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गुरुवार, 2 अप्रैल 2020

नवगछिया : कोरोना को नष्ट करने के लिए भारत वर्ष का मेडिसिन ही सर्वश्रेष्ठ होगा : स्वामी आगमानंद GS NEWS


नवगछिया : श्रीशिवशक्तियोगपीठ नवगछिया के पीठाधीश्वर परमहंस स्वामी आगमानंद जी ने  भगवान श्री राम के अवतणोत्सव रामनवमी  के अवसर पर फेशबुक लाइव पर आशीर्वचन देते हूए कहा कि  कोराना  महामारी वाइरस  विदेशो से फैला है. भारत के वातावरण में यहां के लोगो के शरीर में जो डीएनए है उसके भीतर आरडब्लुए है जिससे रेड प्लाजमा तैयार होता है, जो भारत के लोगो में कम प्रभाव देखा जा रहा हैं यह आधुनिक वैज्ञानिक का रिचर्स है. भारतीय प्रकृति एवं संस्कृति  में कोरोना वाइरस से बचाव के उपाय  है. तुलसी, तील, नीम, गिलौय, पीपल आदि का रस या आर्क का सेवन करने से प्रमाणित रूप से कोरोना से बचाव संभव है. विश्व के तमाम देश से  कोरोना महामारी को नष्ट करने की मेडिसिन बना रहे है. रिचर्स करने के बाद आमलोगो के बीच  आएगी. लेकिन भारत वर्ष में बनाए जा रहें मेडिसिन ही सर्वश्रेष्ठ ही नही कारगार सिद्ध  होगा. संयम ,स्वाध्याय साथ ही साथ  संकल्प यह हमारी मनोवृति है वेदों में भी 'तन्मय मन शिव संकल्प मस्तु "कहा गया है हम अच्छे कार्यों का संकल्प कभी भी ले सकते हैं. श्री राम ने भी मानवता की सेवा की थी. भगवान कृष्ण ने भी मानवता की सेवा की थी,  साथ ही साथ भगवती भी भरपुर मानवता के कल्याण के लिए  प्रयासरत रहती हैं. राम नवमी के पावन  अवसर पर अनेकानेक महत्वपूर्ण तिथियां में सब लोग अपने अपने घर में  एवं मन मंदिर में ध्यान करते हुए पूजा उपासना करें इससे महामारी कम समय में ही शांति स्वरूप ग्रहण करेगी और धीरे-धीरे महामारी समाप्त हो जाएगी. स्वामी जी ने कहा कि वेदो  व ग्रंथो में जिस चीज को निषैध किया गया है उन चीजो के भक्षण से  इस तरह की महामारी उत्पन्ना एवं फैलाव की संभावना प्रबल हो जाती है. सभी को आशीष देते  उन्होने कहा कि सरकार के निर्देश का पालन करे साथ ही शीध्र अतिशीघ्र इस महामारी से सम्पूर्ण विश्व में लोगो को राहत मिलेगी. इस विकट परिस्थिति में सबो को चाहिए की मानवता की सेवा करें. साथ ही एक दूसरे के प्रति श्रद्धा भाव रखें.


- सादगी भरी तरीके से  मनाया गया स्वामी जी का  51 वां अवतरण दिवस  

 परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज का 51  अवतरण  दिवस पर उनके अनुयायियो ने  सादगीभरी तरीके  से  मनाया. बिहार ही नही दिल्ली, बेगलुरू, रांची, पटना, हैदराबाद, मुम्बई, चेन्नई, इंदौर, आदि राज्यो में स्वामी जी के अनुयायी  ने अवतरण दिवस मनाया. पादुका पूजन के साथ तैल चित्र प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर विशेष पुजा अर्चना किया. उसके बाद भक्तो के द्वारा अपने सदगुरू के प्रति कृतज्ञता जाहिर किया. तथा उनका सानिध्य पाकर अपने भाग्य को धन्य समझ रहे है. अनुयायी ने कहा कि स्वामी जी सनातन धर्म के ध्वजावाहक के रूप में लोक कल्याणकारी कार्य कर लोगो को सद्मार्ग  का रास्ता दिखाया. 

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