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सोमवार, 3 अगस्त 2020

रक्षाबंधन के मौके पर CM नीतीश ने राजधानी वाटिका में पेड़ों को बांधी राखी GS NEWS


सोमवार को रक्षाबंधन का दिन है. बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस दिन बिहार वृक्ष सुरक्षा दिवस मनाते हैं. इस बार भी बिहार वृक्ष सुरक्षा दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजधानी वाटिका पहुंचे.
सीएम ने पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांधा
सीएम नीतीश ने राजधानी वाटिका में पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांधा. इस मौके पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी मौजूद रहे. सीएम नीतीश कुमार ने राजधानी वाटिका में पौधे भी लगाए. इस दौरान उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी कई पौधे लगाए और पेड़ में रक्षा सूत्र बांधा.
राजधानी वाटिका में बरकरार रखी परंपरा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रक्षाबंधन के दिन पेड़ों पर ही रक्षा सूत्र बांधते हैं. इस बार भी राजधानी वाटिका में उन्होंने ये परंपरा बनाए रखी. इस मौके पर राजधानी वाटिका में बड़ी संख्या में वन विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे.

बिहार के सभी कोर्ट 10 अगस्त तक बंद, कोरोना संकट को लेकर बड़ा फैसला GS NEWS


कोरोना संक्रमण को देखते हुए हाईकोर्ट प्रशासन ने एक सप्ताह के लिए न्यायिक कार्य को बंद रखने का निर्देश दिया है। हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल नवनीत कुमार पांडेय की ओर से सूबे के सभी जिला और सेशन जज को इस संबंध में पत्र भेजा गया है।
 
पत्र के अनुसार पटना सहित सूबे के सभी जिले के सेशन व अनुमंडलीय कोर्ट को 10 अगस्त तक के लिए बंद कर दिया गया है। कोर्ट में केवल रिलीज और रिमांड करने का जरूरी कार्य न्यायिक दंडाधिकारी अपने आवास से करेंगे। कोरोना संक्रमण के फैलाव को देखते हुए  13 जुलाई से वर्चुअल कोर्ट में जमानत अर्जी की हो रही सुनवाई को भी बंद कर दिया गया है।
 जेल में बंद किसी भी आरोपित की जमानत अर्जी पर भी सुनवाई बंद है। पटना सिविल कोर्ट में दो कर्मचारियों, तीन सुरक्षाकर्मी गार्ड और एक अधिवक्ता जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।

आपदा विभाग ने जारी किए आंकड़े- बिहार में बाढ़ से लगभग 53 लाख की आबादी प्रभावित GS NEWS

आपदा विभाग ने बाढ़ संबंधित आंकड़ा जारी किया है. विभाग के मुताबिक राज्य के कुल 14 जिलों में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हुई है. सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, खगड़िया, समस्तीपुर, सिवान, मधुबनी और सारण के 113 प्रखंड प्रभावित हैं, इनमें 1059 पंचायत शामिल है.
चलाए जा रहे 19 राहत शिविर
इन जिलों में 53 लाख 67 हजार 182 लोग प्रभावित है. हालांकि 40 लाख 32 हजार 69 की आबादी फिलहाल बाढ़ से बची है. कुल 19 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. राहत शिविरों में 26 हजार 732 लोग रह रहें हैं. वहीं बिहार सरकार के सहयोग से आपदा विभाग कुल 14 जिलों में 1385 कम्युनिटी किचन चला रहा है.
पिछले 24 घंटे में 13 लोगों की मौत
इन कम्युनिटी किचन में इसमें 92 लाख 9 हजार 465 लोग रोजाना भोजन कर रहे हैं. आपदा विभाग के आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में 13 लोगों की मौत हुई है. इसमें दरभंगा में 7, पश्चिम चंपारण में 4 और मुजफ्फरपुर में 2 लोगों की मौत हो गई है. 18 जानवर भी मारे गए हैं.
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ तैनात
बाढ़ के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश जारी किया गया है. मंत्री लक्ष्मेश्वर राय के मुताबिक विभाग बाढ़ को लेकर सचेत है. बिहार के प्रभावित 14 जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम की तैनात की गई है.
आपदा मुख्यालय में टीम रिजर्व
बकौल मंत्री कुल 31 टीमें तैनात है और आपदा मुख्यालय में कुछ टीमों को रिजर्व रखा गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद अपने आवास से बाढ़ की मॉनिटरिंग कर अधिकारियों को निर्देश जारी कर रहे हैं.

राहत शिविरों में रखा जा रहा सोशल डिस्टेंस
आपदा विभाग के अनुसार कोविड-19 के मद्देनजर सोशल डिस्टेंस के तहत राहत शिविरों में लोगों को रखा जा रहा है. महिलाओं बच्चों और बुजुर्गों की अलग व्यवस्था की गई है. राज्य सरकार ने सभी राहत शिविरों में मास्क और सैनीटाइजर की व्यवस्था की है.
बाढ़ को लेकर सचेत
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ऊंचे स्थलों का निरीक्षण कर उन्हें चिन्हित कर लिया गया है. जरूरत के हिसाब से लोगों को राहत शिविर तक पहुंचाया जा रहा है. आपदा प्रबंधन विभाग की हर तरह से बाढ़ को लेकर सचेत है.

बिहार विधानसभा में उठा सुशांत सुसाइड केस, तेजस्वी ने की सीबीआई जांच की मांग GS NEWS

बिहार विधानसभा में सुशांत सिंह राजपूत की मौत का मामला उठाया गया है. सुशांत के चचेरे भाई नीरज सिंह ने मामले को उठाया और सीबीआई जांच की मांग की है. इस बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी सुशांत केस की सीबीआई जांच कराने की मांग की है.
इसी के साथ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राजगीर में बन रहे फिल्म सिटी का नाम सुशांत सिंह के नाम पर करने कि भी मांग की. उन्होंने कहा कि इसकी घोषणा मुख्यमंत्री आज ही कर दें. वहीं कांग्रेस के अवधेश सिंह ने भी सुशांत सिंह मामले में सर्वदलीय बैठक कर सर्व सम्मति प्रस्ताव पास कर सीबीआई जांच कराने की मांग की.
पुलिस संघीय ढांचे के खिलाफ काम 
इससे पहले, बिहार सरकार के मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार निष्पक्ष जांच नहीं होने देना चाहती और दोषियों को बचाने की साजिश चल रही है. मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा है कि महाराष्ट्र की सरकार और वहां की पुलिस संघीय ढांचे के खिलाफ काम कर रही है. हमारे राज्य में भी दूसरे राज्यों से पुलिस जांच के लिए आती है तो हम सहयोग करते हैं.
जो हो रहा है गलत हो रहा है: CM नीतीश
वहीं, पटना में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'मुंबई गए आईपीएस अधिकारी के साथ जो हुआ वह सही नहीं हुआ. वो अपनी ड्यूटी कर रहे हैं. हमारे पुलिस महानिदेशक इस मामले में महाराष्ट्र के अधिकारियों से बात करेंगे.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात करने के संबंध में पूछे जाने पर नीतीश कुमार ने कहा कि यह राजनीतिक बात नहीं है. यहां के अधिकारी की कानूनी जिम्मेदारी है, वे जिम्मेदारी निभा रहे थे और इस क्रम में उनके साथ यह व्यवहार नहीं होना चाहिए था.
एक दिन का बिहार विधानसभा का सत्र 
आज बिहार विधान मंडल के दोनो सदनों का एक दिन का विशेष सत्र बुलाया गया है. ये पहली बार है कि ये सत्र बिहार विधानसभा के पुराने भवन बुलाने के बजाए ज्ञान भवन में आयोजित किया गया है.

रविवार, 2 अगस्त 2020

सुशांत सिंह आत्महत्या मामले:- मुंबई में पटना SP को जबरन किया क्वारंटाइन तो एक्शन में आए नीतीश, बोले- जो हुआ वह ठीक नहीं, अब DGP करेंगे बात GS NEWS


सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में प्रत्येक दिन नए खुलासे सामने आ रहे हैं बॉलीवुड के दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में जांच करने के लिए मुंबई गए पटना एसपी विनय तिवारी के क्वारंटाइन किए जाने के केस में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया सामने आई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा है कि जो हुआ, वह ठीक नहीं है।
 उन्होंने कहा, 'यह राजनीतिक नहीं है, बिहार पुलिस अपना कर्तव्य निभा रही है। हमारे डीजीपी वहां के अधिकारियों से बात करेंगे।' वहीं, बीएमसी ने इस मामले पर जवाब दिया है कि पटना के पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी को मुंबई एयरपोर्ट पर घरेलू आगमन के वर्तमान कोरोना दिशा-निर्देशों के अनुसार क्वारंटाइन किया गया है।
इससे पहले रविवार रात को पूरे मामले की जांच करने मुंबई पहुंचे पटना के सिटी एसपी विनय तिवारी को 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन कर दिया गया था। मुंबई एयरपोर्ट से बाहर आने के बाद सिटी एसपी ने मामले की जांच कर रहे चारों पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। 6 दिनों में टीम द्वारा की गई जांच और जमा किए गए सबूत की जानकारी ली थी। विनय तिवारी टीम के साथ एक संदिग्ध से पूछताछ कर रहे थे इसी दौरान रविवार देर रात करीब 11:00 बजे के आसपास बीएमसी के अफसरों ने उन्हें क्वारंटाइन कर दिया।
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने रविवार देर रात ट्वीट कर बताया था कि आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी बिहार पुलिस टीम का नेतृत्व करने के लिए आधिकारिक ड्यूटी पर आज पटना से मुंबई पहुंचे लेकिन बीएमसी अधिकारियों ने जबरन उन्हें क्वारंटाइन कर दिया। अनुरोध के बावजूद उन्हें आईपीएस मेस में आवास प्रदान नहीं किया गया था जिसके बाद वह गोरेगांव (मुंबई) के एक गेस्ट हाउस में ठहरे हुए थे।
बता दें कि सुशांत की मौत के मामले की जांच को मुंबई गई बिहार पुलिस की टीम को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आरोप हैं कि मुंबई पुलिस बिहार पुलिस टीम को सहयोग नहीं दे रही है। इसी वजह से पटना सिटी एसपी विनय तिवारी को मुंबई भेजा गया था।
पटना पुलिस को मिले कई अहम सुराग
वहीं, जांच के दौरान पटना पुलिस को अब तक कई अहम सुराग मिले हैं। दर्ज कि, लोगों के बयान से एसआईटी को यह पता चला है कि 9 से 13 जून के बीच सुशांत सिंह के मोबाइल में 14 सिम बदले गए थे। सुशांत के घर में हुई पार्टी के बाद 14 जून को सुशांत ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी। ऐसे में एसआईटी उन कड़ियों को ढूंढ़ने में जुटी है, जिन हकीकतों पर शुरू से मुंबई पुलिस पर्दा डाल रही है।

अभी अभी बिहार में मिले कोरोना के 2762 नए मरीज ,राज्य में आंकड़ा पहुंचा 57270 GS NEWS


बिहार ने वैश्विक महामारी कोरोना का प्रकोप दिन-व-दिन बढ़ता जा रहा है प्रत्येक दिन सैकड़ों की तादात में मरीज की संख्या सामने आ रही है देखते ही देखते पूरा बिहार इसकी चपेट में आ चुका है
 स्वास्थ्य विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक 2762 नए मरीज की पुष्टि हुई है स्वास्थ्य  विभाग ने जो ताजा अपडेट जारी किया है उसके मुताबिक 2762 मरीजों की पुष्टि हुई है। इन नए मरीजों के मिलने के बाद राज्य में संक्रमण का आंकड़ा बढ़कर 57270 हो गया है।
 2 अगस्त को अब तक 2762 नए मामले सामने आए हैं। 

BREAKING केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह निकले कोरोना पॉजिटिव, संपर्क में आए लोगों से जांच कराने का आग्रह GS NEWS

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्होंने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। 


साथ ही संपर्क में आए लोगों से भी कोरोना जांच कराने की सलाह दी है। ट्विटर पर लोग उनके शीघ्र कोरोना वायरस के संक्रमण से उबरने की कामना करने लगे हैं।


उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'कोरोना के शुरूआती लक्षण दिखने पर मैंने टेस्ट करवाया और रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मेरी तबीयत ठीक है परन्तु डॉक्टर्स की सलाह पर अस्पताल में भर्ती हो रहा हूं। मेरा अनुरोध है कि आप में से जो भी लोग गत कुछ दिनों में मेरे संपर्क में आयें हैं, कृपया स्वयं को आइसोलेट कर अपनी जांच करवाएं


भागलपुर JLNMCH में कोरोना पेशेंट की डेड बॉडी उठाने के नाम पर हो रहा वसूली का खेल GS NEWS

शर्मनाक! हार के भागलपुर में जेएलएनएमसीएच के चंद कर्मचारी कोरोना से हो रही मौतों के बाद संक्रमण के खौफ को भुनाकर अपने लिए अवसर में तब्दील कर रहे हैं। मृतकों के परिजनों से लाश ढुलाई के नाम पर रुपये वसूले जाने का खेल जेएलएनएमसीएच में जारी है। परिजन खुलेआम आरोप लगा रहे हैं कि उन लोगों को पीपीई किट देते नहीं हैं और बिना रुपये लिए ट्रॉलीमैन लाश को ट्रॉली से रखने, ढोने व उतारकर शव वाहन में रखने से इंकार कर देते हैं। 
आदमपुर क्षेत्र के रहने वाले कोरोना संक्रमित बुजुर्ग की 29 जुलाई की सुबह 10 बजे जेएलएनएमसीएच में मौत हो गयी थी। मृतक केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्यमंत्री के करीबी थे। बावजूद जब उनकी मौत हुई तो अस्पताल में लाश ढोने वाले कर्मचारियों ने ढुलाई के नाम पर हजार रुपये मांगे थे। परिजनों के मुताबिक, उनलोगों ने ट्रॉलीमैन को तो रुपये नहीं दिये, लेकिन बरारी घाट पर दो हजार रुपये देना पड़ गया।
आम से खास तक हैं वसूली के शिकार
यूको बैंक के सीनियर मैनेजर की कुछ दिन पहले जेएलएनएमसीएच में मौत हुई थी। उस वक्त परिजनों ने आरोप लगाया था कि उनसे जेएलएनएमसीएच के कर्मचारियों ने पांच हजार रुपये और लाश जलाने वाले डोम ने डेढ़ लाख रुपये की मांग की थी। नहीं देने पर लाश को लौटा दिया गया था। अगले दिन प्रशासन की पहल पर करीब 50 हजार रुपये में डील हुई, तब जाकर लाश का अंतिम संस्कार हुआ। इसी तरह 31 जुलाई यानी शुक्रवार की शाम को कोरोना से मृत 60 वर्षीय पिता की लाश की लेने आये कहलगांव कस्बा निवासी 22 वर्षीय युवक से ट्रॉलीमैन से दो हजार रुपये मांगे थे। नहीं देने पर लाश को शव वाहन के पास छोड़कर चले गये थे। फिर युवक को अपनी पिता की लाश को एंबुलेंस में रखनी पड़ी थी। 
शिकायत करें तो कहां, जब जिम्मेदार का पता नहीं
परिजनों का कहना है कि ऐसा नहीं है कि वे लोग शिकायत करना नहीं जानते हैं, लेकिन साहबों का पता नहीं रहता है। कहलगांव के युवक ने बताया कि वह इमरजेंसी के कंट्रोल रूम में गया तो वहां पर हेल्थ मैनेजर नहीं था। वह अधीक्षक कार्यालय गया तो वहां उन्हें गार्ड ने बताया कि साहब नहीं हैं। 
अगर कोरोना मरीज या फिर मृतक के परिजनों से कोई कर्मचारी, नर्स या डॉक्टर रुपये की मांग करता है तो मेरे कार्यालय व कंट्रोल रूम में आकर लिखित शिकायत करें। अगर कार्यालय बंद होने या कंट्रोल रूम में कोई नहीं है तो इस नंबर पर 06412101001 शिकायत करें। न केवल समस्याओं का निस्तारण होगा, बल्कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।  -डॉ. कुमार गौरव, प्रभारी अधीक्षक, जेएलएनएमसीएच, भागलपुर

‘संजीवनी’ एप से कोरोना जांच व इलाज की मिलेगी जानकारी, ऐसे करें डाउनलोड GS NEWS


कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 'संजीवन' नामक ऐप लॉन्च किया है. इस ऐप को डाउनलोड करने के बाद कोरोना से जुड़ी कई जानकारियां लोगों को घर बैठे मिल जाएगी. स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस ऐप के निर्माण और उसमें मौजूद सुविधाओं की जांच के बाद इसे सार्वजनिक किया गया है.
मोबाइल पर मिलेगी सभी जानकारियां
संजीवन ऐप को डाउनलोड करने के बाद यह मोबाइल इस्तेमाल कर रहे व्यक्ति के आसपास स्थित सभी सुविधाओं की जानकारी देगा. इसके जरिए कोरोना की जांच व इलाज से जुड़ी तमाम तरह की जानकारियां आसानी से मोबाइल पर मिलेगी.
गूगल प्ले स्टोर से किया जा सकता है डाउनलोड 
स्वास्थ्य विभाग ने संजीवन ऐप का निर्माण गैर सरकारी संस्थान केयर इंडिया के सहयोग से किया है. इसे स्वास्थ विभाग और बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है. 3 दिनों के बाद इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से भी डाउनलोड किया जा सकेगा.
घर बैठे होगी मुश्किल आसान
स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को इसे बिना किसी समारोह के ही लांच किया. ऐप को डाउनलोड करने के बाद मोबाइल धारक के घर से जांच केंद्रों, अस्पतालों और कोविड-19 सेंटर की दूरी कितनी है इसकी भी जानकारी मिलेगी. इसके अलावा किस कोविड-19 अस्पताल या सेंटर में कुल कितने बेड है? और कितने बेड खाली हैं? यह भी जानकारी उपलब्ध होगी.

की जा सकेगी स्वास्थ्य की निगरानी 
संजीवन ऐप में एक फॉर्मेट उपलब्ध कराया गया है जिसके माध्यम से कोरोना मरीज अगर होम आइसोलेशन में हैं तो वह अपनी जानकारी दे सकते हैं. इससे डॉक्टरों के माध्यम से उनके स्वास्थ्य की निगरानी की जा सकेगी. ऐप में सभी जिलों के जिला कंट्रोल रूम का भी नंबर दिया गया है. जिससे इमरजेंसी सहायता, एंबुलेंस की सुविधा भी आसानी से मरीज को मिल सकती है. साथ ही कोरोना से जुड़े सामान्य प्रश्नों के उत्तर भी उपलब्ध कराए जाएंगे.