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बुधवार, 24 जून 2020

कोरोना संक्रमण चेन तोड़ने व रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने बनाई नई रणनीति ,देखें क्या है नई रणनीति GS NEWS

बिहार में दूसरे संक्रमित प्रदेशों और क्षेत्रों से आने वाले संदिग्ध मरीजों की कोरोना जांच होगी। राज्य सरकार के निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमितों की अधिक से अधिक पहचान और उनकी जांच को लेकर नई तैयारी की है। 
इसके तहत हर पंचायत में आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से दूसरे संक्रमित क्षेत्रों से आने वाले लोगों की जानकारी जुटाई जाएगी और इसकी सूचना स्थानीय प्राथमिक चिकित्सा केंद्र (पीएचसी) को दी जाएगी। 


अस्पताल के प्रभारी उन घरों में कोरोना जांच के लिए सैम्पल एकत्र करने के लिए मेडिकल टीम भेजेंगे। जांच सैम्पल को जिला मुख्याल स्थित जांच केंद्र में भेजा जाएगा। मेडिकल टीम संदिग्ध मरीज के आसपास के घरों में भी जांच के लिए सैम्पल एकत्र करेगी।  
बस स्टैंड, बाजार व भीड़ वाले स्थानों से रैंडम सैम्पल लेने का निर्देश 
स्वास्थ्य विभाग ने जांच का दायरा बढ़ाते हुए बस स्टैंड, बाजार, हॉट सहित अन्य भीड़ वाले स्थानों से रैंडम सैम्पल लेने के निर्देश दिये हैं। साथ ही  बुखार, खांसी या श्वास लेने में हो रही परेशानी के शिकार मरीज भी खुद से जांच कराना चाहते है उनकी जांच का निर्देश दिया गया है। 
आरएमआरआई में कोबास से जांच शुरू, जांच की क्षमता हुई 8 हजार

राज्य सरकार के निर्देश के अनुसार जांच की क्षमता भी बढ़ायी जा रही है। बुधवार से राजेन्द्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट (आरएम आरआई) पटना में कोरोना जांच को लेकर लगाई गई कोबास मशीन में जांच की प्रक्रिया शुरू हो गई। मशीन से एक दिन में एक हजार सैम्पलों की जांच होगी। साथ ही राज्य में आठ हजार सैम्पलों की रोज जांच होगी। 
मास्क लगाने को लेकर किया जाएगा जागरूक 
राज्य में सभी कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर मास्क का उपयोग करें, इसके लिए जागरूक करने व  इसके फायदे बताने का निर्देश दिया गया है। विभाग के अनुसार प्रचार के सभी माध्यमों का उपयोग इसके लिए किए जा रहे हैं। टीवी व अखबारों में विज्ञापन के साथ ही फ्लैक्स व होर्डिंग भी लगाए गए हैं।  मरीजों व उनके परिजनों को अस्पतालों में भी मास्क लगाने की जानकारी दी जाएगी।
कोरोना की जांच को लेकर आमलोग खुद से आगे आएं, ताकि संक्रमण की पहचान कर समय से ही इलाज किया जा सके। जांच को लेकर किसी भी नजदीकी अस्पताल में संपर्क किया जा सकता है। 
- मंगल पांडेय, मंत्री, स्वास्थ्य विभाग, बिहार सरकार

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