स्टेट बार काउंसिल के को-चेयरमेन व भागलपुर व्यवहार न्यायालय के वरीय अधिवक्ता कामेश्वर पांडे (80 वर्ष) और उनके घर की नौकरानी रेणु देवी की गुरुवार रात बदमाशों ने हत्या कर दी। दोनों के सिर पर लोहे के रॉड से हमला किया गया है। हत्यारों ने लाखों रुपये नकद व सामान भी लूट लिए। अधिवक्ता की कार भी गायब है। पुलिस ने किराएदार गोपाल भारती व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें बाहर भेजी हैं।
शुक्रवार सुबह करीब दस बजे अधिवक्ता के चालक पंकज कुमार तिलकामांझी के नवाबबाग कालोनी स्थित आवास पहुंचे। पोर्टिको में कार नहीं देख फ्लैट के ऊपर गए। कमरे में विस्तर पर अधिवक्ता का शव देख वह दाई रेणु देवी को खोजने लगे लेकिन वह भी घर में नहीं मिली। कमरे में दत्तक पुत्र ईशू पांडे विस्तर पर पड़ा था। चालक ने मकान में रहने वाले किरायेदारों और कालोनी के लोगों को घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही डीआईजी, एसएसपी आशीष भारती, सिटी एसपी एसके सरोज और सिटी डीएसपी राजवंश सिंह समेत कई थानों की पुलिस अधिवक्ता के घर पहुंचकर घटना की गुत्थी सुलझाने में जुट गई।
किरायेदार गोपाल भारती से था विवाद
पुलिस को अधिवक्ता के परिजनों ने भीखनपुर मोहल्ले के किरायेदार गोपाल भारती से विवाद होने की जानकारी दी। तलाशी के दौरान पुलिस को घर के बाहर जेनरेटर के पास रखे ड्रम में दाई का शव मिला। खोजी कुत्ते और एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया गया। खोजी कुत्ते घर के आसपास घूमने के बाद गोपाल भारती के फ्लैट के दरवाजे पर बैठ गया। डीआईजी ने किरायेदार के दरवाजे का ताला तोड़ने का निर्देश दिया। दरवाजा खुलते ही अंदर फर्श पर कई जगह खून के धब्बे मिले। बाथरूम और बेसिन में भी खून के छींटे थे। पुलिस का कहना है कि गोपाल भारती और भाड़े के बदमाशों ने ही अधिवक्ता की हत्या की है। एसएसपी ने गोपाल भारती की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन किया है। शाम चार बजे दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया।