न्यूज़ डेस्क:- बिहार में कोरोना वायरस को लेकर ज़्यादा टेस्ट होने क बाद लगातार कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजो की संख्या में तेज़ी से इजाफा हो रही है। बिहार में कोरोना पॉजिटिव मामले की बात करें तो 60 से भी अधिक मरीजो की कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई है। हालांकि भगालपुर जिला स्तिथ मायागंज अस्पताल में लागतार डॉक्टरों की देख रेख में रह रहे कोरोना पॉजिटिव के 6 मरीज़ की संख्या अब नेगटिव रिपोर्ट आने लगी हैं, जो की भागलपुर वासियो सहित पूरे बिहार के लिए गर्व की की बात हैं। बिहार में स्वास्थय विभाग सक्रिय नज़र आ रही हैं।
वही भगालपुर जिला अंतर्गत पुलिस जिला नवगछिया में पहला पॉजिटिव मरीज़ मिलने के बाद इलाके को पूर्ण रूप से सील कर दिया गया है। सभी आवश्यक सेवा अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश कुमार के द्वारा विक्रेताओं का नंबर जारी करने के बाद एवं सभी विक्रताओं को पास देने बाद दवाई, पानी, राशन की सामग्री, और दूध कॉल करने के बाद डिलीवरी बॉय द्वार घरो पर मुहिया कराया जा रहा है, नवगछिया में पुलिस प्रशासन की सख्ती बढ़ा दी गयी है, अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा पास निर्गत करने के बाद भी मीडियाकर्मी, स्वास्थ्य विभाग की टीम, गैस विक्रेताओं, एवं सभी अन्य आवश्यक सेवा देने वाले से पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा पास को देखकर उन्हें आवश्यक सेवा प्रदान करने की सहमती दी जा रही है। नवगछिया में प्रतिदिन हर जगह सैनिटाइजेशन का कार्य जारी है।वही जब मीडियाकर्मी अपनी जब अपनी कवरेज करने के अलग अलग क्षेत्र में निकलकर खबर संग्रह कर रहे थे। उसी दौरान मीडिया कर्मी ने देखा की मकनपुर चौक स्तिथ लालाजी विद्यालय के पास सड़क किनारे दो मजदूर आत्मिक कष्ट में बैठे हुए हैं जब मीडियाकर्मी ने उनसे उनकी समस्या जानना चाहा तो उन्होंने कहि की - लॉकडाउन होने के पहले मैं बिहार के छपरा जिले में मजदूरी कर अपना गुजर-बसर करता था। दिनरात मेहनत कर ज़िंदगी जीने के लिए चंद पैसा जमा कर खाना खाता था। जब लॉकडाउन ही गयी तब हमें ठीकेदार छोर कर भाग गए , साथ से रूम- मालिक द्वारा हमे भगा दिया गया । उसके बाद हमने छपरा से लगभग 300 से भी ज़्यादा दूरी तय कर अपना घर नवगछिया आना शुरू कर दिया, 4 अप्रैल को निकले थे और 8 अप्रैल को नवगछिया पहुँचे, जब हम अपने घर जा रहें थे तो हमें हमारे समाज द्वारा अंदर नही जाने दिया, जबकि इस बात की सूचना मिलने के बाद गोपालपुर की मेडिकल टीम जाँच में पहुँची और डॉक्टर मनोज जयसवाल के द्वारा दोनो मरीज की जाँच की गई । जिसके बाद उन्होंने जाँच में पाई की मरीजो में कोरोना का कोई भी लक्षण नहीं हैं और डॉक्टरों ने बताया कि मरीज़ ज़्यादा किलोमीटर दूरी तय करने से थक गए हैं।
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