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रविवार, 11 दिसंबर 2016

नुकसान, जो अच्छे आदमी पहुँचाते हैं –ओशोबा के जन्मदिन पर विशेष : डॉo रजनीकांत देव

11-12-16
ओशोबा के जन्मदिन के अवसर पर जब ह्र्दय अहोभाव से अभिभूत है तो राजनीति और विशेषकर भारत की राजनीति पर ओशो का एक करीब तीस वर्ष पुराना प्रवचन खयाल में आ गया, जो आज के दौर में और भी सामयिक प्रतीत हो रहा है! ओशो कहते हैं:  

आज की राजनीति पर कुछ भी कहने के पहले दो बातें समझ लेनी जरूरी हैं। एक तो यह कि आज जो दिखाई पड़ता है, वह आज का ही नहीं होता, हजारों-हजारों वर्ष बीते हुए कल, आज में सम्मिलित होते हैं। जो आज का है उसमें कल भी जुड़ा है, बीते सब कल जुड़े हैं। और आज की स्थिति को समझना हो तो कल की इस पूरी श्रृंखला को समझे बिना नहीं समझा जा सकता। मनुष्य की प्रत्येक आज की घड़ी पूरे अतीत से जुड़ी है—एक बात ! और दूसरी बात राजनीति कोई जीवन का ऐसा अलग हिस्सा नहीं है, जो धर्म से भिन्न हो, साहित्य से भिन्न हो, कला से भिन्न हो। हमने जीवन को खंडों में तोड़ा है सिर्फ सुविधा के लिए। जीवन इकट्ठा है। तो राजनीति अकेली राजनीति ही नहीं है, उसमें जीवन के सब पहलू और सब धाराएँ जुड़ी हैं। और जो आज का है, वह भी सिर्फ आज का नहीं है, सारे कल उसमें समाविष्ट हैं। यह प्राथमिक रूप से खयाल में हो तो मेरी बातें समझने में सुविधा पड़ेगी।

यह मैं क्यों बीते कलों पर इसलिए जोर देना चाहता हूं कि भारत की आज की राजनीति में जो उलझाव है, उसका गहरा संबंध हमारी अतीत की समस्त राजनीतिक दृष्टि से जुड़ा है।

जैसे, भारत का पूरा अतीत इतिहास और भारत का पूरा चिंतन राजनीति के प्रति वैराग सिखाता है। अच्छे आदमी को राजनीति में नहीं जाना है, यह भारत की शिक्षा रही है। और जिस देश का यह खयाल हो कि अच्छे आदमी को राजनीति में नहीं जाना है, अगर उसकी राजधानियों में सब बुरे आदमी इकट्ठे हो जायें, तो आश्चर्य नहीं है। जब हम ऐसा मानते हैं कि अच्छे आदमी का राजनीति में जाना बुरा है, तो बुरे आदमी का राजनीति में जाना अच्छा हो जाता है। वह उसका दूसरा पहलू है।

हिंदुस्तान की सारी राजनीति धीरे-धीरे बुरे आदमी के हाथ में चली गयी है; जा रही है, चली जा रही। आज जिनके बीच संघर्ष नहीं है, वह अच्छे और बुरे आदमी के बीच संघर्ष है। इसे ठीक से समझ लेना ज़रूरी है। उस संघर्ष में कोई भी जीते, उससे हिंदुस्तान का बहुत भला नहीं होनेवाला है। कौन जीतता है, यह बिलकुल गौण बात है। दिल्ली में कौन ताकत में आ जाता है, यह बिलकुल दो कौड़ी की बात है; क्योंकि संघर्ष बुरे आदमियों के गिरोह के बीच है।
हिंदुस्तान का अच्छा आदमी राजनीति से दूर खड़े होने की पुरानी आदत से मजबूर है। वह दूर ही खड़ा हुआ है। लेकिन इसके पीछे हमारे पूरे अतीत की धारणा है। हमारी मान्यता यह रही है कि अच्छे आदमी को राजनीति से कोई संबंध नहीं होना चाहिए। बर्ट्रेड रसल ने कहीं लिखा है, एक छोटा-सा लेख लिखा है। उस लेख का शीर्षक—उसका हैडिंग मुझे पसंद पड़ा। हैडिंग है, ‘दी हार्म, दैट गुड मैन डू’—नुकसान, जो अच्छे आदमी पहुँचाते हैं।

अच्छे आदमी सबसे बड़ा नुकसान यह पहुँचाते हैं कि बुरे आदमी के लिए जगह खाली कर देते हैं। इससे बड़ा नुकसान अच्छा आदमी और कोई पहुंचा भी नहीं सकता। हिंदुस्तान में सब अच्छे आदमी भगोड़े रहे हैं। ‘एस्केपिस्ट’ रहे हैं। भागनेवाले रहे हैं. हिंदुस्तान ने उनको ही आदर दिया है, जो भाग जायें। हिंदुस्तान उनको आदर नहीं देता, जो जीवन की सघनता में खड़े हैं, जो संघर्ष करें, जीवन को बदलने की कोशिश करें।

कोई भी नहीं जानता कि अगर बुद्ध ने राज्य न छोड़ा होता, तो दुनिया का ज्यादा हित होता या छोड़ देने से ज्यादा हित हुआ है। आज तय करना भी मुश्किल है। लेकिन यह परंपरा है हमारी, कि अच्छा आदमी हट जाये। लेकिन हम कभी नहीं सोचते, कि अच्छा आदमी हटेगा, तो जगह खाली तो नहीं रहती, ‘वैक्यूम’ तो रहता नहीं।
अच्छा हटता है, बुरा उसकी जगह भर देता है। बुरे आदमी भारत की राजनीति में तीव्र संलग्नता से उत्सुक हैं। कुछ अच्छे आदमी भारत की आजादी के आंदोलन में उत्सुक हुए थे। वे राजनीति में उत्सुक नहीं थे। वे आजादी में उत्सुक थे। आजादी आ गयी। कुछ अच्छे आदमी अलग हो गये, कुछ अच्छे आदमी समाप्त हो गये, कुछ अच्छे आदमियों को अलग हो जाना पड़ा, कुछ अच्छे आदमियों ने सोचा, कि अब बात खत्म हो गयी।

खुद गांधी जैसे भले आदमी ने सोचा कि अब क्रांग्रेस का काम पूरा हो गया है, अब कांग्रेस को विदा हो जाना चाहिए। अगर गांधीजी की बात मान ली गई होती, तो मुल्क इतने बड़े गड्ढे में पहुंचता, जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। बात नहीं मानी गयी, तो भी मु्ल्क गढ्ढे में पहुँचा है, लेकिन उतने बड़े गड्ढे में नहीं, जितना मानकर पहुंच जाता। फिर भी गांधीजी के पीछे अच्छे लोगों की जो जमात थी, विनोबा और लोगों की, सब दूर हट गये। वह पुरानी भारतीय धारा फिर उनके मन को पकड़ गयी,

⭕sh⭕ba

शनिवार, 3 दिसंबर 2016

जानें , गायत्री मंत्र कब ज़रूरी है.?: आचार्य दीपक झा त्रिक

GS:

गायत्री मंत्र का जाप कब किस समय कितनी बार करनी चहिये जरूर पढ़ें :-

सुबह उठते वक़्त 8 बार ❕अष्ट कर्मों को जीतने के लिए !!

भोजन के समय 1 बार❕👆❕ अमृत समान भोजन प्राप्त होने के लिए  !!                         

🚶 बाहर जाते समय 3 बार ❕✌👆❕समृद्धि सफलता और सिद्धि के लिए    !!  

👏 मन्दिर में 12 बार ❕👐✌❕
प्रभु के गुणों को याद करने के लिए !!      

😢छींक आए तब गायत्री मंत्र  उच्चारण ☝1 बार  अमंगल दूर करने के लिए !!
                                        
सोते समय 🌙 7 बार  ❕✋✌ ❕सात प्रकार के भय दूर करने के लिए !!                                 

कृपया सभी बन्धुओं को प्रेषित करें 👏👏  !!!ॐ , ओउम् तीन अक्षरों से बना है।
अ उ म् ।
"अ" का अर्थ है उत्पन्न होना,

"उ" का तात्पर्य है उठना, उड़ना अर्थात् विकास,

"म" का मतलब है मौन हो जाना अर्थात् "ब्रह्मलीन" हो जाना।

ॐ सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति और पूरी सृष्टि का द्योतक है।

ॐ का उच्चारण शारीरिक लाभ प्रदान करता है।

जानीए

ॐ कैसे है स्वास्थ्यवर्द्धक
और
अपनाएं आरोग्य के लिए ॐ के उच्चारण का मार्ग...

1. ॐ और थायराॅयडः-
ॐ का उच्‍चारण करने से गले में कंपन पैदा होती है जो थायरायड ग्रंथि पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।

2. ॐ और घबराहटः-
अगर आपको घबराहट या अधीरता होती है तो ॐ के उच्चारण से उत्तम कुछ भी नहीं।

3. ॐ और तनावः-
यह शरीर के विषैले तत्त्वों को दूर करता है, अर्थात तनाव के कारण पैदा होने वाले द्रव्यों पर नियंत्रण करता है।

4. ॐ और खून का प्रवाहः-
यह हृदय और ख़ून के प्रवाह को संतुलित रखता है।

5. ॐ और पाचनः-
ॐ के उच्चारण से पाचन शक्ति तेज़ होती है।

6. ॐ लाए स्फूर्तिः-
इससे शरीर में फिर से युवावस्था वाली स्फूर्ति का संचार होता है।

7. ॐ और थकान:-
थकान से बचाने के लिए इससे उत्तम उपाय कुछ और नहीं।

8. ॐ और नींदः-
नींद न आने की समस्या इससे कुछ ही समय में दूर हो जाती है। रात को सोते समय नींद आने तक मन में इसको करने से निश्चिंत नींद आएगी।

9. ॐ और फेफड़े:-
कुछ विशेष प्राणायाम के साथ इसे करने से फेफड़ों में मज़बूती आती है।

10. ॐ और रीढ़ की हड्डी:-
ॐ के पहले शब्‍द का उच्‍चारण करने से कंपन पैदा होती है। इन कंपन से रीढ़ की हड्डी प्रभावित होती है और इसकी क्षमता बढ़ जाती है।

11. ॐ दूर करे तनावः-
ॐ का उच्चारण करने से पूरा शरीर तनाव-रहित हो जाता है।

आशा है आप अब कुछ समय जरुर ॐ का उच्चारण  करेंगे।

साथ ही साथ इसे उन लोगों तक भी जरूर पहुंचायेगे जिनकी आपको फिक्र है
पहला सुख निरोगी का  !!!!

पंडित दीपक झा 'त्रिक'
नारायणपुर ,नवगछिया ।

शुक्रवार, 2 दिसंबर 2016

स्टेशनों पर कुली, टैक्सी बुलाने के लिए 139 डायल करें

GS:
आईआरसीटीसी ने रेल यात्रियों को अंतिम छोर तक संपर्क सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जो सेवाएं शुरु की हैं उनके तहत यात्री अब 139 इंटरऐक्टिव वॉयस रिस्पांस सुविधा के जरिये कुली और टैक्सी सेवाएं ले सकते हैं. व्हीलचेयर, पिक एंड ड्राप और कुल सेवाएं प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर उपलब्ध होंगी.

नवगछिया : रुंगटा बालिका उच्च विद्यालय की छात्राओं ने निकाली जागरूकता रैली

GS:
नवगछिया बाजार क्षेत्र में स्थित रुंगटा बालिका विद्यालय की छात्राओं ने विश्व विकलांगता दिवस पर जागरूकता रैली निकाली । छात्राओं द्वारा नारे भी लगाये गये । मौके पर विद्यालय के शिक्षक - शिक्षिकाएं व छात्राएं उपस्थित थे ।

हत्या का आरोप सिद्ध होते ही आरोपी फरार

GS:
नवगछिया अनुमंडल के व्यवहार न्यायालय में उस समय अफरा तफरी मच गयी जब आरोप सिद्ध होते ही आरोपी फ़रार हो गया । आरोपी
ललन यादव उर्फ अजय कुमार यादव पे0 खोखा यादव सा0 लोकमानपुर हालवासी मस्जिद रोड, नवगछिया वार्ड नं0 16 एक पेशेवर अपराधकर्मी है । नवगछिया पुलिस जिला के खरीक, ढोलबज्जा, नवगछिया, परबत्ता, गोपालपुर थाना की पुलिस ने हत्या, डकैती, लूट, चोरी, रंगदारी, आर्म्स एक्ट के एक दर्जन से ज्यादा केस में ललन यादव को पुलिस ने आरोपित किया है ।

बुधवार, 30 नवंबर 2016

सुप्रीम कोर्ट का आदेश : सभी सिनेमाघरों में फिल्म से पहले चले राष्ट्रगान, सम्मान में खड़े हों दर्शक

GS:

सिनेमा हॉल में हर फिल्म के पहले राष्ट्रगान बजाने को अनिवार्य करने का मामला कई दिन से सुप्रीम कोर्ट में चल रहा था. सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को कहा कि सिनेमाहॉलों में राष्ट्रीय गान बजने के समय सभी दर्शकों को उसके सम्मान में खड़ा होना होगा.
सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय गान बजते समय सिनेमाहॉल के पर्दे पर राष्ट्रीय ध्वज दिखाया जाना भी अनिवार्य होगा. श्याम नारायण चौकसी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर मांग की थी कि सिनेमा हॉल में प्रत्येक फिल्म के प्रदर्शन से पहले हर बार राष्ट्र गान बजाया जाए.
याचिका में कहा गया है कि राष्ट्रगान भारत की आजादी का अभिन्न अंग है. इससे जनमानस की भावनाएं जुड़ी हुई हैं. सिनेमा हॉल में फिल्म के प्रदर्शन से पहले, मनोरंजन के कार्यक्रम के दौरान, राष्ट्रगान चलाने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. याचिका में यह भी मांग की गई है कि राष्ट्रगान को बजाने और गाने को लेकर दिशा निर्देश बनाए जाए.

मंगलवार, 29 नवंबर 2016

नवगछिया नारायणपुर : एटीएम के लाइन में हुई मौत

GS:

नारायणपुर प्रखंड के यूको बैंक नारायणपुर में रूपये निकालने के लिये कतार में खडे चकरामी वासी (नारायणपुर स्टेशन का गाँव) नंदकिशोर मंडल (58) बेहोश बेहोश हो गया स्थानीय पुलिस की मदद से अस्पताल ले गयी और डॉक्टरों ने जाँच के बाद मृत घोषित कर दिया जानकारों के मुताबिक हर्टअटैक से हुई बुजुर्ग की मौत!

सोमवार, 28 नवंबर 2016

भारत बंदी का नवगछिया में असर

GS:
नोट बंदी को लेकर भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल में भारत बंद का कोई विशेष असर देखनें को नहीं मिला । अहले सुबह से देर रात्रि तक बाजार के लगभग सभी दुकान खुलें और ग्राहकों की भीड़ भी देखी गयी । भागलपुर जिलें में वर्तमान सांसद आरजेडी पार्टी के हैं और वहीँ गोपालपुर विधानसभा में  जदयू सीट पर विराजमान हैं । मगर भारत बंदी को लेकर कोई विशेष असर नहीं देखनें को मिला । बुद्धिजीवी लोगों ने भारत बंदी को बेकार बताया तो वहीं नोटबंदी पर मोदी सरकार के सकारात्मक प्रयास पर ही प्रकाश डाला ।

नवगछिया में निजी विद्यालय नें नहीं किया विपक्ष के भारत बंदी का समर्थन : विश्वास झा

GS:

नवगछिया अनुमंडल के रंगरा प्रखंड के भवानीपुर स्थित माॅडर्न वैभव पब्लिक स्कूल के प्राचार्य नें बताया की सोमवार को नोट बंदी का समर्थन ना करते हुए विद्यालय को पूरे दो घंटे तक अधिक खुला रखा। मौके पर प्राचार्य विश्वास झा,सपना पांडेय,आशा रानी, बबीता कुमारी, संदीप कुमार, अंकित पांडेय के अलावे कई बुद्धिजीवियों की उपस्थिति दर्ज हुई।

नारायणपुर में दो लोगों की गोली मार कर हत्या


 
GS:
नवगछिया पुलिस जिला अपराध का सिलसिला रुकनें का नाम ही नहीं ले रहा हैं । सोमवार को अपराधियों ने बड़ी घटना को अंजाम देते हुए दो लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी. वारदात बिहपुर थाना अंतर्गत नारायणपुर प्रखंड के इलाके में हई. बताया जाता है कि बिरबन्ना निवासी दो चिड़िमार शिव महतो एवं भुत्ती महतो की गोली मार कर हत्या को अंजाम दिया गया.घटना की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया. घरवालों को रो—रोकर हाल बुरा है. जानकारी पाकर घटनास्थल पर नवगछिया आरक्षी अधीक्षक पंकज सिन्हा पहुंच गये. वहीं बिहपुर पुलिस भी वहां पहुंच गयी.
इस संबंध में परिवार वालों ने बताया कि दोनों चिड़िया पकड़ने के लिए कल 3-4 बजे के लगभग गये थे. उनको घटना की सूचना आज दिन के 1 बजे के आसपास मिली. कल भी इसी थाना अंतर्गत एक हत्या हुई थी. लोगों की मानें तो 48 घंटे के अंदर चार लोगों की हत्या हो चुकी है.

रविवार, 27 नवंबर 2016

नोट बंदी में के बाद मानसिक रूप से विछिप्त व्यवसायी का तस्वीर हो रहा वायरल

वर्तमान में सोशल मीडिया पर जम कर हो रहा हैं यह तस्वीर वायरल  मगर सत्यता की किन्हीं को जानकारी नहीं हैं । तस्वीर मणिपुर के किसी व्यवसायी के बारे में एक दूसरे को भेजा जा रहा हैं। तस्वीर में आप देख सकते हैं कि किस तरह एक आदमी 1000 व 500 के नोट बंदी के बाद नोट पर लोट-पोट कर रो रहा हैं । तस्वीर देखकर ऐसा लग रहा हैं कि यह व्यक्ति पूर्णतया पागल हो गया हैं ।

साभार : फेसबुक 

नवगछिया अनुमंडलीय सत्संग का 35वां अधिवेशन का भक्तिमय समाप्ति





GS:
नवगछिया अनुमंडल के सिंघिया मकंदपुर गाँव के श्री लालजी मध्य विद्यालय में 2 दिवसीय नवगछिया अनुमंडलीय सत्संग अधिवेशन का रविवार संध्या समाप्त हो गया ।
अगले वर्ष 36वां का आयोजन नवगछिया अनुमण्डल के धोबिनिया गाँव में होनें की जिक्र की गयी हैं ।
सत्संग में भागलपुर के कुप्पाघट मठ के संत हरिनंदन महराज , आशुतोष महराज सहित कई सत्संगीं नें प्रवचन व  कई गायक नें भक्ति भजन की प्रस्तुति दी ।

शुक्रवार, 25 नवंबर 2016

नवगछिया : नाबालिक बाइक चालक के अनियंत्रित वाहन से 4 साल के बच्चे को लगा धक्का , खुद हुआ जख़्मी

GS:

नवगछिया अनुमण्डल के गोपालपुर प्रखंड के गोसाईं गाँव चौक के पास महादलित टोला के पास 14 नo रोड पर गोसाईं गाँव के ही 13 वर्षीय बालक रवि कुमार यादव के  डिस्कवर बाइक से धक्का लग कर एक 4 वर्ष का बच्चा गंभीर रूप से जख्मी हो गया वहीं चालक रवि को काफ़ी चोट लगी हैं। महादलित टोले का बच्चा जो ठीक से बोल भी नहीं पा रहा हैं कि स्थिति काफ़ी नाजुक हो जाने के कारण बेहतर इलाज हेतु नवगछिया अनुमण्डल से रेफर होनें के बाद निजी अस्पताल में इलाज किया जा रहा हैं । जानकारी के अनुसार बच्चे का एक पैर व एक हाथ की हड्डी टूट गयी हैं ।