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मंगलवार, 23 जून 2020

बिहार :- मंगल का दिन अमंगल साबित हुआ RJD के लिए , एक दिन में तीन बड़े झटके देखें पूरी खबर GS NEWS

लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के लिए मंगलवार का दिन ठीक नहीं रहा। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद को एक के बाद एक तीन झटके लगे। दो झटके तो एक साथ लगे जबकि इसके कुछ देर बाद ही तीसरा झटका लगा। 
पहला झटका : 

राजद के पांच विधान पार्षद जेडीयू में शामिल हो गए हैं। राजद के दिलीप राय, राधा चरण सेठ, संजय प्रसाद ,कमरे आलम और रणविजय सिंह ने जदयू ज्वाइन कर लिया है। जदयू की सचेतक रीना यादव के पत्र के आलोक में विधान परिषद ने राजद से आए जदयू के सभी सदस्यों को मान्यता दे दी। राजद में विप उम्मीदवारों के नाम की चर्चा होते ही विवाद शुरू हो गया था। पार्टी नेता पूर्व मंत्री भोला राय के समर्थकों ने सोमवार को राबड़ी देवी के आवास 10 सर्कुलर रोड पर जाकर हंगामा किया। उधर, जानकारी के अनुसार लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप भी दिल्ली में अपना कागज तैयार करने में लगे हैं। तेजप्रताप इस बार विधान परिषद के उम्मीदवार बनने के प्रयास में हैं, लेकिन पार्टी ने विधानसभा चुनाव को देखते हुए परिवार के किसी सदस्य को सदन में नहीं भेजने का फैसला किया है।
दूसरा झटका : 

राजद के पांच एमएलसी के जदयू में शामिल होने के बाद माना जा रहा है राबडी देवी के नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी चली जाएगी। बिहार विधान परिषद में कुल 75 सीटें है और विपक्ष के नेता के लिए 8 सीटें होनी चाहिए। मंगलवार को राजद के पांच एमएलसी ने राजद छोड़ जदयू का दामन थाम लिया। इसके बाद राजद के पास सिर्फ तीन सीटें रह गई है। ऐसे में राबड़ी देवी को जल्द विपक्ष के नेता की कुर्सी छोड़नी पड़ सकती है। बिहार विधान परिषद में अभी 29 सीटें खाली है। इसमें 12 मनोनयन कोटा, 9 विधानसभा, चार शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र और चार स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के हैं। वर्तमान में जदयू के 20, भाजपा के 16, राजद के तीन, लोजपा और हम के एक-एक, कांग्रेस के दो और निर्दलीय दो विधान परिषद सदस्य हैं।
तीसरा झटका : 

 

राजद को तीसरा झटका तब लगा जब पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। बताया जा रहा है कि वह रामा सिंह को राजद में शामिल किए जाने को लेकर नाराज हैं। फिलहाल रघुवंश प्रसाद पटना एम्स में भर्ती हैं वह, कोरोना से संक्रमित हैं।
 जानकारी के मुताबिक दो दिन पहले ही रामा सिंह ने तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी और उसके बाद ही उनके राजद ज्वाइन करने की चर्चा है। रामा सिंह के साथ ही सवर्ण समाज से कई अन्य नेता भी राजद में शामिल होने वाले हैं। बता दें कि किसी जमाने में रामा सिंह लालू यादव और रघुवंश प्रसाद सिंह के कट्टर विरोधी रहे हैं।

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