GOSAINGAON SAMACHAR
पुलिस जिला नवगछिया के पीएचसी नारायणपुर में बिहार आशा कार्यकर्ता संघ सरकार और सरकार की व्यवस्था से आर -पार की लड़ाई लड़ने के मूड में है। हड़ताल के के छठे दिन तो आशा ने पीएचसी नारायणपुर में परिवार नियोजन भी नहीं होने दिया। इस हड़ताल व धरना से आशा फ़ेसलेटर ने खुद को अलग रखते हुए चिकित्सा पदाधिकारी को आवेदन दी है।लेकिन आशा इस बात से नाराज है कि आशा फेसलेटर पहले आशा है फिर आशा फेसलेटर बनी है तो आशा की समस्या से खुद को अलग क्यों रख रही है।पीएचसी में मंगलवार को परिवार नियोजन किया जाता है। यही आशा फेसलफेसलेटर दो महिला को परिवार नियोजन के लिये पीएचसी नारायणपुर लाने वाली थी। । इसलिए नगरपारा से आशा फेसलेटर ने दो महिला का परिवार नियोजन करवाने के लिए सोमवार को पीएचसी लाकर सभी प्रकार की जाँच करवाई थी। लेकिन जब आशा लगातार तीन दिनों से पीएचसी के प्रवेश द्वार पर बैठी है तो दोनों महिला को पीएचसी नहीं लाया गया। डॉ बिनोद ने जैसे तैसे बारह रोगी की जाँच करके आवश्यक दवाई को लिखा। पीएचसी में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने पर आशा व चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विजयेंद्र कुमार विद्यार्थी से पीएचसी में आशा से वार्ता हुई जो असफल रहा। आशा ने सभी माँगों का ज्ञापन श्री विद्यार्थी को सौंपा।मंगलवार को एक भी प्रसव नहीं हुआ।आशा की माँग है उसे सरकारीकर्मी का दर्जा देते हुए अठारह हजार वेतनमान दिया जाए। आशा को कार्य के दौरान एएनएम में पदोन्नति हो। कार्य के दौरान मौत होने पर पचास लाख का बीमा सहित अनुकंपा पर परिजनों को नौकरी मिले। हड़ताल में महिला देवी, रागिनी कुमारी, रूबी कुमारी, रेखा कुमारी, देवरानी देवी, सावित्री देवी, विभा देवी, रेखा देवी, सुनीता देवी, अर्चना कुमारी, बबीता कुमारी, तीलो देवी, बेबी देवी, पम्पू कुमारी, प्रमिला देवी, प्रभा देवी, मंजू देवी, सरियम,माधुरी देवी, दिव्या भारती, रोजी कुमारी, पुस्तक धारिणी देवी, किरण कुमारी, पिंकी कुमारी, विभा चौधरी, ममता देवी, बुलबुल देवी, रीता कुमारी, संजू कुमारी, ब्यूटी देवी, मंजुला कुमारी, अनुराधा कुमारी, मंजुला देवी, सविता देवी, शशि कुमारी, अहमदी बेगम, रजिया खातून आदि थी।
पुलिस जिला नवगछिया के पीएचसी नारायणपुर में बिहार आशा कार्यकर्ता संघ सरकार और सरकार की व्यवस्था से आर -पार की लड़ाई लड़ने के मूड में है। हड़ताल के के छठे दिन तो आशा ने पीएचसी नारायणपुर में परिवार नियोजन भी नहीं होने दिया। इस हड़ताल व धरना से आशा फ़ेसलेटर ने खुद को अलग रखते हुए चिकित्सा पदाधिकारी को आवेदन दी है।लेकिन आशा इस बात से नाराज है कि आशा फेसलेटर पहले आशा है फिर आशा फेसलेटर बनी है तो आशा की समस्या से खुद को अलग क्यों रख रही है।पीएचसी में मंगलवार को परिवार नियोजन किया जाता है। यही आशा फेसलफेसलेटर दो महिला को परिवार नियोजन के लिये पीएचसी नारायणपुर लाने वाली थी। । इसलिए नगरपारा से आशा फेसलेटर ने दो महिला का परिवार नियोजन करवाने के लिए सोमवार को पीएचसी लाकर सभी प्रकार की जाँच करवाई थी। लेकिन जब आशा लगातार तीन दिनों से पीएचसी के प्रवेश द्वार पर बैठी है तो दोनों महिला को पीएचसी नहीं लाया गया। डॉ बिनोद ने जैसे तैसे बारह रोगी की जाँच करके आवश्यक दवाई को लिखा। पीएचसी में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने पर आशा व चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विजयेंद्र कुमार विद्यार्थी से पीएचसी में आशा से वार्ता हुई जो असफल रहा। आशा ने सभी माँगों का ज्ञापन श्री विद्यार्थी को सौंपा।मंगलवार को एक भी प्रसव नहीं हुआ।आशा की माँग है उसे सरकारीकर्मी का दर्जा देते हुए अठारह हजार वेतनमान दिया जाए। आशा को कार्य के दौरान एएनएम में पदोन्नति हो। कार्य के दौरान मौत होने पर पचास लाख का बीमा सहित अनुकंपा पर परिजनों को नौकरी मिले। हड़ताल में महिला देवी, रागिनी कुमारी, रूबी कुमारी, रेखा कुमारी, देवरानी देवी, सावित्री देवी, विभा देवी, रेखा देवी, सुनीता देवी, अर्चना कुमारी, बबीता कुमारी, तीलो देवी, बेबी देवी, पम्पू कुमारी, प्रमिला देवी, प्रभा देवी, मंजू देवी, सरियम,माधुरी देवी, दिव्या भारती, रोजी कुमारी, पुस्तक धारिणी देवी, किरण कुमारी, पिंकी कुमारी, विभा चौधरी, ममता देवी, बुलबुल देवी, रीता कुमारी, संजू कुमारी, ब्यूटी देवी, मंजुला कुमारी, अनुराधा कुमारी, मंजुला देवी, सविता देवी, शशि कुमारी, अहमदी बेगम, रजिया खातून आदि थी।
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