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सोमवार, 24 अप्रैल 2017

भागलपुर जिले के प्रारंभिक विद्यालयों से डेढ़ लाख बच्चे गायब !

भागलपुर  :

जिले के प्रारंभिक विद्यालयों में रजिस्टर पर नामांकित डेढ़ लाख बच्चों का आजकल अता-पता नहीं है. यह खुलासा शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित वार्षिक मूल्यांकन परीक्षा में बच्चों की अनुपस्थिति से हुआ है. यह बच्चे या तो स्कूल से ड्राप आउट हुए हैं या फिर फरजी नामांकन दर्ज करा कर निजी विद्यालयों में अध्ययनरत हैं. यदि यह बच्चे स्कूल से ड्राप आउट हुए, तो एमडीएम किसे खिलाया गया. अगर यह बच्चे निजी विद्यालयों में पढ़ रहे हैं, तो सरकारी स्कूलों में उनकी उपस्थिति कैसे बनती रही. इस साल के पहले तक पोशाक व छात्रवृत्ति की राशि किसे दी गयी. 2016-17 से पोशाक व छात्रवृत्ति की राशि खाते में जा रही है, लेकिन इससे पहले यह राशि शिक्षकों के माध्यम से नकद दी जा रही थी.
1867 स्कूलों में 5,79,972 बच्चों का नामांकन

जिले के 1867 स्कूलों में कुल 5,79,972 बच्चे नामांकित हैं. पहली में 64,574, दूसरी में 81,022, तृतीय में  81,334, चतुर्थ में 83,078, पांचवीं में 78,713, छठी में 66,689, सातवीं में 63,860 व आठवीं में 60,702 बच्चे नामांकित हैं. इन स्कूलों में आयोजित वार्षिक मूल्यांकन परीक्षा में 25 फीसदी से अधिक बच्चों ने परीक्षा नहीं दी. इस प्रकार करीब डेढ़ लाख बच्चे अनुपस्थित रहे. उठ रहे सवाल : यह बच्चे अगली कक्षा में प्रवेश नहीं कर पायेंगे. अगर यह बच्चे ड्राप आउट हुए, तो क्या परीक्षा से पहले हुए. अगर बहुत पहले हुए, तो इनके नाम पर भेजी गयी एमडीएम की राशि क्या हुई. इन ड्राप आउट बच्चों को स्कूल लाने के लिए शिक्षा विभाग ने क्या किया.

फरजी नामांकन तो नहीं : एक साथ इतनी संख्या में स्कूल से बच्चों का ड्राप आउट होना सवाल खड़ा कर रहा है. संभावना है कि इन बच्चों का फरजी नामांकन करवाया गया है. कई बच्चों का दोहरा नामांकन करवाया गया है. यह बच्चे निजी स्कूलों में पढ़ रहे हैं. इनका केवल नाम भर ही सरकारी स्कूलों में लिखा रहता है.

दोहरा नामांकन हटाने का निर्देश :  डीपीओ एसएसए नसीम अहमद ने बताया कि 25 फीसदी विद्यार्थियों का अनुपस्थित होना चिंता का विषय है. बीइओ के साथ बैठक कर इसकी गहन समीक्षा की गयी है. इन बच्चों को खोज कर स्कूल लाने का निर्देश दिया गया. इन बच्चों की खोज करना और दोहरा नामांकन हटाना विद्यालयों की प्राथमिक जिम्मेवारी होगी. सरकार की मुहिम को धरातल पर लाया जायेगा.