स्वास्थ्य बिहार में वैश्विक महामारी कोरोना मरीज लगातार बढ़ते ही जा रहा है देखते ही देखते पूरा बिहार इसकी चपेट में आ चुका है प्रत्येक दिन सैकड़ों की तादात में नए मरीज की पुष्टि होती है स्वास्थ्य विभाग की ओर से ताजा अपडेट जारी की गई है. इस अपडेट के मुताबिक बिहार में 1109 लोग कोरोना पॉजिटव मिले हैं. इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 28564 हो गई है.
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पटना में एक बार फिर 138 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं इसके अलावे अरवल में 30, बांका में 14 और अररिया में 19 कोरोना के मरीज मिले हैं. इसके अलावे भागलपुर में कोरोना के 81 नए मरीज मिले हैं. बक्सर में 46, भोजपुर में 31,दरभंगा में 19, पूर्वी चंपारण में 25, गया में 98 और जहानाबाद में 26 कोरोना के मरीज मिले हैं.कुल पाठक
मंगलवार, 21 जुलाई 2020
बिहार में ज्यादा हुआ बाढ़ का खतरा, नेपाली नागरिकों ने तोड़ा सुरक्षा बांध GS NEWS
नेपाल और भारत के बीच तनाव का फायदा कुछ शरारती तत्व उठाने लगे हैं। दरअसल नेपाल की तरफ से 50 की संख्या में शरारती तत्वों ने शाम सुरक्षा बांध तोड़ दिया। इसकी वजह से सुपौल के सीमावर्ती क्षेत्र कुनौली बाजार में पानी घुस गया है।
जानकारी के मुताबिक कुनौली से लगती नो मेंस लैंड से 50 मीटर की दूरी पर नेपाली भाग के रमपुरा बॉर्डर से राजविराज जाने वाली सड़क में इंडो नेपाल के पिलर संख्या 222 से 50 मीटर की दूरी पर बांध सह सड़क को दो-दो जगहों पर काटकर बाढ़ के पानी का बहाव तेज कर दिया।
हालांकि भारतीय क्षेत्र से लोगों ने इसका विरोध भी किया लेकिन उनलोगों ने भारतीयों की आपत्ति की अनदेखी कर बांध को काट दिया । बांध के कटते ही भारतीय क्षेत्रों में पानी का दबाब काफी बढ़ गया। कुनौली, कमलपुर और डगमारा पंचायत के पिपराही गांव जलमग्न हो गये। इस बार पिछले साल की अपेक्षा अधिक बाढ़ आने से लोगों में दहशत और भी बढ़ गयी है।
इस संबंध में एसएसबी कुनौली बटालियन के इंस्पेक्टर विवेक कुमार ने बताया कि जब तक बांध काटने की सूचना मिली और कटिंग स्थल के सामने पहुंचे तब तक वो लोग भाग चुके थे। वहीं नेपाली एपीएफ के इंस्पेक्टर राजेश थापा से पूछने पर बताया कि इसकी जानकारी मुझे नही हैं।
सीएम नीतीश ने राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर जताया शोक, बिहार में 1 दिन के राजकीय शोक की घोषणा GS NEWS
बिहार में 39वें राज्यपाल रह चुके वरीय भाजपा नेता लालजी टंडन के निधन पर उनके सम्मान में बिहार में 21 जुलाई को 1 दिन का राजकीय शोक रहेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह घोषणा की। इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल और बिहार के पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि लालजी टंडन एक लोकप्रिय राजनेता, कुशल प्रशासक व प्रख्यात शिक्षाविद थे। उनके निधन से राजनीति, सामाजिक और शैक्षणिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।
बतौर राज्पाल बिहार में स्टूडेंट्स हित में कई काम किए
बिहार के 39वें राज्यपाल के रूप में लालजी टंडन ने 23 अगस्त 2018 को शपथ ली थी। तत्कालीन राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालजी टंडन को बिहार का राज्यपाल मनोनीत किया था।
हालांकि वे मात्र 331 दिन ही बिहार के राज्यपाल रहे लेकिन अपने सालभर से भी कम के कार्यकाल में उच्च शिक्षा के विकास में कई अहम प्रयास किये। छोटे-बड़े कई हस्तक्षेपों से उन्होंने बड़ी लकीरें खींचीं। खासतौर से लंबित परीक्षाएं, छात्रहित की अनदेखी और वित्तीय व्यवस्था को दुरुस्त करने पर विशेष तवज्जो रहा। गवर्नर के रूप में उनके 300 दिन पूरा करने पर राजभवन ने एक पुस्तिका का भी प्रकाशन किया था।