खरीक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खरीक में कोरोना संदिग्ध मरीजों का सैंपल संग्रह करने में सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन नहीं होता है जिससे कोरोना संक्रमण की समस्या गंभीर हो गई है. बुधवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खरीक में कोरोना संदिग्ध मरीजों का सैंपल संग्रह का कार्य किया जा रहा था. कोरोना जांच और सैंपल संग्रह कराने के लिए दूरदराज से आए मरीजों के लिए खरीक पीएससी प्रबंधन द्वारा किसी तरह की व्यवस्था नहीं की गई थी. दिन के 11:00 बजे चिलचिलाती धूप में कोरोना संदिग्ध मरीजों की लाइन लगाई गई. सैंपल संग्रह करने का कार्य तकरीबन 3:30 बजे से शुरू हुआ. इस दौरान कई बार करुणा संदीप मरीजों को एक काउंटर से दूसरे काउंटर तक भाग दौड़ करते देखा गया. काउंटर पर लगी दोनों संदिग्ध मरीजों की भीड़ मैं सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन नहीं किया गया सभी मरीज एक दूसरे से सटे और जुड़े हुए थे जिससे संक्रमण का खतरा दूसरे और नए मरीजों में भी होने की संभावना प्रबल हो गई थी. कोरोना संदिग्ध मरीजों का सैंपल संग्रह करने में लगे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खरीक के कई स्वास्थ्य कर्मियों को मास्क और ग्लव्ज नहीं था. जब पीएचसी के कर्मियों को ग्लव्स और मास्क नहीं थे तो आम लोगों की क्या हालत होगी समझा जा सकता है. अहमदाबाद मुंबई जैसे कोरोना संक्रमित शहरों से आए कोरोना संदिग्ध मरीजों का सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन नहीं करना प्रखंड के लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है बाहर से आए इन मरीजों ने बताया कि हम लोग बाहर से आए हैं इसलिए सैंपल संग्रह कराने के लिए यहां जुटे हैं. कोरोना संदिग्ध मरीजों ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खरीक में सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन नहीं होता है कई कर्मियों के चेहरे पर मास्क नहीं है कई के हाथ में लफ्ज़ नहीं है लेकिन फिर भी यह सभी स्वास्थ्य कर्मी कोरोना संदिग्ध मरीजों के सैंपल संग्रहण करने का कार्य मुस्तैदी से कर रहे हैं जो आम लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. इस संदर्भ में पूछे जाने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खरीक के अस्पताल प्रबंधक ने बताया कि सभी कर्मियों को सोशल डिस्टेंसिंग का अक्षर सा अनुपालन करने का निर्देश दिया गया है लेकिन नहीं होने पर मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें