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शनिवार, 2 मई 2020

नवगछिया के ख़रीक के NH 31 पर दो ट्रकों के टक्कर में चालक खलासी और एक दंपती समेत चार लोगों की मौत, 7 लोग हुए घायल, सभी थे एक ट्रक पर सवार GS NEWS

नवगछिया - खरीक के राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर बाबा ट्रांसपोर्ट के समीप दो ट्रकों के बीच हुए भीषण टक्कर में रांची के एक दंपत्ति और नालंदा जिले के चालक, खलासी समेत कुल चार लोगों की मौत हो गई है जबकि सात लोग घायल बताये जा रहे हैं. घटना शुक्रवार देर रात की है. सभी एक ही ट्रक पर सवार थे. घटना के बाद मौके पर पहुंची खरीक पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद ट्रक में फंसे चारों शवों को बाहर निकाला और आवश्यक छानबीन करने के बाद सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया. मृतकों के पास मिले मोबाइल और दस्तावेजों के आधार पर चारों की पहचान की गई. मरने वाले चारों लोगों में नालंदा जिले के हिलसा थाना क्षेत्र के गुलमी गांव निवासी श्रीकांत प्रसाद के पुत्र चालक गुंजन कुमार, बालचंद प्रसाद के पुत्र सुनील प्रसाद और झारखंड के रांची रेलवे लाइन पुनदाग रातू निवासी जलेश्वर पांडेय के पुत्र गोपाल पांडेय और उनकी पत्नी उषा पांडेय है. जबकि घायलों में छपरा जिले के तरैया थाना क्षेत्र के गंडार निवासी बाबूनंद कुमार 26 वर्ष, पिता बालेश्वर राय, शंकर यादव 34 वर्ष पिता नंदकिशोर यादव, छपरा के इस्वापुर के केरवां निवासी अर्जुन राय 26 वर्ष रामाशीष राय, अमित कुमार सिंह 19 वर्ष पिता बिरगेश्वर सिंह हैं. जख्मी लोगों ने बताया कि हमलोग कटिहार से छपरा के लिए पैदल निकले थे. नवगछिया के तेतरी जीरोमाइल के समीप हमलोग ट्रक पर सवार हुए. खरीक के सामने आमने-सामने टक्कर होने से हम लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए. जख्मियों के पैर हाथ में गंभीर जख्म है. घटना में दो अन्य घायल भी बताए जा रहे हैं. दोनों पूर्णियां की ओर जा रही ट्रक के चालक और खलासी हैं. जानकारी मिली है कि दोनों घटना के दोनों ट्रक से कूदकर भाग गए थे. दोनों का कहीं पर गुप चुप तरीके से इलाज चल रहा है. इधर नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में सुबह 10:00 बजे तक सभी मृतकों का पोस्टमार्टम कर खरीक पुलिस को सुपुर्द किया जा चुका था. पुलिस चारो शवों को खरीक पीएचसी ला कर रखा. देर शाम समाचार लिखे जाने तक किसी भी मृतक के परिजन खरीक नहीं पहुंचे थे.  घटना की बाबत खरीक थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है जबकि दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को पुलिस ने जब्त कर लिया है. जानकारी के अनुसार हादसे में मारे गये गोपाल पांडेय और उनकी पत्नी उषा पांडेय लॉक डाउन से पहले ही कटिहार में एक संबंधी के यहां श्राद्ध कर्म में सम्मलित होने आये थे. लॉक डाउन की घोषणा हो जाने के बाद दोनों अपने संबंधी के यहां ही फंस गए. दोनों को उम्मीद थी कि तीन मई को लॉक डाउन समाप्त होने के बाद वे यहां से चले जायेंगे. लेकिन शुक्रवार को लॉक डाउन की अवधि बढ़ जाने के बाद दोनों ने गया जाने का निर्णय लिया. गया के पास ही बिहार झारखंड के सीमांत क्षेत्र में झारखंड के चतरा जिला के हंटरगंज में उषा देवी का मायके है. दोनों ने साइकिल से वहां जाने का निर्णय लिया और साइकिल से ही गया के लिये के लिए रवाना हुए थे. नवगछिया जीरो माइल के पास ही दोनों ने पटना जा रहे ट्रक पर लिफ्ट लिया और साइकिल को भी ट्रक पर ही लोड कर लिया गया था. प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि शुक्रवार को देर रात अचानक एक जोरदार आवाज हुई और लोगों के चीखने पुकारने की आवाज सुनाई दी. जब वे लोग घटनास्थल पर पहुंचे तो देखा कि 2 लोग भाग रहे हैं और एक ट्रक पर कोई नहीं था  और दूसरे ट्रक पर चार लोग फंसे हुए हैं और ट्रक के डाला पर बैठे पांच लोग भी अंदर ही चीख पुकार कर रहे थे. ट्रक के डाला पर बैठे लोगों को स्थानीय लोगों ने निकाल कर इलाज के लिये खरीक पीएचसी भेजा जबकि ट्रक के चालक समेत चार लोगों का शव ट्रक में ही फंस गया था. स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने जब चेक किया तो पता चला कि चारो की मृत्यु हो चुकी है. पुलिस द्वारा मशक्कत के बाद सभी शवों को ट्रक से बाहर निकाला. सभी मृतक पटना की ओर जा रही ट्रक नंबर बीआर 01 जीबी 5427 पर सवार थे तो बीआर 06 जीआर 9145 पूर्णियां की ओर जा रही थी. दोनों ट्रकों पर कुछ भी लोड नहीं था. स्थानीय लोग अनुमान लगा रहे हैं कि उक्त हादसा चालकों द्वारा झपकी लेने के क्रम में हुआ होगा. पुलिस दोनों ट्रकों के मालिकों का पता लगाने और घटना की छानबीन में जुट गयी है.

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