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रविवार, 28 जून 2020

खुशखबरी : जेएलएनएमसीएच में गर्भवती महिलाओं के लिए खुलेगा 32 बेड का आईसीयू GS NEWS




भागलपुर जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल JLNMCH के स्त्री एवं प्रसव रोग विभाग को अब जल्द ही नया आईसीयू ICU मिलने वाला है। 32 बेड वाले इस आईसीयू में वो सब सुविधाएं होंगी जो कि सामान्य आईसीयू में आज की तारीख में उपलब्ध है। इससे गंभीर महिला मरीजों को न केवल समय पर बेहतर इलाज मिल सकेगा बल्कि जिले में मातृत्व मृत्यु दर में कमी लायी जा सकेगी।
सिर्फ बेड टू बेड तक ऑक्सीजन आपूर्ति का काम होना बाकी
स्त्री एवं प्रसव रोग विभाग में पहले से ही 100 बेड का महिला वार्ड संचालित है। इसके अलावा 12 बेड का पेइंग वार्ड भी चल रहा है। अब 32 बेड का आईसीयू शुरू हो जाने से एक साथ 144 महिला मरीजों का इलाज किया जा सकेगा। महिला वार्ड के बगल में ही नया आईसीयू तैयार हो रहा है 
 मायागंज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आरसी मंडल ने कहा कि वार्ड को न केवल पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है बल्कि बिछाने के लिए नये बेड-गद्दे भी आ चुके हैं, जिन्हें आईसीयू में शनिवार को बिछाया गया। आईसीयू में हर बेड पर कॉर्डियक मॉनिटर व वार्ड में दस वेंटिलेटर लगाया गया है। अभी बेड टू बेड तक ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। दो दिन के अंदर 32 बेड तक पाइप से ऑक्सीजन की आपूर्ति व्यवस्था को पूरी कर ली जायेगी। पूरा प्रयास होगा कि एक जुलाई से इस आईसीयू को जनता को समर्पित कर दिया जाये।
जिले में हर माह नौ मांओं की जा रही जान
जिला स्वास्थ्य समिति के आंकड़ों की बात करें तो जिले में हर माह नौ मांओं की मौत गर्भधारण से लेकर प्रसव होने के 42 दिन के अंदर हो रही है। जिले में कुल मातृत्व मृत्यु की बात करें तो मांओं की मौत में 27 प्रतिशत मौत पीपीएच (प्रसव बाद होने वाला रक्तस्राव) है तो 23 प्रतिशत मौतों का कारण प्री एक्ले्प्सिसया, एक्ले्प्सिसया, एनिमिया, इंफेक्शन होता है। मायागंज अस्पताल की महिला चिकित्सक डॉ. शीला कुमारी बताती हैं
 कि आईसीयू के शुरू हो जाने के बाद करीब दस प्रतिशत असमय होने वाली मातृत्व मृत्यु को रोका जा सकेगा।

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