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शुक्रवार, 5 जून 2020

इनकाउंटर@गंगा दियारा : एक माह से दिनेश मुनि के पीछे लगी थी पुलिस, कहतें लोग - दिनेश मुनि जे कह देलकै, वहै संविधान आरू वहै विधान हो गेलै हौ दादा GS NEWS

ऋषव मिश्रा ' कृष्णा' 
मुख्य संपादक ' GS' 


नवगछिया के गंगा दियारा में हुए पुलिस इनकाउंटर में मारे गये कुख्यात अपराधी दिनेश मुनि के मामले में एसटीएफ के प्रभारी एसओजी वन विकास कुमार के लिखित बयान के आधार पर भवानीपुर नारायणपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने अनुसंधान शुरू कर दिया है. दर्ज प्राथमिकी में एसटीएफ के प्रभारी ने कहा है कि उन लोगों को गुप्त सूचना मिली थी कि गंगा दियारा में दिनेश मुनि का गिरोह ताड़ी पार्टी कर रहा है. तत्काल मामले की सूचना भवानीपुर थाने और बड़ी पुलिस पदाधिकारी को देते हुए एसटीएफ की टीम गंगा दियारा के लिए रवाना हो गई. गंगा दियारा में जैसे ही एसटीएफ की टीम ने अपराधियों के ठिकाने को खेलना शुरू किया कि अपराधी हमलावर हो गए और फायरिंग शुरू कर दी. आत्म रक्षार्थ एसटीएफ के जवानों ने भी फायरिंग की. करीब 1 घंटे तक दोनों तरफ से गोलीबारी होती रही.  इस क्रम में पुलिस की तरफ से 35 चक्र फायरिंग की गयी थी तो अपराधियों ने 50 चक्र फायरिंग की थी. फायरिंग बंद होने के बाद पुलिस को तनिक भी अंदाजा नहीं था कि इस एनकाउंटर में दिनेश मुनि मारा गया है.  घना अंधेरा होने के कारण पुलिस ने भी अनुमान था अपराधियों को टारगेट बनाया था तो दूसरी तरफ अपराधी भी अनुमानित ढंग से ही पुलिस पर फायरिंग कर रहे थे. फायरिंग के बाद जब पुलिस ने तलाशी ली तो एक अपराधी ढेर पाया गया. छनबीन की गयी तो पता चला कि उक्त अपराधी गंगा दियारा का अपराधी दिनेश मुनी ही था. पुलिस ने घटनास्थल से कुल 23 चक्र जिंदा कारतूस और 18 चक्र खोखा भी बरामद किया है. स्थल से ताड़ी का गैलन, अपराधियों के चप्पल, बिछवन, गुटखा का पाउच भी बरामद किया है. भवानीपुर थानाध्यक्ष अवर निरीक्षक नीरज कुमार ने बताया कि मामले में वैज्ञानिक अनुसंधान वरीय पदाधिकारियों के निर्देशन में शुरू किया गया है. घटनास्थल से मिट्टी, खून के अवशेषों और कई तरह की सामग्री को विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया है.


दिनेश मुनि के दो सहयोगी पुलिस के टारगेट पर 


ऑस्ट्रेलिया की टीम ने स्पष्ट किया है कि दिनेश मुनि के साथ उसके अलावा दो अपराधी पुलिस एनकाउंटर में शामिल थे. दोनों अपराधी कौन थे इसका पता लगाने में भवानीपुर पुलिस जुट गई है. आशंका है कि इनकाउंटर में दिनेश मुनि को साथ देने वाला और मौका देखते ही भाग जाने वाला अपराध स्थानीय है. पुलिस का दावा है कि दोनों अपराधी पुलिस से छुप नहीं सकते हैं दोनों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.


दिनेश मुनि जे कह देलकै, वहै संविधान आरू वहै विधान हो गेलै हौ दादा


"दिनेश मुनि जे कह देलकै, वहै संविधान आरू वहै विधान हो गेलै हौ दादा" अहंकार और दुस्साहस की पराकाष्ठा को पार कर चुके गंगा दियारा के शातिर अपराधी दिनेश मुनी का यह तकिया कलाम हुआ करता था. जब भी कोई बात हो और अगला व्यक्ति ना नुकुर करे तो दिनेश तपाक से बोलता था. गंगा के मट्टी पर के आदमी छिकियै भैया, दिनेश मुनि जे कह देलकै.......... देहरा के सूत्रों ने बताया कि दिनेश मुनि कभी भी पुलिस की परवाह नहीं करता था.  वह कहता ज्यादा से ज्यादा पुलिस क्या करेगी उसे जेल लेकर जाएगी वह जमानत पर फिर से बाहर आ जाएगा. 

एक माह पहले पुलिस की नाक के नीचे से बच निकला था दिनेश में

 दारोगा आशीष हत्याकांड के बाद दिनेश मुनी अपने पास कभी भी मोबाइल नहीं रखता था. कहां जा रहा है कि 1 माह पहले उसके गांव में ही एक भोज के क्रम में पुलिस दिनेश मुनि के एकदम करीब थी. लेकिन उस वक्त पुलिस दिनेश मुनि को पहचान ही नहीं पाए. लोग कहते हैं कि पुलिस दिनेश मुनि अपने चेहरे के भाव को पूरी तरह से शून्य करते हुए हाथ में एक लोटा लेकर भोज स्थल से निकल गया.


सुरा सुंदरी के शौकीन दिनेश के कई किस्से हैं


सुरा सुंदरी के शौकीन दिनेश के कई किस्से हैं जो उसके मरने के बाद लोग खुलेआम कह रहे हैं. गंगा दियारा के लोगों का कहना है कि अगर दिनेश अपनी इनदोनों कमजोरी पर काबू पा लेता तो आज उसकी जान नहीं जाती. लोगों का कहना है कि दिनेश हमेशा से देशी ताड़ी का शौकीन रहा. उनका कहना था अंग्रेजी शराब में दम ही नहीं है जबकि शुद्ध ताड़ी का जवाब नहीं

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