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गुरुवार, 5 मार्च 2020

भगवान श्री राम कई रूपों में प्रकट होकर किया अहंकारियों का नाश : स्वामी आगमानंद - दशरथ के घर.आनंद भयो' जय श्रीराम की से वातावरण हूआ भक्तिमय G.S.News




नवगछिया प्रतिनिधि : नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत गरैया ढोलबज्जा गांव में श्रीशिवशक्तियोगपीठ नवगछिया के पीठाधीश्वर परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज के निर्देशन एवं संरक्षण चल रहें पाँच दिवसीय श्रीश्री 108 विष्णु महायज्ञ सह श्रीराम कथा के तीसरे दिन श्रोताओ की आपार भीड़ उमड़ पड़ी है. कथा व्यास परमहंस स्वामी आगमानंद महाराज के संगीतमय अमृतवाणी से भक्तगण भावविभोर हो रहे है. कथा के तीसरे दिन स्वामी जी ने भगवान श्री राम के जन्मोत्सव विस्तार पूर्वक से चर्चा करते हूए उन्होने कहा कि संसार स्वप्न की तरह है. जिनको मोह है वह जग कर भी सोये हूए है. श्रीराम कथा तन-मन को पवित्र कर उज्जवल करने के साथ-साथ जीवन शैली और आत्मा को नया रूप देती. भगवान श्री राम कई रूपों में प्रकट होकर अहंकारियों का नाश किया. श्री राम कथा के आलोक में शिव शक्ति ओर शिव जी की महिमा अनुपम है. सबको राम प्रेम प्राप्त करने के लिए शिव तत्व को समझना चाहिए. प्रभु श्री राम का चरित्र हम सबको अपने माता पिता की सेवा करना उनकी आज्ञा का पालन करना सिखाता है. श्रीराम की कथा भगवान  शंकर ने माता पार्वतीजी को सुनाई थी. उस कथा को एक कौवे ने भी सुन लिया. उसी कौवे का पुनर्जन्म कागभुशुण्डि के रूप में हुआ. कागभुशुण्डि को पूर्व जन्म में भगवान शंकर के मुख से सुनी वह रामकथा पूरी की पूरी याद थी. उन्होंने यह कथा अपने शिष्यों को सुनाई. इस प्रकार रामकथा का प्रचार-प्रसार हुआ. भगवान शंकर के मुख से निकली श्रीराम की यह पवित्र कथा अध्यात्म रामायण के नाम से विख्यात है. इसके अलावा एक कथा और प्रचलित है. कहते हैं कि सर्वप्रथम रामकथा हनुमानजी ने लिखी थी और वह भी शिला पर यह रामकथा वाल्मीकिजी की रामायण से भी पहले लिखी गई थी और 'हनुमन्नाटक' के नाम से प्रसिद्ध हुआ. कथा के दौरान झांकी चित्रण लोगो का मन मोह लिया.

-  यज्ञ मंडप एवं प्रतिमा आकर्षक का केन्द्र 

महायज्ञ स्थल पर मंडप एवं भगवान की प्रतिमा आकर्षक का केन्द्र बना हूआ है. तीन मंजिला  मंडप को रंग बिरंगे फूलो से सजाया गया है. साथ ही रोशनी की खास व्यवस्था अपनाई गई है. शाम को यज्ञ मंडप की अनुपम छटा दूर से दिखती है. वही यज्ञ मंडप की परिक्रमा करने के लिए लोगो की भीड़ दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. यज्ञ मंडप का तोरण द्वार लोगो को अपने ओर आकर्षित कर रहा है. बांस की कमाची द्वार निर्मित कलाकृति  पंच रंगो से सुजज्जित मंडप ओर तोरण द्वारा कई मायने में चर्चा का बिषय बना हूआ है. गुरूवार को दर्जनो महिला एवं पुरूष ने स्वामी से दीक्षा प्राप्त किया.

- भजन पर झूमे श्रद्धालु

स्वामी जी द्वारा रचित अंगिका में .."भैया जग में आयकैय राम नाम तोहै जपिहौ हो जीवन सफल बनिहौ हो.." भजन पर श्रोता झूमने पर मजबूर हो गये. वहीं नामचीन संगीत कलाकर माधवान्द ठाकुर एवं बलबीर सिंह बघ्घा की टीम ने एक से बढ़कर एक भक्ति संगीत प्रस्तुत कर लोगो के बीच समां बांधे रहा. यज्ञ  कमिटी के अध्यक्ष योगेंद्र भगत, संरक्षक राजकुमार उर्फ मुन्ना मंडल, सचिव सच्चो यादव, मुख्य यजमान अशोक दास एवं मनोरंजन भगत मंच व्यवस्थापक डॉ दीपक कुमार समेत स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं स्थानीय ग्रामीण लोगो की सेवा में तत्पर्य दिखें. वहीं शिव शक्ति योग पीठ के कुन्दन सिंह, शिव शंकर ठाकुर, संजीव भगत, पंकज भारती, आशु, गौरव, सोनु,गौरव, शभम मौजूद थे.

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