Gosaingaon Samachar
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नारायणपुर: बिहार आशा कार्यकर्ता संघ सरकार और सरकार की व्यवस्था से आर -पार की लड़ाई लड़ने के मूड में है।हड़ताल के के छठे दिन तो आशा ने पीएचसी नारायणपुर में परिवार नियोजन भी नहीं होने दिया। इस हड़ताल व धरना से आशा फ़ेसलेटर ने खुद को अलग रखा
है। डॉ बिनोद ने जैसे तैसे बारह रोगी की जाँच करके आवश्यक दवाई को लिखा।पीएचसी में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने पर आशा व चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विजयेंद्र कुमार विद्यार्थी से पीएचसी में आशा से दो दिन में दो बार वार्ता हुई जो असफल रहा। आशा ने सभी माँगों का ज्ञापन श्री विद्यार्थी को सौंपा।चार दिनों से पीएचसी में प्रसव बंद है लेकिन गुरुवार को बिरबन्ना के दिलो यादव की नसबंदी पीएचसी प्रभारी डॉ विजयेंद्र कुमार विद्यार्थी ने किया।इस दौरान आशा आक्रोशित भी हुई लेकिन सफल नसबंदी हुआ। आशा की माँग है उसे सरकारीकर्मी का दर्जा देते हुए अठारह हजार वेतनमान दिया जाए।आशा को एनएम में पचास प्रतिशत आरक्षण मिले।कार्य के दौरान मौत होने पर पचास लाख का बीमा सहित अनुकंपा पर परिजनों को नौकरी मिले।हड़ताल में महिला देवी, रागिनी कुमारी, रूबी कुमारी, रेखा कुमारी, देवरानी देवी, सावित्री देवी, विभा देवी, रेखा देवी, सुनीता देवी, अर्चना कुमारी, बबीता कुमारी, तीलो देवी, बेबी देवी, पम्पू कुमारी, प्रमिला देवी, प्रभा देवी, मंजू देवी, सरियम,माधुरी देवी, दिव्या भारती, रोजी कुमारी, पुस्तक धारिणी देवी, किरण कुमारी, पिंकी कुमारी, विभा चौधरी, ममता देवी, बुलबुल देवी, रीता कुमारी, संजू कुमारी, ब्यूटी देवी, मंजुला कुमारी, अनुराधा कुमारी, मंजुला देवी, सविता देवी, शशि कुमारी, अहमदी बेगम, रजिया खातूनआदि थे।
संघ के प्रदेश महासचिव कौशलेंद्र कुमार वर्मा ने कहा कि आशा अपनी माँग के लिये धरना दे रही है।इस दौरान कोई सेवा बाधित होता है तो इसके जिम्मेदार सरकार होंगें।
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नारायणपुर: बिहार आशा कार्यकर्ता संघ सरकार और सरकार की व्यवस्था से आर -पार की लड़ाई लड़ने के मूड में है।हड़ताल के के छठे दिन तो आशा ने पीएचसी नारायणपुर में परिवार नियोजन भी नहीं होने दिया। इस हड़ताल व धरना से आशा फ़ेसलेटर ने खुद को अलग रखा
है। डॉ बिनोद ने जैसे तैसे बारह रोगी की जाँच करके आवश्यक दवाई को लिखा।पीएचसी में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने पर आशा व चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विजयेंद्र कुमार विद्यार्थी से पीएचसी में आशा से दो दिन में दो बार वार्ता हुई जो असफल रहा। आशा ने सभी माँगों का ज्ञापन श्री विद्यार्थी को सौंपा।चार दिनों से पीएचसी में प्रसव बंद है लेकिन गुरुवार को बिरबन्ना के दिलो यादव की नसबंदी पीएचसी प्रभारी डॉ विजयेंद्र कुमार विद्यार्थी ने किया।इस दौरान आशा आक्रोशित भी हुई लेकिन सफल नसबंदी हुआ। आशा की माँग है उसे सरकारीकर्मी का दर्जा देते हुए अठारह हजार वेतनमान दिया जाए।आशा को एनएम में पचास प्रतिशत आरक्षण मिले।कार्य के दौरान मौत होने पर पचास लाख का बीमा सहित अनुकंपा पर परिजनों को नौकरी मिले।हड़ताल में महिला देवी, रागिनी कुमारी, रूबी कुमारी, रेखा कुमारी, देवरानी देवी, सावित्री देवी, विभा देवी, रेखा देवी, सुनीता देवी, अर्चना कुमारी, बबीता कुमारी, तीलो देवी, बेबी देवी, पम्पू कुमारी, प्रमिला देवी, प्रभा देवी, मंजू देवी, सरियम,माधुरी देवी, दिव्या भारती, रोजी कुमारी, पुस्तक धारिणी देवी, किरण कुमारी, पिंकी कुमारी, विभा चौधरी, ममता देवी, बुलबुल देवी, रीता कुमारी, संजू कुमारी, ब्यूटी देवी, मंजुला कुमारी, अनुराधा कुमारी, मंजुला देवी, सविता देवी, शशि कुमारी, अहमदी बेगम, रजिया खातूनआदि थे।
संघ के प्रदेश महासचिव कौशलेंद्र कुमार वर्मा ने कहा कि आशा अपनी माँग के लिये धरना दे रही है।इस दौरान कोई सेवा बाधित होता है तो इसके जिम्मेदार सरकार होंगें।
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