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शुक्रवार, 10 जुलाई 2020

नवगछिया में कोरोना संक्रमितों की संख्या 300 के पार GS NEWS

 कुल जांच किए लोगों में 5 फ़ीसदी लोग पाए गए हैं संक्रमित नवगछिया अनुमंडल में कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या 300 के पार हो गयी है. अनुमंडल में नवगछिया शहर के अलावा खरीक और नारायणपुर प्रखंड कोरोना हब बनता जा रहा रहा है. चिकित्सक और जानकार लोग बता रहे हैं कि अगर इतने पर भी नहीं संभले तो आये दिन स्थिति और ज्यादा विकराल होगी. मालूम हो कि कोरोना से नवगछिया में एक और खरीक में एक कुल दो व्यक्तियों की मौत भी चुकी है. नवगछिया अनुमंडल में रोजाना बड़ी संख्या में मिल रहे कोरोना मरीजों ने स्वास्थ्य विभाग को एक बार फिर से सोचने पर विवश पर कर दिया है. वर्तमान में नवगछिया में टेस्ट की संख्या बेहद कम है. विभिन्न पीएचसी और नवगछिया अनुमंडल अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार अब तक करीब पांच हजार लोगों की जांच की गयी है जिसमें लगभग 300 लोग संक्रमित पाये गए हैं. अमूमन एक सप्ताह में एक पीएचसी यानी एक प्रखंड क्षेत्र में बमुश्किल 150 से अधिक लोगों की जांच नहीं हो पा रही है. पूरे अनुमंडल से एक सप्ताह में एक हजार लोगों की जांच भी नहीं हो पा रही है. जबकि प्रत्येक प्रखंड में एक सप्ताह में कम से कम दो से ढाई हजार लोगों की जांच करने की आवश्यकता है. नवगछिया के लोगों ने कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सैम्पलिंग बढाने और संदिग्ध लोगों का डोर टू डोर जा कर जांच करने की मांग की है. पांच फीसदी से भी अधिक लोग पोजटिव
नवगछिया में अब तक कोरोना जांच के बाद संक्रमित लोगों की संख्या पर गौर करें तो पता चलता है कि जांच कराने वाले लोगों में पांच फीसदी लोग संक्रमित पाये गए हैं. यह आंकड़ा बेहद चौकाने वाला है. अगर इस आंकड़े को नवगछिया अनुमंडल की आबादी के हिसाब से देखा जाय तो वर्तमान में संक्रमित लोगों की संख्या हजारों में होगी. नवगछिया के लोगों का मानना है कि अधिकांश लोग सोसल डिटैनसिंग का पालन कर रहे हैं. अब लोग अपना रोजगार बंद कर घरों में तो बैठ नहीं सकते. इसलिये ऐसी स्थिति में अब रोगियों की पहचान के लिये जांच का दायरा बढ़ाने और समुचित इलाज की व्यवस्था करना चाहिये. नवगछिया में भी अब कोरोना केयर सेंटर स्थापना करने की भी जरूरत महसूस हो रही है
यहां हो रही है लापरवाही इन दिनों नवगछिया अस्पताल में संक्रमित पाए गए लोगों को अस्पताल ले जाने में देरी हो रही है तो दूसरी तरफ जांच रिपोर्ट आने में भी काफी विलंब हो जा रहा है. ऐसी स्थिति में जांच देने वाले संदिग्ध लोगों के संपर्क में आए लोगों का एक लंबा श्रृंखला तैयार हो जाता है. और एक के बाद एक लोग संक्रमित होते चले जाते हैं. पिछले दिनों नवगछिया अनुमंडल में ऐसे कई मामले देखे गए.
कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक नवगछिया अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक सिन्हा ने बताया कि नवगछिया में बढ़ते कोरोनावायरस संक्रमित मामलों को देखते हुए टेस्ट बढ़ाए जाने की रणनीति पर विचार किया जा रहा है. टेस्ट रिपोर्ट आने में इसलिए विलंब हो रहा है कि भागलपुर या पटना जहां भी यह टेस्ट किया जाता है वहां पहले से काफी सैंपल पहले से पड़े रहते हैं. उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद नवगछिया अनुमंडल अस्पताल द्वारा मरीज को कोरोना केयर सेंटर भेजने में तनिक भी विलंब नहीं किया जाता है. अब संक्रमित लोग जाने को तैयार ना हो तो किस में अस्पताल प्रशासन कुछ भी कर पाने में सक्षम नहीं हो पाता है. ऐसी स्थिति में पुलिस के सहयोग की जरूरत होती है.

नवगछिया में बिजली आपूर्ति चरमराई, बिहपुर में सात घंटे लगातर बिजली रही गुल GS NEWS


नवगछिया मे एक सप्ताह से आपूर्ति में आई है कमी, महज आठ से दस घंटे लोगो को मिल रही है बिजली नवगछिया अनुमंडल की बिजली आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. नवगछिया शहरी क्षेत्र के अलावे ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले एक सप्ताह से महज आठ से दस घंटे ही बिजली की आपूर्ति हो रही है. स्थिति यह है कि बिजली जो कटती है तो लगातार कई घंटों तक गायब रहती है. बिहपुर में रात में कटी बिजली लगतार सात से आठ घंटे तक गायब रही. गुरुवार की रात तीन बजे कटी बिजली शुक्रवार की दोपहर 12 बजे आई. इस दौरान महज दस मिनट बिजली रही इसके बाद फिर चली गई. शुक्रवार को पूरे दिन में महज दो घंटे बिजली की आपूर्ति की गई थी. जबकि समय चार बजे से बिजली स्थिति हुई. नवगछिया शहरी क्षेत्र की बिजली आपूर्ति भी कुछ ऐसी ही है. शहर में महज 12 से 14 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है. बिजली आपूर्ति में हुई कटौती से लोगो को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र रंगरा, कदवा, खरीक, नारायणपुर, गोपालपुर में भी बिजली आपूर्ति की स्थिति दयनीय हो गई है. राजद के जिला प्रवक्ता विश्वास झा एवं गोपालपुर प्रखंड अध्यक्ष प्रमोद चौबे ने कहा कि बिजली आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है. सरकार निर्बाध बिजली का दावा करती है धरातल पर कुछ ओर ही है. स्थिति यह है कि बिजली के कारण पंखे की हवा भी नसीब होना सपने जैसा हो जाता है. ये आलम तब है जब लॉकडाउन के कारण अधिकांश उद्योग बंद है। कई दुकानें, होटल, कारखाना आदि बंद होने के बाद भी लोगों को पांच घंटे भी सही से बिजली नसीब नहीं है. लगभग सभी फिडरों के जे. ई. विभागीय फोन रखते हैं पर किसी के फोन को उठाते तक नहीं हैं. किसी भी समस्या का शिकायत करने पर उसे टाल दिया जाता है और यदि बिजली की स्थिति को लेकर विभाग के अधिकारियों को फोन किया जाता है तो वे बेतुके रवैये से पेश आते हैं. गोपालपुर राजद प्रखंड अध्यक्ष प्रमोद चौबे ने कहा कि बिजली आपूर्ति में सुधार नहीं हुआ तो आंदोलन करेंगे. इधर विधुत विभाग के कार्यपालक अभियंता प्रभात रंजन ने कहा कि  बिहपुर एवं नारायणपुर फीडर को लगातार 33 केवी बिजली की आपूर्ति हुई है. बारिश एवं तकनीकि गड़बड़ी होने पर ही बिजली बाधित होती है. बिहपुर में बिजली किस कारण बाधित हुई थी इसकी जानकारी लेंगे. खरीक हाईलेवल फीडर नए होने के कारण कई तरह की तकनीकी समस्या उत्पन्न होने के कारण आपूर्ति प्रभावित हो रही है. दो सप्ताह के अंदर तकनीकी कमियों को दूर कर उसमें भी सुधार कर दिया जाएगा.

मुमताज मोहल्ला के 10 लोगों को 3 दिन बाद भी कोविड सेंटर नहीं पहुंचा सकी पुलिस, मुमताज मोहल्ला जाने से डर रही है पुलिस GS NEWS


नवगछिया डीएस ने एसडीओ और एसपी को लिखा पत्र मुमताज मुहल्ला जाने से डर रही है पुलिस मुमताज मुहल्ला में बुधवार को संक्रमित पाये गए दस लोगों को तीन दिन बाद भी पुलिस प्रशासन कोविड सेंटर नहीं पहुंच सकी है. शुक्रवार को भी नवगछिया अनुमंडल अस्पताल से मरीजों के घर पर एम्बुलेंस भेजा गया लेकिन संक्रमित लोगों ने टका से जवाब देते हुए कहा कि वे लोग मरने के लिये अस्पताल नहीं जाएंगे. कोई बीमार नहीं है. सब घर पर ही रह कर ठीक हो जाएंगे. उनलोगों से सुना है नवगछिया के एक व्यक्ति को अस्पताल ले जाया गया और उसी दिन उसकी मौत हो गयी. जानकारी के अनुसार कोई भी अपने घर का दरवाजा खोलने के लिये भी तैयार नहीं हुआ. स्वास्थ्यकर्मी को यह भी कहा गया कि आप लोग परेशान मत होइये. हमलोग घर से कहीं बाहर नहीं जा रहे हैं. मालूम हो कि मुमताज मुहल्ला में एक ही परिवार के आठ लोग सहित दो पड़ोस की महिलाएं भी शामिल हैं. इधर नवगछिया अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक ने नवगछिया एसडीओ और एसपी को पत्र लिख कर मामले में पहल करने की मांग की है. अस्पताल उपाधीक्षक एके सिन्हा ने कहा कि अब वे लोग बल प्रयोग तो कर नहीं सकते. इसलिये बिना पुलिस के सहयोग किये संक्रमित लोगों को अस्पताल भेज पाना असंभव है. इधर सूत्रों से जानकारी मिली है कि नवगछिया में अब तक 50 से अधिक पुलिसकर्मी संक्रमित हो चुके हैं. कोरोना से हर एक पुलिसकर्मी भयभीत है. इसी कारण मुमताज मुहल्ला आ कर सख्ती से पहल करने में कोई भी पुलिस पदाधिकारी अपने आपको सक्षम नहीं बता रहा है यही कारण है कि तीन दिन से संक्रमित लोगों को अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका है.
कहते हैं एसडीपीओ
नवगछिया के एसडीपीओ प्रवेन्द्र भारती ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग से कोई नया आदेश आया. जिसमें कहा गया है कि रोगी को घर पर ही रहना है. लेकिन वे पक्के तौर पर कुछ नहीं कह सकते. इस मामले में अस्पताल प्रशासन को ही पहल करना होगा.

इस्माइलपुर में मिला कोरोना संक्रमित मरीज 30 वर्षीय युवक हुआ संक्रमित GS NEWS


 नवगछिया अनुमंडल के इस्माइलपुर प्रखंड के इस्माइलपुर पंचायत वार्ड नंबर 2 में एक 30 वर्षीय युवक कोरोना संक्रमित पाया गया है. जानकारी मिली है कि युवक गांव में ही रहता है और उसका किसी प्रकार का यात्रा विवरण नहीं पाया गया है. रिपोर्ट आने के बाद नवगछिया अनुमंडल अस्पताल प्रशासन द्वारा एंबुलेंस से मरीज को कोरोनावायरस सेंटर भेज दिया है.

कोरोना प्रभाव - अब ऑनलाइन कथा बांच रही हैं सरिता झा, दिल्ली में भतीजी कर रही पूजा GS NEWS


वैश्विक महामारी ने पूरे हिंदुस्तान को तबाह कर रखा है वहीं सावन मास में मिथिलांचल का सुप्रसिद्ध  नवविवाहितओं का पहला सावन में पूजा जाने वाला मधुश्रावणी व्रत त्योहार आज शुक्रवार से प्रारंभ हो गया । कोरोना महामारी के कारण एक तरफ जहां दिल्ली रेड जोन में है वहीं दूसरी तरफ बिहार भी रेड जोन में है और लगातार संख्या में वृद्धि हो रही हैं।
बताते चलें कि बिहार के भागलपुर जिले के ख़रीक प्रखंड के दयालपुर की बेटी पूजा अपने परिवार वालों के साथ दिल्ली में है जो कोरोना के कारण वह अपने मायका मधुश्रावणी में नहीं आ सकीं वहीं भागलपुर जिले के गोपालपुर प्रखंड के बड़ी मकंदपुर के चंद्रकांत झा की पत्नी सरिता झा (नवविवाहिता की फुआ ) मधुश्रावणी में ऑनलाइन कथा सुना रही है एवं दिल्ली में पूजा ऑनलाइन कथा सुनकर पूजा अर्चना कर रही है । 
विडिओ चैट में सुनाई जा रहा कथा । 


कोरोना के संकट काल में ऑनलाइन मधुश्रावणी लोगों के बीच  एक चर्चा का बन गया है पूछे जाने पर सरिता झा ने बताया कि उनकी भतीजी की शादी 22 नवंबर को नयागांव के अमन कुमार के साथ परिवार वालों के बीच धूम धाम से हुई उसके बाद मधुश्रावणी भी धूम धाम से आयोजित होना था जिसमें परिवार के सभी लोग शामिल होतें और पहले सावन में मिथिलांचल के सुप्रसिद्ध त्यौहार एवं शादी के पहले वर्ष पूजे जाने वाले सुहागिनों द्वारा मधुश्रावणी में पूजा दिल्ली में ही रह गई कोरोना के कारण दिल्ली से आगमन का बना रेल टिकट भी कैंसल हो गया । 
वह अपने घर मायका नहीं आ सकीं साथ ही वह खुद उनके घर या दिल्ली नहीं पहुंच पाई जिसके कारण ऑनलाइन वीडियो कॉल पर ही मधुश्रावणी कथा कहा जा रहा है यह 14 दिन तक चलेगा ।
वहीं इस तरह के ऑनलाइन कथा  चर्चा का विषय बना हुआ हैं । सरिता झा के परिवार व रिश्तेदार काफ़ी उत्साहित हैं ।

बिहार में कोरोना विस्फोट को देखते हुए जमुई के बाद अररिया में भी लगा लॉकडाउन GS NEWS

बिहार में कोरोना संक्रमण का मामला प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है इसको नियंत्रित करने के लिए अब अररिया जिला प्रशासन ने भी लॉकडाउन लागू करने का निर्णय लिया है। लॉकडाउन फिलहाल आठ दिन के लिए लागू होगा। इसकी शुरुआत 12 जुलाई यानी रविवार से होगी। 

इस संबंध में जारी आदेश के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान निर्धारित अवधि के लिए खाद्य सामग्री और किराना आदि की दुकानें खुलेंगी। हर प्रकार के निजी वाहनों के परिचालन पर रोक रहेगा। हालांकि सरकारी कार्यालय व बैंक आदि खुले रहेंगे, लेकिन सरकारी दफ्तरों में आम लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
इससे पहले शुक्रवार की दोपहर जमुई प्रशासन ने 11 से लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है। जमुई में शु्क्रवार को 19 लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने का मामला सामने आते ही प्रशासन अलर्ट हो गया। आनन-फानन में डीएम ने बैठक बुलाई और विचार विमर्श के बाद शनिवार से 15 जुलाई तक लॉकडाउन की घोषणा कर दी। बेकाबू हो रहे कोरोना संक्रमण पर लगाम कसने के लिए जिला प्रशासन ने यह सख्त निर्णय लिया है।

जमुई जिला पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने जिलेभर में लॉकडाउन लगाने का आदेश दिया है डीएम ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सभी दुकाने प्रतिष्ठान शॉप मॉल सहित सामान्य गतिविधियों पर पूरी तरह पाबंदी रहेगी उन्होंने कहा कि लोगों को मास्क लगाना व शारीरिक दूरी के नियम का पालन करना अनिवार्य होगा। 

हालांकि इस दौरान आवश्यक चीजों की दुकाने खुली रहेगी वहीं वाहनों की भी आवाजाही पर कोई स्पष्ट आदेश नहीं दिए गए हैं। जमुई में शुक्रवार को झाझा एसडीपीओ झाझा एसएचओ सहित कई पुलिसकर्मी के कोरोना पॉजिटिव होने की बात सामने आई थी। इसके अलावा एक चिकित्सक के भी कोरोना पॉजिटिव आने की बात कही गई है।

मुंगेर में नक्सलियों ने फिर दी दस्तक ,पुलिस की मुखबिरी के आरोप में दो लोगों की हत्या GS NEWS


बिहार के मुंगेर में बैक फुट चल रहे नक्सलियों ने एक बार फिर धमक दी है। खड़गपुर थानाक्षेत्र के जटातरी गांव में नक्सलियों के दस्ते ने गुरुवार की रात धावा बोलकर अरुण राय और वृजनंदन टूडु को पकड़कर अपने साथ ले गये और बघेल पहाड़ी पर गला रेतकर दोनों की हत्या कर दी।
नक्सलियों ने पर्चा भी छोड़ा है। लाल स्याही से लिखे पर्चे में में लिखा है पुलिस मुखबीर पर हमला है। पूंजीपतियों पर अभी हमला करना बांकी है। एसपीओ से अपील है नौकरी से इस्तीफ देकर क्रांतिकारी जनता की शरण में चले आएं। पत्र के नीचे लिखा है भाकपा, माओवादी। शुक्रवार की सुबह परिजन और ग्रामीण दोनों की खोज में निकले तो बधेल पहाड़ी पर शव दोनों का मिला। नक्सली वारदात से लोग दहशत में हैं। इंस्पेक्टर नईमउद्दीन पुलिस बल के साथ घटनास्थल पहुंचकर शव को कब्जे में लिया।    

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौका ए वारदात पर पहुंच कर मामले की छानवीन में जुट गई है। पुलिस का कहना है कि ग्रामीणों से पूदताछ में पता चला कि दोनों पर पुलिस की मुखबिरी करने का शक नक्सलियों को था। इसीलिए नक्सलियों ने दोनों की गला रेतकर नृशंस हत्या कर दी। फिलहाल नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। शव के पास से नक्सली पर्चा भी मिला है, जिसमें मुखबिरी करनेवालों को चेतावनी भी दी गई है

अभी अभी बिहार में मिले कोरोना के 352 नए मरीज राज्य में आंकड़ा पहुंचा 14330 GS NEWS

बिहार में कोरोना का महाविस्फोट जारी है प्रत्येक दिन सैकड़ों की तादात में मरीज सामने आते हैं  कोरोना के चपेट में हर जिला आ चुका है बताते चले कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से ताजा अपडेट जारी की गई है. इस अपडेट के मुताबिक बिहार में 352 लोग कोरोना पॉजिटव मिले हैं. इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 14330 हो गई है.


स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी ताजा अपडेट के मुताबिक 352 लोग कोरोना पॉजिटव मिले हैं. इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 14330 हो गई है. विभाग ने बताया कि राज्य के सभी जिलों से ये नए मामले सामने आये हैं. स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि पटना से 73, अररिया से 4, अरवल से 6, औरंगाबाद से एक, बांका से 6, भागलपुर से 84, बक्सर से 5, दरभंगा से 5, पूर्वी चंपारण से 21, गया से एक, जमुई से 8, जहानाबाद से एक, कैमूर से एक, खगड़िया से 10, लखीसराय से 4, मधेपुरा से 9, मधुबनी से 15, मुजफ्फरपुर से 34, नालंदा से 13, नवादा से एक, पूर्णिया से 2, रोहतास से 7, समस्तीपुर से 6, सारण से 2, शिवहर से 2, सुपौल से 19 और पश्चिमी चंपारण से 12 नए मामले सामने आये हैं.
 राज्य में 9792 मरीज हुए स्वस्थ
बिहार स्वास्थ्य विभाग की ओर से जो नियमित अपडेट जारी किया गया है उसके मुताबिक राज्य में अबतक 9792 संक्रमित मरीज अबतक स्वस्थ होकर अपने अपने घर लौट चुके हैं. पिछले 24 घंटे में राज्य में 251 कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ हुए. फिलहाल डॉक्टरों और स्वस्थ्य कर्मियों ने उन्हें होम क्वारंटीइन में रहने का निर्देश दिया है.
बिहार में मरने वाले का भी आंकड़ा प्रतिदिन बढ़ते जा रहा बिहार में अब तक कोरोना से 109 लोगों की मौत हुई है. 

नारायणपुर के कुशहा में 6 महीने में टूट गया 76,350 की लागत से बना सड़क GS NEWS




नारायणपुर से राजेश भारती की रिपोर्ट

नारायणपुर:मात्र 6 महीने में सरकार की 76,350  की राशि का बंटाधार हो गया। ताजा उदाहरण प्रखंड के रायपुर पंचायत अंतर्गत कुशहा गांव का है। जहां रायपुर पंचायत में वार्ड क्रियान्वयन समिति एवं प्रबंधन समिति द्वारा वार्ड संख्या दो में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना अंतर्गत 76,350  की राशि से विनोद शर्मा के घर से कोसी बांध तक मिट्टी भराई, ईट सोलिंग तथा पीसीसी सड़क का निर्माण किया गया। लेकिन यह सड़क बनने के 6 महीना बाद ही बीच से टूट गया। जैसा कि आप तस्वीर में दिख रहे हैं। 

आखिर सरकारी राशि का दुरुपयोग क्यों किया गया। इसके पीछे किसकी क्या मंशा थी यह जाँच का विषय है। यह योजना का लूट है या खानापूर्ति कुछ नहीं कहा जा सकता है। अधिकारी या जनप्रतिनिधि ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। शिलापट्ट भी विद्यालय की दिवार में लगा दिया गया है। सबसे ज्यादा हैरानी की बात है कि शिलापट्ट में योजना संख्या नहीं लिखा गया है। केवल वर्ष 2018-2019 लिखा गया है।


इस बारे में ग्रामीण विनोद शर्मा आदि ने बताया कि सड़क की गुणवत्ता ठीक नहीं होने के कारण 6 महीने में यह सड़क टूट गया। जबकि मुखिया उमाकांत शर्मा ने कहा कि सड़क के नीचे से मिट्टी पानी में बहने के कारण यह सड़क टूटा। फिर से मरम्मत करके सड़क बनेगा। सवाल यह उठता है की निर्माण तो फिर से होगा लेकिन सड़क की गुणवत्ता का ख्याल क्यों नहीं रखा गया।

 यदि सड़क निर्माण में गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाता तो यह सड़क नहीं टूटता। यह सरकारी राशि का दुरुपयोग करना हुआ। पूर्व में भी एक मामला रायपुर पंचायत के मनोहरपुर में करीब नौ लाख की लागत से नाला निर्माण का है। जहां मुखिया के द्वारा मनरेगा योजना के तहत नाला  निर्माण में गुणवत्ता को लेकर ग्रामीण गोलबंद हुए थे। ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो मनरेगा द्वारा इस काम को बंद कर दिया गया।


 मनरेगा के पदाधिकारी, मुखिया और ग्रामीणों के बीच बातचीत हुई कि कार्य में सुधार करके काम शुरू होगा। लेकिन अभी तक मनरेगा का की ओर से यह काम शुरू नहीं किया गया है। इससे मंशा साफ दिखती है कि सरकारी राशि का दुरुपयोग करके घटिया कार्य करने पर ग्रामीण विरोध करता है तो उस कार्य में सुधार नहीं करके कार्य बंद कर दिया जाता है।

 इस प्रकार के घटिया कार्य से यह स्पष्ट हो रहा है कि सरकारी कार्य में सरकारी अधिकारी,जनप्रतिनिधि कार्य की गुणवत्ता को नहीं देखते हैं। ग्रामीण चिल्लाते रहो लेकिन कोई सुननेवाला नहीं है। ऐसा क्यों । इस बारे में जेई रोहित कुमार ने कहा कि मनोहरपुर नाला निर्माण में ढक्कन में सुधार करके कार्य शुरु होगा।