स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के लक्षण वाले व्यक्तियों का अनिवार्य रूप से सैम्पल लेकर जांच की जा रही है। इसके अलावा मॉल, सब्जी बाजार, मछली बाजार तथा ग्रामीण इलाकों में लगने वाले हाट/बाजार और अस्पताल में आने वाले लोगों का रैंडम सैंपल लेकर भी संक्रमण की पहचान की जा रही है। इस संबंध में दिशा-निर्देश सभी जिलों को भेजा गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि होम क्वारंटाइन का अनुपालन करने वाले लोगों पर सतत् निगरानी रखी जा रही है और उनका सर्वेक्षण भी किया जा रहा है। यदि किसी भी व्यक्ति या उनके परिवार के सदस्य में लक्षण पाए जाते हैं तो उनके भी सैंपल लिये जा रहे हैं। बिहार लौटे व्यक्तियों का रैंडम तरीके से सैम्पल लिया जा रहा है।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष से मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के अंतर्गत लॉकडाउन के कारण बाहर फंसे बिहार के 20 लाख 94 हजार 726 लोगों के खाते में एक-एक हजार की सहायता राशि भेजी जा चुकी है।
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