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गुरुवार, 23 जुलाई 2020

पीपीई किट पहन के NMCH पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, हालात का किया जायजा GS NEWS

बिहार में कोरोना ने हाहाकार मचा दिया है.संक्रमण की रफ़्तार इतनी ज्यादा है कि अब सरकारी अस्पतालों में बेड उपलब्ध नहीं हैं. निजी अस्पतालों में कोरोना के ईलाज का आदेश बिहार सरकार ने दे रखा है लेकिन इसके लिए निजी अस्पताल तैयार नहीं दिख रहे हैं. जो निजी अस्पताल ईलाज करना भी चाहते हैं, उनके डॉक्टर्स सहयोग करने को तैयार नहीं हैं.मरीज ईलाज के लिए इधर उधर भटक रहे हैं. अस्पतालों से जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, वो  दिल दहला देने वाली  तस्वीरें हैं 

इसी बीच बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय गुरुवार को एमएमसीएच पहुंचे, जहां उन्होंने वहां की व्यवस्था का जायजा लिया। मंगल पांडेय पीपीई किट पहनकर एनएमसीएच के कोविड वार्ड में भी गएं। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने घूम-घूम कर स्थिति का जायजा लिया और वहां मरीजों से अस्पताल की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। मंगल पांडे ने वहां भर्ती मरीजों से इलाज में हो रही परेशानियों के बारे में भी जाना। 
स्वास्थ्य व्यवस्था का जायजा लेने के बाद मंगल पांडेय ने कहा कि अस्पताल के सभी 11 वार्डो में प्रभारी को इलाज की जिम्मेवारी दी गई है। एनएमसीएच में तीन दिनों में हेल्प डेस्क बनाने का निर्देश स्वास्थ्य मंत्री ने दिया है। हेल्प डेस्क के माध्यम से मरीज के परिजन को उनके मरीज के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी जाएगी। अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों को हेल्प डेस्क से माध्यम से सहायता की जाएगी। साथ ही मंगल पांडेय ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना की थोड़ी सी भी लक्षण महसूस हो तो तुरंत पास के जांच केन्द्र जाएं। निर्धारित जांच केन्द्र पर नि:शुल्क जांच की व्यवस्था की गई है। एक से आधे घंटे में रिपोर्ट मिल जाएगी।
स्वास्थ्य संविदाकर्मियों की हड़ताल से कोरोना मरीजों की परेशानी बढ़ी
बिहार में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदाकर्मियों की हड़ताल से कोरोना मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। फार्मासिस्ट, एएनएम, प्रबंधन से जुड़े कर्मी सहित सभी संविदाकर्मी 21 जुलाई से हड़ताल पर चले गए हैं। सैम्पल एकत्र करने, पीपीई किट इत्यादि के वितरण सहित सामान्य मरीजों को भी इलाज में परेशनी हो रही है।
हड़ताल के कारण राज्य स्वास्थ्य समिति से प्रखंड तक कामकाज प्रभावित हुआ है। वहीं स्वास्थ्य विभाग इन्हें प्रोत्साहन राशि देने को तैयार है। इसके अलावा मानदेय में बढ़ोतरी, सेवा को स्थायी करने सहित अन्य मांगों पर सरकार विचार कर रही है।

एनएमसीएच-पीएमसीएच के हर कोविड वार्ड में डॉक्टरों की डेडिकेटेड टीम
एनएमसीएच और पीएमसीएच के हर कोविड वार्ड में चिकित्सकों की डेडीकेटेड टीम तैनात कर दी गई है। 24 घंटे टीम की वार्डों में तैनाती रहेगी। एक टीम से लगातार चार से छह घंटे काम लिए जाएंगे। ताकि टीम और अच्छे से काम कर सके। दोनों संस्थानों में बेहतर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं। ताकि मरीजों के इलाज में कहीं से कोई कोताही नहीं हो। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर इलाज की व्यवस्था को और सुदृढ़ करने को कई कदम उठाए गए हैं। इसी तर्ज पर राज्य के अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर किया जा रहा है।

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