्ति को संतान की प्राप्ति भी जड़ी बूटी से संभव है। वैद्य ताहिर मस्तान  नारायणपुर रेलवे स्टेशन के सामने,जेपी कॉलेज रोड में इंडेन गैस एजेंसी के सामने, नाथ बाबा मंदिर बरगद पेड़ के नजदीक अपने आवास मधुरारपुर पर लोगों को इस प्रकार की सेवा देते हैं। सुविधा के लिये वैद्य ने 9931398515,8229826309  मोबाइल नंबर भी दिया है। वैद्यजी बताते हैं की जड़ी बूटी से ईलाज करना एक प्राचीन चिकित्सा पद्धति है जो कठिन, असाध्य रोगों को समाप्त करने में कारगर है। वैद्य ताहिर ने बताया कि जोंडिस (पीलिया) होने पर लोगों को ठंडा भोजन अमरूद, खीरा, दही, केला, कद्दू, ईख का जूस, ठंडा पेय तरल पदार्थ नहीं खाना है। यह खाने से पीलिया बढ़ सकता है और रोगी हेपेटाइटिस बी का शिकार हो जाएगा।


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