एनएमसीएच के कोरोना नोडल सेंटर में कोविड-19 के मरीजों की सुविधाओं के लिए परिसर के मुख्य गेट स्थित आई बैंक भवन में कंट्रोल रूम बनाया गया है। कंट्रोल रूम का उद्घाटन कमिश्नर संजय अग्रवाल ने किया। वहीं, हर बेड पर ऑक्सीजन सिलेंडर लगाने का निर्णय लिया गया है।
इससे पहले प्रमंडलीय आयुक्त की अध्यक्षता में डेडिकेटेड सेंटर में मरीजों की सुविधा को लेकर एनएमसीएच प्रशासन के साथ उच्चस्तरीय बैठक की गयी। कमिश्नर ने कहा कि इस डेडिकेटेड अस्पताल में कोरोना के मरीजों को इलाज में कोई तकलीफ नहीं हो। इसके लिए कई निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि अक्सर यह शिकायतें मिल रही है कि शव को हैंडलिंग करने वालों की कमी के कारण वार्ड में ही शव अधिक देर तक पड़ा रहता है। इसके लिए कर्मियों की संख्या बढ़ायी जाएगी। साथ ही अब शव हैंडलिंग करने वालों को अतिरिक्त पांच सौ रुपये प्रति शव दिया जाएगा। वहीं शव को रात में नहीं चौबीसों घंटे दाह संस्कार कराया जाएगा।
कंट्रोल रूम में तीनों पाली में एक आईपीएस व एक आईएएस अधिकारी की ड्यूटी रहेगी। डॉक्टरों को लेकर जो समस्याएं हैं उसमें सीनियर रेजिडेंट की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। जरूरत पड़ने पर जूनियर रेजिडेंट की बहाली प्राचार्य द्वारा की जा सकती है। ऑक्सीजन प्रत्येक बेड पर उपलब्ध हो इसके लिए बीएमएसआईसीएल के अधिकारियों ने काम करना शुरू कर दिया है।
एनएमसीएच को 15 लाख की अतिरिक्त राशि भी दी जाएगी, जिससे प्राचार्य अपने स्तर पर जरूरत के हिसाब से खर्च कर सकते हैं। जांच का दायरा भी बढ़ाया जाएगा। इसके लिए माइक्रोबायोलॉजी विभाग की लैब में ट्रूनेट व एलाइजा के अलावा एंटीजन से जांच भी शुरू की गई है। प्राचार्य से किट की उपलब्धता के बारे में भी प्रमंडलीय आयुक्त ने जानकारी ली। बैठक में डीएम कुमार रवि, नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा, बीएमएसआईसीएल संरचना के प्रबंध निदेशक संजीव रंजन, उपमहाप्रबंधक संजीव कुमार के अलावा आईजी पुलिस संजय सिंह व एसएसपी उपेन्द्र कुमार शर्मा समेत प्राचार्य डॉ. हीरालाल महतो, अधीक्षक डॉ. निर्मल कुमार सिन्हा, उपाधीक्षक डॉ. गोपाल कृष्ण, मेडिसीन विभागाध्यक्ष डॉ. उमाशंकर प्रसाद व डॉ. अशोक कुमार शामिल थे।
आरएमआरआई में फिर शुरू हुई कोरोना जांच
पटना सिटी। तीन दिन बाद अगमकुआं स्थित आरएमआरआई कोरोना सैम्पल की जांच फिर से शुरू हुई।
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