कुल पाठक

शुक्रवार, 19 जून 2020

जानें क्यों 21 जून को मनाया जाता है योग दिवस, भारतीय संस्कृति के जुड़ा है नाता GS NEWS



आपका मन अगर अशांत है या शरीर की क्रियाशीलता कम हो गई है, तो इससे लिए आपको अपने जीवन का कुछ वक्त योग को समर्पित करना चाहिए जिससे कि आप न सिर्फ स्वस्थ रह सकें बल्कि अंदरूनी शांति से भी जुड़ सके। हर साल 21 जून को मनाया जाता है।ऐसे में मन में कई बार यह सवाल आता है कि 21 जून को ही योग दिवस  क्यों मनाया जाता है।आइए, जानते हैं इससे जुड़ी खास बातें।
21 जून ही क्यों चुना गया
भारतीय संस्कृति के अनुसार, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन हो जाता है। 21 जून साल का सबसे बड़ा दिन माना जाता है। इस दिन सूर्य जल्दी उदय होता है और देर से ढलता है इसीलिए ही 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।

 
कब से हुई शुरुआत
आज से छह साल पहले 2015 में पहली बार मनाया गया था।इस साल दुनिया छठा योग दिवस मना रही है।11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस या विश्व योग दिवस के रूप में मनाए जाने को मान्यता दी थी। इस घोषणा के बाद अगले साल यानी 2015 से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पूरी दुनिया में मनाया जाने लगा था।
क्या है इस साल की थीम
हर साल की तरह इस साल भी योग दिवस को एक थीम दी गई है।लेकिन इस साल कोरोनावायरस महामारी यानी कोविड 19 के चलते लोगों को ऐसी थीम दी गई है, जो सेहत और स्वस्थ्य को बढ़ावा देगी। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2020 थीम है घर में रहते हुए अपने परिवार के साथ योग करना।
क्या है योग दिवस का महत्व
योग को प्राचीन भारतीय कला का एक प्रतीक माना जाता है. भारतीय योग को जीवन में सकारात्मकता और ऊर्जावान बनाए रखने के लि‍ए महत्वपूर्ण मानते हैं। इस दिन को मनाने का उद्देश्य योग के प्रति लोगों में जागरुकता पैदा करने के साथ लोगों को तनावमुक्त करना भी है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें