मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में अवधेश नारायण सिंह को कार्यकारी सभापति बनाने पर सहमति बनी। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बाद में राजभवन को इस बाबत प्रस्ताव भी भेज दिया गया। इस प्रस्ताव पर स्वीकृति देश शाम राजभवन द्वारा दे दी गई।
पहले भी पांच सालों तक सभापति रह चुके हैं
अवधेश नारायण सिंह पहले भी लगभग पांच सालों तक विधान परिषद के सभापति रह चुके हैं।
गया स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से विधान पार्षद अवधेश नारायण सिंह 18 मार्च 1993 से वे लगातार विधान परिषद के सदस्य हैं। बिहार भाजपा के उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष रह चुके अवधेश नारायण सिंह विधान परिषद में 17 अगस्त, 2002 से 17 मार्च 2005 तक विरोधी दल के मुख्य सचेतक रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें