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गुरुवार, 4 जून 2020

नवगछिया : दारोगा आशीष हत्याकांड के मुख्य आरोपी 50 हज़ार का ईनामी कुख्यात दिनेश मुनी को एसटीएफ ने उतारा मौत के घाट, पढिये पूरी ख़बर GS NEWS

नवगछिया पुलिस जिले के भवानीपुर नारायणपुर ओपी क्षेत्र के गंगा दियारा में बुधवार  देर रात करीब दो बजे पुलिस और अपराधियों के बीच हुई मुठभेड़ में दारोगा आशीष सिंह हत्याकांड के मुख्या आरोपी कुख्यात दिनेश मुनी मारा गया है. पुलिस की तरफ से जिला पुलिस के जवानों और एसटीएफ के जवानों ने मोरचा संभाला था. दूसरी तरफ दिनेश मुनी अपने साथियों के साथ पुलिस के विरूद्ध मोरचा लिये हुए था. कहा जा रहा है कि अपराधियों और पुलिस के बीच एक घंटे तक गोली बारी होती रही. इस बीच दिनेश के सहयोगी अपराधकर्मी भाग गये. कुछ वक्त इंतजार के बाद जब पुलिस और एसटीएफ के जवानों ने दियारा की तलाशी ली तो दिनेश मुनी मृत अवस्था में पाया गया. पुलिस ने मौके से दो रेगुलर कारबाइन, एक रेगुलर बंदूक और 20 चक्र जिंदा
कारतूस के अलावा तारी से भरा डब्बा, प्लास्टिक डिस्पोजेबल ग्लास, गुटखा के पैकेट, बिछावन व अन्य कई आपत्तिजनक सामग्रियों को घटना स्थल से बरामद किया है. घटना की सूचना मिलते ही नवगछिया एसडीपीओ प्रवेंद्र भारती, गोगरी एसडीपीओ पीके झा, खगड़िया थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार, बिहपुर सर्किल
इंस्पेक्टर एनएस चौहान,भवानीपुर ओपीध्यक्ष नीरज कुमार, बिहपुर थानाध्यक्रं जीत मंडल पहुंचे और मामले की छानबीन की.
दूसरी तरफ भागलपुर से आई
एफएसएल की टीम ने घटनास्थल  पर पहुंचकर साक्ष्यों को एकत्रित किया है. दोपहर बाद दिनेश मुनी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर के जेएलएनएमसीएच मायागंज भेज दिया गया था. पुलिस इनकाउंटर में दिनेश मुनी के मारे जाने की घटना को पुलिस एक उपलब्धि के रूप में देख रही है.


नवगछिया एसपी ने कहा

नवगछिया की एसपी निधी रानी ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि खगड़िया जिले के तत्कालीन थानाध्यक्ष अवर निरीक्षक आशीष सिंह हत्याकांड के बाद से ही
पुलिस दिनेश मुनी की तलाश कर रही थी. लेकिन हर बार वह बच निकलता था.दिनेश मुनी का मारा जाना पुलिस के लिए एक उपब्धि है. उसके अन्य साथियों
की गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस छापेमारी कर रही है. जल्द ही सबों को पुलिस गिरफ्तार कर लेगी.
और इस तरह एपटीएफ पर ही दिनेश ने कर दिया हमला

पसराहा थाना के चर्चित दोरोगा आशीष हत्याकांड के इनामी अपराधी दिनेश मुनी
दारोगा हत्याकांड के बाद फरार था. उस पर पुलिस ने पचास हजार का इनाम भी
घोषित किया था. पुलिस को जानकारी मिल रही थी कि लॉकडाउन में इसने दियारा
को अपना नया ठिकाना बना लिया था. इसलिए करीब सात दिनों से पुलिस सादे
लिबास में दियारा इलाके में दिनेश के बारे में जानकारी एकत्र कर रही थी.
जिस दौरान पुलिस को खुफिया जानकारी मिली कि दिनेश मुनी अपने दो साथी के
साथ गंगा दियारा के मकई खेत में तारी पार्टी करेगा. जब एसटीएफ और जिला
पुलिस की टीम दिनेश मुनी के ठिकाने पर पहुंची तो दिनेश मुनी और उसके
साथियों ने फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद एसटीएफ की टीम और जिला पुलिस बल
ने भी जवाबी फायरिग की. जानकारी मिल रही है कि इस क्रम में पुलिस
कर्मियों द्वारा बार बार अपराधियों को सरेंडर करने के लिए कोसन दिये जा
रहे थे लेकिन दिनेश मुनी और उसके साथ पुलिस के विरूद्ध डटे हुए थे.
जानकारी मिली है कि मुठभेड़ करीब एक घंटे तक चला. इस बीच दिनेश के गिरोह
के अन्य सदस्य अंधेरे का फायदा उठा कर भाग निकला लेकिन दिनेश फायरिंग
करता रहा. दिनेश को तीन गोली लगी है. जब दिनेश की ओर से फायरिंग बंद हो
गयी तो रात के अंधेरे में ही पुलिस ने दिनेश के ठिकाने की तलाशी तो दिनेश
वहीं पर ढ़ेर हो गया था. मालूम हो कि 12 अक्तूबर 2018 को पसराहा पुलिस को
सूचना मिली थी कि कई मामलों में में फरार चल रहा दिनेश मुनी दुधैला गांव
के अशोक यादव के बासा पर अपराध की योजना बना रहा है. पसराहा पुलिस तत्काल
दिनेश मुनी की खोज में रवाना हो गयी. उस वक्त पुलिस बल का नेतृत्व
थानाध्यक्ष आशीष सिंह कर रहे थे. अशोक यादव के घर के पास पहुंचते ही
दिनेश मुनी ने फायरिंग शुरू कर दी. जिसका पुलिस ने भी जवाब दिया. इस
इनकाउंटर में एक अपराधी श्रवण यादव को पुलिस ने मार गिराया था तो दूसरी
तरफ पसराहा के थानाध्यक्ष दारोगा आशीष कुमार शहीद हो गये थे और सिपाही
दुर्गेश को भी अपराधियों की गोली लगी थी.

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