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रविवार, 2 अगस्त 2020

बिहार में बाढ़ से लगभग 50 लाख की आबादी प्रभावित:- आपदा विभाग ने जारी किए आंकड़े GS NEWS


आपदा विभाग ने बाढ़ संबंधित आंकड़ा जारी किया है. विभाग के मुताबिक राज्य के कुल 14 जिलों में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हुई है. सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, खगड़िया, समस्तीपुर, सिवान, मधुबनी और सारण के 112 प्रखंड प्रभावित है. इनमें 1043 पंचायत शामिल है.
चलाए जा रहे 19 राहत शिविर
इन जिलों में 49 लाख 5007 लोग प्रभावित है. हालांकि 39 लाख 2600 की आबादी फिलहाल बाढ़ से बची है. कुल 19 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. राहत शिविरों में 26 हजार 732 लोग रह रहें हैं.वहीं बिहार सरकार के सहयोग से आपदा विभाग कुल 14 जिलों में 1340 कम्युनिटी किचन चला रहा है.

पिछले 24 घंटे में 13 लोगों की मौत
इन कम्युनिटी किचन में इसमें 88 लाख 2 हजार 996 लोग रोजाना भोजन कर रहे हैं. आपदा विभाग के आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में 13 लोगों की मौत हुई है. इसमें दरभंगा में 7, पश्चिम चंपारण में 4 और मुजफ्फरपुर में 2 लोगों की मौत हो गई है. 16 जानवर भी मारे गए हैं.
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ तैनात
बाढ़ के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश जारी किया गया है. मंत्री लक्ष्मेश्वर राय के मुताबिक विभाग बाढ़ को लेकर सचेत है. बिहार के प्रभावित 14 जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम की तैनात की गई है.
आपदा मुख्यालय में टीम रिजर्व
बकौल मंत्री कुल 29 टीमें तैनात है और आपदा मुख्यालय में कुछ टीमों को रिजर्व रखा गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद अपने आवास से बाढ़ की मॉनिटरिंग कर अधिकारियों को निर्देश जारी कर रहे हैं.
राहत शिविरों में रखा जा रहा सोशल डिस्टेंस 
आपदा विभाग के अनुसार कोविड-19 के मद्देनजर सोशल डिस्टेंस के तहत राहत शिविरों में लोगों को रखा जा रहा है. महिलाओं बच्चों और बुजुर्गों की अलग व्यवस्था की गई है. राज्य सरकार ने सभी राहत शिविरों में मास्क और सैनीटाइजर की व्यवस्था की है.
बाढ़ को लेकर सचेत
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ऊंचे स्थलों का निरीक्षण कर उन्हें चिन्हित कर लिया गया है. जरूरत के हिसाब से लोगों को राहत शिविर तक पहुंचाया जा रहा है. आपदा प्रबंधन विभाग की हर तरह से बाढ़ को लेकर सचेत है.

सुशांत सिंह आत्महत्या मामला: पटना मध्य के सिटी एसपी विनय तिवारी जांच के लिए मुंबई रवाना GS NEWS

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या मामले को लेकर रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं. रविवार को पटना मध्य के सिटी एसपी विनय तिवारी मुंबई रवाना हुए हैं. रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि वो इस मामले में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाने की कोशिश करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि मुंबई जाकर ही बात करेंगे.
मुंबई पहुंच कर करेंगे बात- सिटी एसपी
इससे पहले इस मामले में डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि इस मामले की जांच होगी और हम इसकी तह तक हम जाएंगे. इसी कड़ी में सिटी एसपी विनय तिवारी मुंबई रवाना हुए हैं. विनय तिवारी ने कहा कि मुंबई जाने के बाद हम मामले के बारे में बताएंगे.
राज्य सरकार पर बढ़ रहा दबाव
इस पूरे मामले पर सभी की नजर बरकरार है. बिहार के विभिन्न दल और एक्टर के फैन्स सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. राज्य सरकार पर काफी दबाव बढ़ रहा है और यही कारण है कि अब पटना के सीनियर पुलिस अधिकारी भी मुंबई के लिए कूच कर गए हैं.

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटा निर्वाचन आयोग,संविदा कर्मियों की मांगी गई GS NEWS

निर्वाचन विभाग बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटा है. इस सिलसिले में विभाग लगातार जिलों से कई जानकारियां ले रहा है. इसके साथ ही ट्रेनिंग और बैठकों का सिलसिला भी लगातार जारी है.
संविदा कर्मियों की मांगी गई सूची
इसी सिलसिले में बिहार निर्वाचन विभाग ने सभी जिलों से संविदा कर्मियों की सूची मांगी है. सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी को 6 अगस्त तक संविदा कर्मियों का ब्यौरा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. बताया जा रहा है कि निर्वाचन विभाग के अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी गोपाल मीणा ने सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी को निर्देश दिया है कि विधानसभा चुनाव को लेकर जिले में कार्यरत सभी संविदा कर्मियों की जानकारी दे
विभाग ने मांगा पूरा विवरण
निर्वाचन विभाग ने निर्देश दिया है कि संविदा कर्मी का पूरा विवरण दिया जाए. इसमें विभाग का नाम, संविदा नियोजित कर्मियों की श्रेणी, नियोजित कर्मियों का पदनाम, पे स्केल या फिक्स पे, महिला या पुरुष और कुल कर्मी इन सभी का उल्लेख सूची में जरुर किया जाए. दरअसल विधानसभा चुनाव को लेकर प्रति 1000 से कम मतदाताओ पर बूथों व सहायक बूथों का गठन करने की तैयारी है. इसलिए बूथों की संख्या बढ़ने पर संविदा कर्मियों की सेवा भी चुनाव में ली जा सकती है.

शनिवार, 1 अगस्त 2020

सुशांत और रिया आने वाली फिल्म के डायरेक्टर ने क्या दिया बिहार पुलिस को बयान GS NEWS


बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत की मिस्ट्री सुलझाने में पटना पुलिस तेजी से जुटी है। मुंबई पहुंच कर टीम ने कई लोगों से बयान दर्ज किए। फिल्म निर्देशक रूमी जाफरी से भी एसआईटी ने बयान लिया। दरअसल, लॉकडाउन के बाद सुशांत और रिया रूमी की फिल्म में काम करने वाले थे। मार्च में उनकी बात रूमी जाफरी से हुई थी। तब सुशांत ने भी लॉकडाउन होने का हवाला दिया था। यह सुशांत और उनकी गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती की एक साथ पहली फिल्म थी। जाफरी ने बताया कि जब भी लॉकडाउन आगे बढ़ता था तो सुशांत अपसेट हो जाते थे। 
बांद्रा थाने पहुंची एसआईटी : 
एसआईटी में शामिल केस के आईओ व राजीवनगर थानेदार निशांत सिंह बांद्रा थाने पहुंचे। पुलिस टीम उस जगह काफी देर तक रही। वहां पोस्टमार्टम रिपोर्ट व इस केस से संबंधित अन्य साक्ष्यों के लिए मुंबई पुलिस को आवेदन भी दिया। सूत्रों की मानें तो मुंबई पुलिस ने लीगल एडवाइजर से बात यह तमाम चीजें सौंपने की बात कही है। 
रिया के कहने पर होता था हर काम : पुलिस टीम ने घर के स्वीपर से भी पूछताछ की। स्वीपर ने बताया कि रिया मैडम की इजाजत के बिना कोई भी घर में नहीं घुस सकता था। मैडम ही तय करती थीं कि सुशांत के कमरे को साफ करना है या नहीं। खासकर सुशांत के कमरे में किसी बाहरी कर्मी को जाने नहीं दिया जाता था। एक समय ऐसा आ गया, जब वे अपने ही कर्मियों से नहीं मिल पाते थे। 
मोबाइल फोन स्वीच ऑफ : 

रिया चक्रवर्ती अपने भाई शौविक चक्रवर्ती के साथ भूमिगत हो गई हैं। सूत्रों की मानें तो दोनों का मोबाइल बंद है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि पटना पुलिस की एसआईटी इनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कराए, ताकि दोनों देश से बाहर न भाग सकें। इसके लिए संबंधित विभाग को पत्र भी लिख सकती है।
सूत्र बताते हैं कि एसआईटी लगातार रिया चक्रवर्ती पर नजर रख रही है। रिया के छुपने की जगह का भी पता लग चुका है। मगर टीम सटीक समय का इंतजार कर रही है, ताकि उनसे सवालों के जवाब उगलवा सके।
 वैसे अब तक हुए घटनाक्रम से यह साफ है कि रिया और उसका भाई पटना पुलिस के सामने नहीं आना चाहती हैं। रिया जानती हैं कि जिन धाराओं में उन पर पटना पुलिस ने केस दर्ज किया है, उसमें बगैर वारंट भी गिरफ्तारी संभव है। सीनियर क्रिमिनल लॉयर अरविंद कुमार मउआर ने बताया कि इन धाराओं के तहत पुलिस बिना वारंट गिरफ्तार करने का अधिकार है।

तेजस्वी की सुरक्षा में तैनात 4 जवान और राबड़ी आवास के 4 हाउस गार्ड कोरोना पॉजिटिव GS NEWS

तेजस्वी यादव की सुरक्षा में तैनात बीएमपी के 4 जवान और राबड़ी हाउस की सुरक्षा में तैनात 4 हाउस गार्ड समेत कुल 13 लोग पाए गए कोरोना पॉजिटिव

तेजस्वी यादव की सुरक्षा में बीएमपी-1 और हाउस गार्ड के रूप में बीएमपी-2 के जवान हैं तैनात.

शनिवार को राबड़ी हाउस के सभी जवानों का लिया गया था कोरोना टेस्ट
बिहार में कोरोना संक्रमण की रफ्तार के बीच इसकी चपेट में राजनेता भी आने लगे हैं। रांची में चारा घाटाला के मामलों सजा काट रहे राष्‍ट्रीय जनता दल सुपीमो लालू प्रसाद यादव सहित पटना में उनके परिवार पर भी इसका खतरा मंडराने लगा है। पटना में लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी के नाम से आवंटित जिस आवास में उनका पूरा परिवार रहता है, उसके 13 कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
 इस कारण राबड़ी देवी के साथ उनके दोनों बेटों नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव तथा पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव पर खतरा बढ़ गया है। उधर, चारा घाेटाला में सजा के दौरान बीमार लालू रिम्‍स (अस्‍पताल) में जहां इलाज करा रहे हैं, वहां पास में ही कोरोना वार्ड है। बीते दिनों लालू की सुरक्षा में तैनात जिस सुरक्षा गार्ड की हत्‍या हो गई थी उसकी कोरोना जांच रिपोर्ट भी पॉजिटिव मिली है।
कोरोना पॉजिटिव मिले राबड़ी आवास के 13 कर्मचारी

बिहार में बीते 24 घंटे के अंदर रिकार्ड 3521 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इनमें पटना के 442 संक्रमितों में लालू प्रसाद यादव की पत्नी के नाम से आवंटित पटना के सरकारी आवास (10, सर्कुलर रोड, पटना) में कार्यरत 13 कर्मचारी भी शामिल हैं। इसी आवास में राबड़ी देवी के साथ तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव भी रहते हैं। यहां के कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव मिलने से राबड़ी, तेजस्‍वर व तेज प्रताप के साथ वहां आने-जाने वाले लालू परिवार के अन्य सदस्यों को भी कोरोना का खतरा बढ़ गया है।

चीन की कूटनीति साजिश -भारत के मित्र पड़ोसी देशों में फूट डालने की कोशिश GS NEWS

भारत के खिलाफ चीन कई तरह की कूटनीतिक साजिश कर रहा है। आशंका जताई गई है कि दक्षिण एशिया में खुलकर दखल के मौके तलाश रहा चीन अब भारत के बिना रीजनल फोरम बनाकर दबाव की नई रणनीति पर काम कर रहा है। हालांकि, नेपाल और अफगानिस्तान का रुख अभी रीजनल फोरम के पक्ष में नहीं है। लेकिन चीन और पाकिस्तान की साझा साजिश इस इलाके में भारत को परेशान करने की है। भारत ने स्थिति के अनुरूप सहयोगी देशों से संपर्क बढ़ाया है। 
 
चीन ने कुछ दिन पहले पाकिस्तान के अलावा दक्षिण एशिया के दो अन्य देशों नेपाल और अफगानिस्तान के साथ कोविड-19 संकट के बहाने वर्चुअल बैठक की थी, लेकिन इसमें चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर और वन बेल्ट वन रोड इनीशिएटिव को लेकर भी चर्चा की गई। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने इस बैठक में पाकिस्तान के साथ अपनी दोस्ती की मिसाल देते हुए नेपाल और अफगानिस्तान से भी सहयोग बढ़ाने को कहा था। 
सूत्रों ने कहा, चीन जिस तरह की नीति अपना रहा है उससे भारत पूरी तरह सतर्क है। भारत ने बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, अफगानिस्तान जैसे देशों में अपना राजनयिक संपर्क बढ़ाया है। नेपाल पर भी भारत का रुख बहुत सधा हुआ है, लेकिन नेपाल का रुख डांवाडोल बना हुआ है। 
नए नक्शे पर यूएन की मान्यता पाने में जुटा नेपाल :
नेपाल ने किसी तरह के रीजनल फोरम की संभावना से तो इनकार किया है, लेकिन उसने नए नक्शे को संयुक्त राष्ट्र में मान्यता दिलाने के लिए प्रयास शुरू करने की बात कही है। वह अपना नया नक्शा, जिसमें उसने हाल में कालापानी, लिपुलेख को शामिल किया है, संयुक्त राष्ट्र को देगा। गोरखा रेजीमेंट पर विचार की बात भी नेपाल के विदेश मंत्री द्वारा कही गई है। इन सब बातों को सीधे चीन से जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है चीन भारत पर दबाव बनाने के लिए तमात तरह के हथकंडे अपना रहा है।

अभी अभी बिहार में टूटा कोरोना का रिकॉर्ड एक साथ मिलें 3521 नए मरीज ,राज्य में आंकड़ा पहुंचा 54508 GS NEWS


बिहार में वैश्विक महामारी कोरोना की संख्या में प्रत्येक दिन उछाला रहा है प्रत्येक दिन की तुलना आज सबसे अधिक मरीजों की संख्या  आई है आपको बता दें कि  बिहार में सैकड़ों की तादात में प्रत्येक दिन मरीज सामने आते हैं देखते ही देखते बिहार में आंकड़ा 50 हजार के पर पहुंच चुका है । 


स्वास्थ्य  विभाग की तरफ से जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक बिहार में 3521 ने कोरोना के मरीज मिले हैं। इन मरीजों के मिलने के साथ बिहार में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा बढ़कर 54508 जा पहुंचा है जो अपने आप में सबसे बड़ी उछाल है।


हैरत की बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना मरीजों की रिकॉर्ड संख्या बढ़ने के बाद आज जिलावार डाटा जारी नहीं किया है। विभाग की तरफ से जारी की जाने वाली दैनिक प्रेस रिलीज में आज यानी 1 अगस्त को मरीजों का आंकड़ा 54508 बताया गया है 


जबकि 31 जुलाई को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी अंतिम आंकड़ा 50987 था। इस लिहाज से बिहार में कुल 3521 नए कोरोना केस आए हैं।


DGP गुप्तेश्वर पांडे बोले:- सुशांत को न्याय दिलाने के लिए जान की बाजी लगा देंगे GS NEWS

 सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस में डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि मुझे मुंबई जाने की कोई जरूरत नहीं है. मैं बिहार का डीजीपी हूं. कोई नहीं जानता था कि सुशांत सिंह राजपूत का सुसाइड केस इस तरह मोड़ लेगा. उन्होंने आगे कहा कि कि हम क्यों चाहेंगे कि सीबीआई को केस दिया जाए. ये तो पीड़ित परिवार पर निर्भर करता है.
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने सोशल मीडिया पर चल रही चर्चा पर भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि लोगों का मानना है कि सुशांत सिंह राजपूत के साथ कुछ गलत हुआ है. लिहाजा, हम कार्रवाई कर रहे हैं. वहीं, पीड़ित परिवार यानी उनके पिता केके सिंह जी क्या चाहते हैं. उस दिशा में कार्रवाई होती है. एफआईआर पर लगे आरोपों के अनुसार बिहार पुलिस कार्रवाई कर रही है.
डीजीपी पांडेय का पूरा स्टेटमेंट


1.सुशांत सिंह राजपूत मामले पर बिहार के DGP की प्रेस कॉफ्रेंस

2.मुंबई पुलिस पर आरोप लगाना सही नहीं : DGP

3.मुंबई पुलिस प्रोफेशनल है, हमें उनसे उम्मीद है.


4.बिहार पुलिस मदद के लिए ले रही है लीगल ओपिनियन.

5.हमलोग सबूत के आधार पर काम करते है
6.रिया चक्रवर्ती के ऊपर लगे आरोप पर बिहार पुलिस अनुसंधान कर रही है.


7.बिहार पुलिस के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं हुआ है


8.मुंबई पुलिस बिहार पुलिस का सहयोग कर रही है.

9.हम सिर्फ इतना चाहते हैं कि सुशांत सिंह राजपूत को न्याय मिले.

10.पब्लिक सच जानना चाहती है. उन्हें लगता है कि कुछ गलत है. जिसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है.

11.सुशांत सिंह राजपूत के पिता यानी पीड़ित परिवार के अनुसार कार्रवाई होती है.


12.सीबीआई के लिए हम पहल नहीं कर सकते.


13.सुशांत सिंह राजपूत बिहार का बेटा नहीं, देश का बेटा है.
बगैर सजा-ए-गुनाह के रुक भी नहीं सकते!'
इससे पहले, गुप्तेश्वर पांडे ने अपने ट्वीट में लिखा- 'हम थके भी नहीं हैं,औ’ झुक भी नहीं सकते ! बग़ैर सजा-ए-गुनाह के रुक भी नहीं सकते !! जुल्मी को सज़ा-ए-हवस न मिले जब तक ! ज़िद है मंज़िल से अब हम चूक नहीं सकते !!'

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा- पिता मांग करेंगे तो सीबीआई जांच की सिफारिश संभव GS NEWS


सुशांत मिस्ट्री केस को लेकर प्रत्येक दिन एक ना एक नया खुलासा सामने आ रहा है एक्टर सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में सीबीआई जांच की मांग पर पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुलकर बोले हैं। शनिवार को उन्होंने कहा कि सुशांत के पिता केके सिंह मांग करेंगे तो सीबीआई जांच की सिफारिश संभव है।
नीतीश ने कहा कि बिहार पुलिस सुशांत के पिता द्वारा पटना में दर्ज कराए गए एफआईआर के बाद मामले की जांच कर रही है। केस दर्ज होने के बाद जांच करना पुलिस का कर्तव्य है। मुंबई पुलिस को बिहार पुलिस के साथ सहयोग करना चाहिए। यह उनका कानूनी कर्तव्य भी है। इस जांच में दो राज्यों के बीच झगड़े जैसे कोई बात नहीं है।
नीतीश ने कहा कि इस मामले में बिहार सरकार पूरी मजबूती से अपनी जिम्मेदारी निभा रही है। सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका लगाई गई कि केस को महाराष्ट्र ट्रांसफर कर दिया जाए। इसके बाद राज्य सरकार की ओर से कोर्ट में याचिका दायर की गई। इस मामले को एक सीनियर एडवोकेट देख रहे हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा- नीचता पर उतर आए हैं लोग
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। इस बारे में एक मराठी चैनल को दिए इंटरव्यू में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा- मैं इसकी निंदा करता हूं। कोरोना संकट में मुंबई और महाराष्ट्र की पुलिस कोरोना योद्धा बनकर देश के लिए कुर्बान हो रहे हैं और ये लोग ऐसी नीचता पर उतारू हैं। जिस किसी के पास कोई भी सबूत हो या जानकारी हो, उसे लेकर आएं। आरोपी को फांसी पर जरूर लटकाएंगे।

बिहार में अधिक उम्र वाले डॉक्टर पर कहर बरपा रहा कोरोना, 18 दिनों में ही 13 डॉक्टरों की मौत GS NEWS

बिहार में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने समस्तीपुर जिले के सिविल सर्जन डॉ आर आर झा समेत 13 डॉक्टरों को मौत की नींद सुला दी और इन सभी डॉक्टरों की मौत जुलाई महीने में ही हुई है। गौर करने वाली बात यह है कि मरने वाले सभी डॉक्टरों की उम्र 60 से लेकर 67 वर्ष के बीच की है। 
बिहार आईएमए के सेक्रेटरी डॉक्टर सुनील कुमार ने बताया कि हमने राज्य सरकार से कई बार अनुरोध किया है कि जिन डॉक्टरों की उम्र 60 और 65 के बीच की है और वो कोविड 19 केस को देख रहे हैं उन्हें घर से काम करने की सुविधा उपलब्ध कराई जाये लेकिन अभी तक इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया गया।   
वहीं बिहार आईएमए के उपाध्यक्ष डॉक्टर अजय कुमार ने आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकारी अस्पतालों में जो पीपीई किट दिया गया है उसकी क्वालिटी बहुत अच्छी नहीं है। हाल ही में जब दिल्ली से आई टीम ने एनएमसीएच को दौरा किया था तो उन्होंने भी पीपीई किट की क्वालिटी का सही नहीं बताया था। बिहार आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि उम्रदराज डॉक्टरों से दूसरे प्रकार के काम लिये जा सकते हैं, मसलन इमरजेंसी वार्ड या फिर बुजुर्ग मरीजों के देख भाल के लिए बने वार्ड में उन डॉक्टरों से सेवा ली जा सकती है।
पटना एम्स में 13 जुलाई को गया के डॉक्टर अश्विनी कुमार (59 वर्ष) की मौत हो गई। डॉक्टर अश्विनी जनरज फिजिशियन भी थे और प्राइवेट क्लिनिक भी चलाते थे। अगले ही दिन 14 जुलाई को ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर एनके सिंह (69 वर्ष) की भी कोरोना से मौत हो गई। डॉक्टर कल्याण कुमार (70 वर्ष) की 20 जुलाई, समस्तीपुर के सिविल सर्जन डॉ आर आर झा और अररिया के डॉक्टर जीएन साह (70 वर्ष) की 22 जुलाई को मौत हो गई। 24 जुलाई को तीन डॉक्टरों की, मसौढ़ी के डॉ अवधेश कुमार सिंह, सुपौल के डॉ महेंद्र चौधरी और पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के रेडियोलॉजी विभाग के पूर्व विभागध्यक्ष डॉ मिथिलेश कुमार सिंह, की मौत हो गई। मुंगेर के डॉक्टर डीएन चौधरी की 25 जुलाई को मौत हो गई।
30 जुलाई को चार डॉक्टरों, पूर्वी चंपारण के आदमपुर निवासी डॉक्टर नागेंद्र प्रसाद, मुजफ्फरपुर के मेजर रिटायर्ट डॉक्टर एके सिंह मसौढी अनुमंडल अस्पताल में तैनात डॉक्टर के राजन और दंत चिकित्सक डॉक्टर गोविंद प्रसाद, की मौत हो गई।