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सोमवार, 13 जुलाई 2020

कल किसी भी वक्त जारी हो सकता है सीबीएसई के दसवीं का रिजल्ट GS NEWS


सीबीएसई दसवीं का र‍िजल्‍ट कल जारी होने  की संभावना है बिहार में छात्र परीक्षा परिणाम का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। छात्रों के साथ उनके अभिभावक भी रिजल्ट को लेकर उत्साहित हैं। सोमवार को सीबीएसई बोर्ड ने 12वीं का रिजल्ट जारी कर दिया है। इस बार पटना जोन का परिणाम बेहतर नहीं रहा है। 

इस बार की 12वीं की परीक्षा में बेटियों ने अपना परचम लहराया है। इसबार प्राइवेट स्कूलों से सरकारी स्कूल आगे निकल गए हैं। अब कल देखना है कि 10वीं का परिणाम कैसा रहता है। इस बार 10वीं के रिजल्ट में पटना जोन का रिजल्ट कैसा रहता है, इसपर सबकी नजर है।

कल दोपहर 12 बजे के बाद जारी हो सकता है रिजल्ट
 दोपहर 12 बजे तक 10वीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम आ सकते हैं. सीबीएसई रिजल्ट को लेकर पूरी तैयारी कर ली है.
छात्रों के दिमाग में अभी उथल-पुथल मची हुई होगी कि परीक्षा का पर‍िणाम कैसा होगा, । आपको बता दें क‍ि बोर्ड परीक्षा में आपके प्रदर्शन आपके कर‍ियर को तय नहीं करता। इसीलिए परीक्षा परिणाम को लेकर चिन्तित ना हों।सीबीएसई आज रिजल्ट अपनी वेबसाइट पर जारी करेगा, छात्र अपना रिजल्ट बोर्ड की वेबसाइट  cbseresults.nic.in पर देख सकते हैं। बता दें कि इस बार सीबीएसई 10वीं कक्षा के रिजल्ट नई मार्किंग सिस्टम के आधार पर जारी कर सकता है। छात्र cbseresults.nic.in पर नजर बनाये रखें।

शनिवार, 11 जुलाई 2020

पिछले 100 वर्षों में सबसे खराब स्वास्थ्य और आर्थिक संकट:आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कही ये बात GS NEWS


भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सातवें SBI बैंकिंग एंड इकनॉमिक्स कॉन्क्लेव में कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण पिछले 100 वर्षों में सबसे खराब स्वास्थ्य और आर्थिक संकट है जिसने उत्पादन और नौकरियों पर नकारात्मक प्रभाव डाला है. इसने दुनिया भर में मौजूदा व्यवस्था, श्रम और कैपिटल के मूवमेंट को कम किया है दुनिया भर में मौजूदा विश्व व्यवस्था, वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं, श्रम और पूंजी मूवमेंट को गति दी। यह बातें RBI गवर्नर शक्तिकांत दास 7 वें SBI बैंकिंग और अर्थशास्त्र सम्मेलन में शनिवार को कही।

बैंकिंग और अर्थशास्त्र कॉन्क्लेव में उन्होंने कहा कि महामारी शायद अब तक हमारी आर्थिक और वित्तीय प्रणाली की मजबूती और लचीलापन की सबसे बड़ी परीक्षा ले रहा है। उन्होंने कहा कि RBI ने वित्तीय प्रणाली की सुरक्षा, वर्तमान संकट में अर्थव्यवस्था को सपोर्ट करने के लिए कई बड़े उपाय किए हैं। आरबीआई के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता विकास है। इसके साथ ही वित्तीय स्थिरता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। RBI ने उभरते खतरों की पहचान करने के लिए अपने ऑफसाइट सर्विलांस मैकेनिज्म को मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक की समस्या का समाधान करने के लिए आरबीआई सभी हितधारकों के साथ बातचीत कर रहा है।
शक्तिकांत दास ने यह भी कहा कि मध्यम अवधि के लिए आरबीआई नीति लागू करने के लिए सावधानीपूर्वक मूल्यांकन की आवश्यकता होगी, यह इस बात पर निर्भर करेगी कि आने वाले समय में संकट कैसे सामने आता है। आरबीआई गवर्नर का कहना है कि कोरोना वायरस महामारी के परिणामस्वरूप उच्च एनपीए और पूंजी क्षरण होगा। पूंजी जुटाना, बफर तैयार करना ऋण प्रवाह और वित्तीय प्रणाली की मजबूती सुनिश्चित करने के लिये काफी अहम है। भारतीय अर्थव्यवस्था ने प्रतिबंधों में ढील के बाद वापस सामान्य स्थिति में जाने के संकेत देने शुरू कर दिए हैं। संकट के समय में भारतीय कंपनियों और उद्योगों ने बेहतर काम किया।
कोविड-19 संकट से पहले रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 1.35 फीसद की कटौती की थी। उन्होंने कहा कि उस समय में आर्थिक वृद्धि दर में आई सुस्ती से निपटने के लिए ये कदम उठाए गए थे। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कोविड-19 संकट से निपटने के लिए आरबीआई रेपो रेट में 1.15 फीसद की कटौती कर चुका है। इस तरह देखा जाए तो फरवरी, 2019 से अब तक आरबीआई रेपो रेट में 2.50 फीसद दर की कटौती कर चुका है। 



बुधवार, 8 जुलाई 2020

प्रधानमंत्री के आवास पर कैबिनेट बैठक में ईपीएफ उज्ज्वला, गरीब कल्याण अन्न योजना समेत चार योजनाओं पर लगी मुहर GS NEWS

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में कई अहम फैसलों पर मुहर लगी। बैठक में ईपीएफ, उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना और प्रवासी श्रमिकों के लिए किराए पर आवासीय योजना से संबंधित फैसलों पर मंजूरी दे दी गई।
मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि गरीब कल्याण अन्न योजना को नवंबर तक बढ़ाने के साथ ही 100 कर्मचारियों से कम संख्या वाली कंपनियों के कर्मचारियों एवं मालिकों के भविष्य निधि से जुड़े अंशदान को सरकार की ओर से तीन महीने और देने का निर्णय हुआ।
उनके मुताबिक, उज्ज्वला योजना की लाभार्थियों को तीन मुफ्त सिलेंडर दिए जाने की अवधि को तीन महीने के लिए बढ़ाया गया है तथा 107 शहरों में एक लाख से अधिक छोटे फ्लैट को प्रवासियों मजदूरों को किराये पर देने का भी निर्णय हुआ है।
जावड़ेकर ने संवाददाताओं से कहा, 'प्रधानमंत्री जी ने गरीब कल्याण योजना को नवंबर तक बढ़ाने की घोषणा की थी। आज मंत्रिमंडल ने उसे अमली जामा पहनाया है। जुलाई से लेकर नंवबर तक पांच महीने यह योजना चालू रहेगी। 81 करोड़ लोगों को प्रति व्यक्ति पांच किलोग्रोम अनाज और एक किलोग्राम चना हर महीने मिलेगा।' उन्होंने कहा कि गत तीन महीने में 1.20 करोड़ टन अनाज दिया गया। पांच महीने में 2.03 करोड़ अनाज दिया जाएगा।' 
मंत्री ने कहा, 'इस योजना का खर्च 149000 करोड़ रुपये है। 
आजादी के बाद पहली बार ऐसी यो है कि आठ महीने 81 करोड़ लोगों मुफ्त अनाज दिया गया। दुनिया के किसी देश में इतनी बड़ी योजना नहीं है।'

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हुई कैबिनेट बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण समेत कई मंत्री शामिल हुए। इस दौरान सभी मंत्रियों ने फेस मास्क भी पहन रखा था और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन किया।

मंगलवार, 7 जुलाई 2020

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर केंद्रीय कैबिनेट की बैठक शुरू, अहम फैसलों पर मुहर लगने की संभावना GS NEWS

आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर केंद्रीय कैबिनेट की बैठक शुरू हो गई है। इस बैठक में कई अहम फैसलों पर मुहर लगने की संभावना है। इससे पहले 24 जून को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में 15,000 करोड़ रुपये की पशुपालन अवसंरचना विकास निधि (AHIDF) की स्थापना को मंजूरी दी गई थी।
कैबिनेट की बैठक के बाद परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा था कि एक भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष, संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र के रूप में एक नए संस्थान का गठन किया गया है, जो एक अनुकूल नियामक परिस्थिति में नीतियों को प्रोत्साहित करने के माध्यम से अंतरिक्ष गतिविधियों में निजी उद्योगों को बढ़ावा देगा।

कैबिनेट की पिछली बैठक में लिए गए कुछ अहम फैसले:

रिजर्व बैंक के तहत कोऑपरेटिव बैंक: पिछली कैबिनेट बैठक की जानकारी देते हुए प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि देश में 1482 अर्बन कोऑपेटिव बैंक और हैं 58 मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव बैंक हैं, इनको लेकर आज अध्यादेश लाया गया है कि ये सभी बैंक रिजर्व बैंक के सुपरविजन में आ जाएंगे। सभी बैंकिंग नियम इन कोऑपरेटिव बैंकों पर लागू होगा। इसका फायदा होगा कि जमाकर्ता को भरोसा मिलेगा कि उनका पैसा सुरक्षित है। 8 करोड़ 60 लाख खाताधारक हैं, इन 1540 बैंकों में और 4 लाख करोड़ 84 लाख रुपए जमा हैं।  
मुद्रा लोन योजना में ब्याज में छूट: मुद्रा लोन योजना के तहत शिशु मुद्रा लोन लेने वाले 9 करोड़ 37 लाख लोगों को ब्याज में दो फीसदी की छूट मिलेगी। ठेले और रेहड़ी पटरी वाले या छोटे दुकानदारों मुद्रा योजना से पहले साहूकारों से पैसा लेते थे, उन्हें बहुत ब्याज चुकाना होता था। अब उन्हें बैंकों से पैसा मिलता है। उन्हें अब 2 फीसदी की छूट मिलेगी। छोटे आदमी को बड़ा फायदा देने वाली योजना है। 1 जून 2020 से यह योजना लागू होगी और 31 मई 2021 तक चलेगी। इसके लिए इस वर्ष में 1540 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।

रविवार, 5 जुलाई 2020

LAC पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच राष्‍ट्रपति कोविंद से मिले पीएम मोदी, कई मुद्दों पर हुई चर्चा GS NEWS


लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर जारी तनाव के बीच प्रधानमंत्री ने आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति कोविंद के साथ ये मुलाकात करीब आधे घंटे चल चली। जानकारी के मुचाबिक इस मुलाकात में दोनों के बीच राष्‍ट्रीय और अंतरराष्‍ट्रीय महत्‍व के कई मुद्दों पर चर्चा हुई।

चीन से तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलकात की है. राष्ट्रपति भवन में हुई इस मुलाकात में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति को वर्तमान में सीमा और विदेशों में उत्पन्न स्थितियों के बारे में बताया. पीएम की यह मुलाकात चीन सीमा विवाद के बीच महत्वपूर्ण मानी जी रही है.

दूसरी तरफ, उपराष्‍ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी अहम ट्वीट किया है। उन्‍होंने लिखा, “भारत इतिहास के बेहद नाजुक मोड़ से गुजर रहा है। हम एक साथ कई आंतरिक और बाहरी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। लेकिन हमें जो चुनौतियां दी जा रही हैं, उसका सामना करने का हमारा निश्‍चय दृढ़ रहना चाहिए।”
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक पीएम मोदी आज राष्ट्रपति भवन पहुंचे वहां पर उन्होंने राष्ट्रपति को वर्तमान में उत्पन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों के बारे में बताया. पीएम मोदी यह मुलाकात लद्दाख दौरे के बाद हुई है.