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शुक्रवार, 10 अप्रैल 2020
नवगछिया : बैशाख का दोपहर, तेज धूप और सुनी सड़कें GS NEWS
नवगछिया - बैशाख का दोपहर, तेज धूप और सुनी सड़कें. पता नहीं कितने दिनों के बाद नवगछिया ने मुख्य सड़कों को इतना सूना देखा. चमकीली धूप में सड़क का कोलतार तो पिघल रहा था लेकिन घरों के दरवाजे जैसे किले की दीवारों की तरह सख्त और अभेद्य हो गयी थी. कपाट बंद सघन आबादी वाला क्षेत्र निर्जन, शांत दिखती हैं तो सिर्फ पुलिस के कुछ जवान और बांस से बनी बैरिकेटिंग की लक्षमण रेखा. एक पुलिस कर्मी अपने चेहरे पर भी उदासी और सुने पन को माक्स से छुपाने का असफल प्रयास करते हुए लेकिन उनकी आंखें सब बयां कर रही थी कि उनका रौब दिखावटी है. शहर की गलियों में कोई खिड़की से झांक रहा है तो बाहर इस तरह से देख रहा है जैसे खिड़की से बाहर वह अपनी खोयी दुनियां खोज रहा हो. दोपहर 12 बजे वार्ड 18 में पोस्ट ऑफिस रोड के सन्नाटे को तोड़ता हुआ पानी की टंकी को लादे एक पिक अप वैन आ रूकता है. लोग अपने अपने घरों से जार, बाल्टी, गैलन ले कर इस तरह निकलते निकलते हैं जैसे बाहर भगवान आ गया हो. किसी को दो जार पानी, किसी को तीन तो किसी को पांच जार पानी लेना था. पानी वाले ने बताया कि उनलोगों की यह पहली गली है. लेकिन लग रहा है पानी यहीं पर समाप्त हो जायेगा. महज आधे घंटे में ही पानी समाप्त हो गया. वैन जा चुका था, जो लोग पानी से वंचित थे, वे पैसे लेकर खड़े थे. वाहन चालक ने आवश्वासन दिया था कि वह महज 15 मिनट में फिर आ रहा है. लोगों को उम्मीद नहीं थी कि पानी वाला पुनः आएगा. लोग अपने अपने घर जा चुके थे और सन्नाटा फिर से बरकरार हो गया.
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