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शुक्रवार, 5 जून 2020

नवगछिया में अपराधियों का अड्डा बन गया है। इस कारण यहां अपराधियों और पुलिस में अक्‍सर मुठभेड़ होते रहता है। मुठभेड़ में अक्सर अपराधी मारे जा रहे हैं GS NEWS

अंजनी कुमार कश्यप की रिपोर्ट 

नवगछिया में अपराधियों का अड्डा बन गया है। इस कारण यहां अपराधियों और पुलिस में अक्‍सर मुठभेड़ होते रहता है। मुठभेड़ में अक्‍सर अपराधी मारे जा रहे हैं।

 पुलिस जिला नवगछिया में पिछले तीन दशक में पुलिस से मुठभेड़ में 18 कुख्यात अपराधी मारे गए हैं। बुधवार की रात भवानीपुर ओपी क्षेत्र के नारायणपुर गंगा दियारा में एसटीएफ ने खगड़िया के कुख्यात दिनेश मुनि को मार गिराया। दिनेश खगड़िया के पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह की हत्या का मुख्य आरोपित था।
 इससे पहले 14 दिसंबर की रात रंगरा इलाके में पुलिस ने कटिहार जिले के दो अपराधियों राहुल कुमार और संदीप महतो को एनएच-31 किनारे मार गिराया था। 
कटिहार नगर थाना क्षेत्र स्थित पीके ज्वेलर्स में डकैती कर छह अपराधी भाग रहे थे। मुठभेड़ में तीन अपराधी घायल हुए थे। 2005 में बिहपुर थाना क्षेत्र के मड़वा गांव में पुलिस ने मुठभेड़ में बोढ़न राय गिरोह के सात अपराधियों को एक साथ ढेर कर दिया था।

 पोखर किनारे हुई मुठभेड़ में कुख्यात बोढ़न राय, मान सिंह, जवाहर सिंह, गुड्डु चौधरी, श्रवण कुमार, बोढ़न का पुत्र और सहरसा जिले के बिहरा गांव का एक अपराधी शामिल था। 22 दिसबंर 1999 में बिहपुर थाना क्षेत्र के हरियो गांव के कुख्यात ततुली सिंह को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था।

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